के.एस. असवाल
इस बार गौचर मेला अन्य वर्षों से भी सुंदर एवं आकर्षक आयोजित हुआ। जिलाधिकारी एवं मेला अध्यक्ष हिमांशु खुराना के निर्देशानुसार मेले में शामिल सुरक्षा, यातायात व्यवस्था, पेयजल, दूरसंचार आदि के पुख्ता बंदोबस्त किए गए थे, वहीं दूसरी ओर चमोली के पुलिस अधीक्षक प्रमेन्द्र डोभाल का कहना है कि अन्य वर्षों की अपेक्षा इस बार मेले में पुलिस बल की पर्याप्त व्यवस्था की गई थी। मेले में महिलाओं से छेड़खानी, अभद्र व्यवहार नहीं हुए। मेले में ड्यूटी पर तैनात पुलिस, पीएसी, होमगार्ड, पीआरडी के जवानों को ऐसे अराजक तत्वों के विरुद्ध त्वरित कार्यवाही करने के निर्देश दिए थे।
नगर पालिका अध्यक्ष गौचर और मेला उपाध्यक्ष अंजू बिष्ट ने कहा कि यह उत्तराखण्ड का एकमात्र पुराना मेला है। इस ऐतिहासिक मेले में साल दर साल मेलार्थियों की संख्या बढ़ती जा रही है। मेला अधिकारी एवं उप जिलाधिकारी संतोष कुमार पाण्डेय के अनुसार मेले से मेलार्थियों को विभागीय योजनाओं की जानकारियां मिलती रही हैं, वहीं खेल-तमाशा, मौत का कुआं, चरखी, आदि का भरपूर मनोरंजन भी हुआ। राजस्व विभाग के तहसीलदार सुरेंद्र देव भी विभिन्न स्कूलों के नन्हें-मुन्ने बच्चों के कार्यक्रमों से बहुत खुश थे। राजस्व विभाग की पूरी टीमों ने रात-दिन मेले की व्यवस्थाओं पर पैनी निगाहें बनाए रखी थी।