उत्तराखण्ड के भाजपा विधायक महेश नेगी की यौन शोषण और बलात्कार के मामले में मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। इस बीच आरोपी भाजपा विधायक महेश नेगी भले ही हाई कोर्ट से अरेस्टिंग स्टे हासिल करने में सफल हो गए हों लेकिन पीड़ित पक्ष की मामले की सीबीआई जांच की मांग को लेकर आज 21 अक्टूबर को हाई कोर्ट में सुनवाई हुई। सुनवाई करते हुए कोर्ट ने विधायक महेश नेगी और उनकी पत्नी रीता नेगी को नोटिस जारी करते हुए जांच अधिकारी से रिपोर्ट तलब की है।मामले में अगली सुनवाई दस नवंबर को सुनवाई होगी। वरिष्ठ अधिवक्ता एसपी सिंह के मुताबिक पीड़ित पक्ष ने हाई कोर्ट की शरण ली थी । उन्होंने कहा कि हमे पूरा विश्वास है कि हाइकोर्ट से सीबीआई जांच के आदेश होंगे।
दरअसल विधायक की दिक़्कत यह है कि उन पर दुष्कर्म और बलात्कार का आरोप लगाने वाली महिला सीबीआई जाँच के लिए संबंधित अधिकारियों से जोर -शोर से मांग करती रही है । और अपने इरादे भी बता दिए हैं कि वह इस मांग को लेकर हाईकोर्ट या सुप्रीम कोर्ट में भी उठाएंगी ,विधायक की एक बड़ी समस्या यह है कि वो पुलिस जवान उनके पक्ष में गवाह था उसका एक कथित ऑडियो कुछ दिन पहले वायरल हुआ था । जिसमे उसने कहा है कि उसे मार -पीटकर विधायक के पक्ष में बयान देने को कहा गया।
दरअसल, कुछ महीने पहले भाजपा के द्वाराहाट विधानसभा क्षेत्र के विधायक महेश नेगी पर एक महिला के द्वारा जबरन यौन शोषण और बलात्कार करने का आरोप लगाया गया है। महिला का दावा है कि उसकी पुत्री के पिता भी महेश नेगी ही हैं। अपने आरोपों की पुष्टि के लिए महिला डीएनए जांच करवाने की भी मांग कर रही है। जबकि विधायक महेश नेगी की पत्नी ने महिला के खिलाफ विधायक को बदनाम करने और ब्लैकमंलिग के आरोप लगाते हुये रिपोर्ट दर्ज करवाई थी ।
महिला के मुताबिक उसकी लड़की की डीएनए जांच करवाई गई तो उसके पति से मिलान नहीं हुआ। ऐसा इसलिए कि विधायक ही उसकी लड़की के पिता हैं। उसने मांग की है कि विधायक का डीएनए टेस्ट करवाया जाए।अब द्वारहाट के विधायक महेश नेगी के खिलाफ यौन शोषण मामले में जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, वैसे ही इसमें नए मोड़ सामने आ रहे हैं।
पीड़िता ने सीबीआई जांच प्रार्थना पत्र में यह भी आरोप लगाया है कि इस मामले में जब कोर्ट के आदेश के बाद विधायक के खिलाफ धारा 376 में दुष्कर्म के आरोप में जब से मुकदमा दर्ज हुआ, उसके बाद से विधायक लगातार राजनीतिक दबाव बनाकर जांच व गवाहों को जबरन प्रभावित करने का प्रयास कर रहा है. ऐसे में पूरे मामले की जांच सीबीआई से कराई जाए।