- नावेद अख्तर
कलियर शरीफ को अव्यवस्थाओं ने चारों तरफ से घेर रखा है। बुनियादी सुविधाओं का भी भारी अभाव है। उर्स में देश-दुनिया से आने वाले लाखों जायरीन को इन सबसे दो-चार होना पड़ेगा
पिरान कलियर शरीफ मशहूर सूफी संत अलाउद्दीन अली अहमद साबिर साहब, इमाम साहब, गैप अलीशाह, अब्दाल साहब की दरगाहों की वजह से मशहूर है। यहां सभी धर्मों के अकीदतमंद लोग अकीदत के साथ देश-विदेश से उर्स में शिरकत करने के लिए आते हैं। रवि उल अव्वल का चांद दिखते ही मेहंदी डोरी रस्म के साथ उर्स की तैयारी शुरू कर दी जाती हैं। लेकिन कलियर उर्स को लेकर प्रशासन कुंभकर्णी नींद सोया हुआ है। इसका खामियाजा तमाम जायरीनों को भुगतना पड़ेगा।
दरगाह क्षेत्र पूरी तरह अव्यवस्थाओं का शिकार है। इस कारण यहां पर आम जनता को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कलियर क्षेत्र के हालात बदतर हो चुके हैं। यहां पर पीने के पानी से लेकर अन्य जन सुविधाएं तक नदारद हैं। कलियर में पुराने पुल के कमजोर होने की वजह से नया पुल बनाया गया था। उस पुल के साथ नहर पर दूसरे नए पुल का निर्माण कार्य पिछले डेढ़ वर्ष से चल रहा है। लेकिन ठेकेदार और प्रशासन की लापरवाही के चलते पिलर खुदने के बाद काम काफी समय से रुका हुआ है। इससे नए पुल को भी वाहनों के लिए रोक दिया गया है। कमजोर हो चुके पुराने पुल को पत्थरों के अवरोधक लगाकर बंद कर दिए गए हैं। इसका खामियाजा स्थानीय जनता को भुगतना पड़ रहा है। उर्स शुरू होने पर यहां आने वाले लाखों जायरीनों को इन समस्याओं से दो-चार होना पड़ेगा।
आमजन की परेशानी का आलम यह है कि नहर पार कर दूसरी ओर आने के लिए लोगों को कम से कम 10 किलोमीटर अधिक घूमकर आना पड़ता है। किसी भी अधिकारी या जनप्रतिनिधि ने इस ओर ध्यान देने की जरूरत महसूस नहीं किया है। दरगाह पर जाने वाली सड़कों की हालत बहुत खराब है। सड़कों में बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं। जिससे सभी राहगीरों को हर समय परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। दरगाह क्षेत्र और कलियर क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले मार्केट दुकानों का भी कोई व्यवस्थित तरीका नहीं है, जिस कारण दरगाह को राजस्व की हानि भी उठानी पड़ रही है।
सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि कलियर विधानसभा सीट होने के कारण यहां से फुरकान अहमद दो बार के विधायक रह चुके हैं। वर्तमान में यहां से वे ही विधायक हैं। फुरकान यहां के के स्थानीय निवासी भी हैं। इसके बावजूद इन समस्याओं का निराकरण न करना लोगों को ज्यादा खल रहा है। उर्स के दौरान देश-विदेश से लाखों जायरीन यहां आते हैं। ऐसे में स्थानीय लोग को तो अव्यवस्थाओं का खामियाजा भुगतना ही पड़ रहा है। देश-दुनिया में भी कलियर शरीफ की छवि खराब होगी।
बात अपनी-अपनी
उर्स को लेकर यहां पर कोई गंभीर नहीं है। दरगाह अव्यवस्थाओं का शिकार है। पूरे क्षेत्र में सफाई व्यवस्था ठीक नहीं है। पीने का पानी की व्यवस्था बिल्कुल ठप है। सड़कें खराब है। निश्चित ही जायरीनों को मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा।
रौनक अली, पूर्व प्रधान कलियर