कोरोना काल में अपनी राजनीतिक सक्रियता के लिए चर्चित रहे उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत अब भाजपा सरकार को बेरोजगारी के मुद्दे पर घेरेंगे । हरीश रावत प्रदेश में बढ़ रही बेरोजगारी को मुख्य मुद्दा बनाकर त्रिवेंद्र सिंह रावत सरकार पर हल्ला बोलेंगे। इसके लिए 1 सितंबर का दिन निर्धारित किया गया है।
इस दिन पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत उपवास करेंगे । इसके साथ ही रावत सिडकुल में पदयात्रा करेंगे । यह पदयात्रा हरिद्वार के रानीपुर सिडकुल में तो वहीं दूसरी दूसरी तरफ उधम सिंह नगर के सितारगंज सिडकुल में होगी। पदयात्रा के जरिए कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव लोगों में जनचेतना जगाने का काम करेंगे।
आज बहुत चिंताजनक समाचार छपा है कि, देश के अंदर लगभग एक करोड़ लोग #नौकरियां खो चुके हैं और #उत्तराखंड के अंदर भी यह संख्या बहुत बड़ी है, हम पहले से ही बेरोजगारी की मार से त्रस्त हैं और उस पर कोरोनाजन्य जो बेरोजगारी पैदा हो रही है, उसने लोगों की कमर……https://t.co/oOp6h16TlM pic.twitter.com/LbnhZq7HTt
— Harish Rawat (@harishrawatcmuk) August 21, 2020
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के अनुसार प्रदेश सरकार ने पुराने रोजगार समाप्त कर दिए हैं और नए पद सृजित नहीं किए। उन्होंने कहा कि सत्ता में रहते हुए उनकी सरकार ने केवल एक साल में 20 हजार पद भरे थे। कांग्रेस की सरकार ने जो रोडमैप तैयार किया था, उसके अनुसार अब तक प्रदेश में 16 से 18 हजार नियुक्तियां हो जानी चाहिए थी, लेकिन एक भी नियुक्ति प्रदेश सरकार नहीं कर पाई।
रावत के अनुसार देशभर में 30 प्रतिशत बेरोजगारी बढ़ी है, जबकि उत्तराखंड में यह आंकड़ा 32 प्रतिशत पहुंच गया है। उन्होंने कहा कि पिछले साढ़े तीन में अधीनस्थ चयन आयोग ने रिक्त पदों के सापेक्ष जो भी विज्ञप्तियां निकाली प्रदेश सरकार ने अलग-अलग स्टेज पर उनकी हत्या कर दी। यानी कोई नियुक्तियां की ही नहीं की गई। रावत ने कहा कि बेरोजगारी के सवाल पर यूथ कांग्रेस भी देशभर में कार्यक्रम चला रही है।