
राज्य के सीमांत जनपद पौड़ी के जिला अधिकारी डॉ आशीष चौहान अपनी कार्यशैली के चलते आमजन के मध्य तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं। अक्टूबर के अंत में पिथौरागढ़ से पौड़ी ट्रांसफर किए गए आशीष चौहान की छवि एक ईमानदार और कर्मठ अधिकारी की रही है। विगत कुछ अर्से से डीएम गांवों में चौपाल आयोजित कर समस्याओं का तत्काल हल निकालने की मुहिम में जुटे हुए हैं। गत् सप्ताह आशीष चौहान ने विकासखंड थलीसैंण क्षेर्त्रांगत जल्लू गांव पहुंचकर रात्रि चौपाल लगाई। इस दौरान ग्रामीणों की समस्याएं सुनी। अपने बीच डीएम को देख ग्रामीण काफी उत्साहित नजर आए। इस दौरान एक गर्भवती महिला को गर्भधारण के तीन माह बाद भी टीका न लगाने एवं स्वास्थ्य परीक्षण न किए जाने पर नाराजगी जताते हुए डीएम ने संबंधित आशा कार्यकर्ता एवं एएनएम का वेतन रोकने के साथ ही स्पष्टीकरण लेने के निर्देश दिए।
इस दौरान ग्रामीणों ने सड़क सुधारीकरण, सिंचाई के लिए पानी की टंकी और टैंक निर्माण करवाने के अलावा गांव के प्राथमिक स्कूल में विद्युत कनेक्शन लगवाने की मांग की। डीएम ने मौके से ही यूपीसीएल के विद्युत उपखंड अधिकारी (एसडीओ) को दूरभाष पर विद्युतकनेक्शन लगाने के निर्देश दिए। इतना ही नहीं, ग्रामीणों की मांग पर जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान ने सिंचाई विभाग को सिंचाई के उद्देश्य से गांव में टैंक निर्माण करवाने के निर्देश भी दिए। कहा कि जनहित से जुड़ी समस्याओं का निराकरण प्राथमिकता में होना चाहिए। इसलिए सभी विभागीय अधिकारी इसे गंभीरता से लें।
डीएम ने गर्भवती महिलाओं और बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्र के माध्यम से दी जाने वाली सुविधाओं की जानकारी ली। क्षेत्रीय पटवारी को निर्देशित किया कि आंगनबाड़ी केंद्रों में गर्भवती महिलाओं और बच्चों को नियमानुसार स्वास्थ्य जांच, काउंसलिंग, टेक होम राशन अनिवार्य रूप से दिए जाने में कोई लापरवाही न हो। इसकी व्यवस्था सुनिश्चित होनी चाहिए। उन्होंने पहली बार गर्भवती हुई महिलाओं और एनीमिया से पीड़ित होने वाली महिला की उचित स्वास्थ्य जांच और व्यक्तिगत निगरानी करते हुए इसका विवरण भी उपलब्ध कराने के निर्देश पटवारी को दिए। उन्होंने जनता को आश्वस्त किया कि दूर गांवों में जाकर जिला स्तरीय अधिकारी भी ग्रामीणों की समस्याएं सुनेंगे ताकि उनकी समस्याओं का मौके पर ही निस्तारण हो सके।

गौरतलब है कि डॉ. आशीष चौहान बतौर जिलाधिकारी कई जनपदों में तैनात रह चुके हैं। उत्तरकाशी का डीएम रहते चौहान तब चर्चा में आए थे जब स्पेन के एक पर्वतारोही अटोनियो ने गंगोत्री घाटी में पर्वतारोहण को लेकर उनसे मदद मांगी थी। डॉ चौहान ने उन्हें न केवल समुचित मदद उपलब्ध कराई बल्कि हिमालयी क्षेत्र की बाबत भौगोलिक जानकारी भी दी। पर्वतारोही स्पेनिश नागरिक भारतीय अधिकारी के व्यवहार से खासा प्रभावित हो जब वापस स्पेन पहुंचे तो उन्होंने स्पेन की एक अनाम चोटी पर आरोहण के पश्चात् इस चोटी का नाम डीएम आशीष चौहान के नाम करते हुए इसे मजिस्ट्रेट प्वॉइंट और ट्रैक का नाम ‘वाया आशीष’ रख दिया। बतौर डीएम पिथौरागढ़ भी चौहान के कार्यों को खासा सराहा गया। मई, 2022 में मुंबई की एक समाचार एजेंसी ने उन्हें सामाजिक जागरूकता और प्रशासनिक सेवा में उत्कृष्ट कार्यों के लिए सर्वश्रेष्ठ आईएएस अधिकारी का अवार्ड दे सम्मानित किया था। 2012 बैच के आईएएस आशीष चौहान मध्यकालीन इतिहास में पीएचडी कर चुके हैं।