धर्मनगरी हरिद्वार से मानो ईश्वर कुछ खफा से चल रहे हैं।शिवरात्रि पर शिवालयों में ताले और मदिरालय खोले जाने को लेकर पहले ही टी आर एस सरकार धर्मप्रेमियों के निशाने पर थी सोशल मीडिया पर बाकायदा एक मुहिम चलाई गई।कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच मंगलवार करीब सुबह 4:00 बजे आकाशीय बिजली हर की पौड़ी स्थित ब्रह्मकुंड केठीक ऊपर स्थित भूमिगत विधुत लाइन के बॉक्स पर आ गिरी ,जिसने ट्रांसफार्मर को ध्वस्त करते हुए ब्रह्मकुंड के ठीक ऊपर स्थित 1935 में बनी हर की पौड़ी की दीवार को अपनी चपेट में ले लिया।
जिसके चलते दीवार का मलबा हर की पौड़ी पर घाट तक फैल गया।बिजली गिरने की सूचना से हर की पौड़ी पर हड़कम्प मच गया,लॉक डाउन के चलते उस समय घाट पर कोई श्रद्धालु नही थे।अमूमन इन दिनों हर की पौड़ी प्लेटफॉर्म पर बाहर से आये श्रद्धालु बड़ी संख्या में सोए रहते हैं।बहरहाल आकाशीय बिजली गिरने की घटना में किसी के हताहत होने का कोई समाचार नही है।वहीं दूसरी और गंगा सभा से जुड़े पदाधिकारियों ने बताया कि ब्रजपात से हर की पौड़ी अथवा किसी मंदिर को कोई नुकसान नही पहुंचा है।स्नान सहित कर्मकांड के कार्य अन्य दिनों की भांति जारी हैं।