पौड़ी के कंडोलिया मैदान को नगर पालिका के हैंडओवर किए जाने के बाद से इसकी स्थिति बद से बदतर दिखाई दे रही है। यह स्थिति इस मैदान की तस्वीरें खुद बयां कर रही हैं। बताते चलें कि पिछले साल कोविड के कारण इस मैदान का मुख्य गेट को तोड़ दिया गया था। जिससे प्रवासियों के वाहन इस मैदान के अंदर आ सकें, लेकिन उसके बाद इस गेट को टूटा ही छोड़ दिया गया। जिससे इस मैदान की हालत दिन-प्रतिदिन खराब हो गई। वहीं खेल प्रेमियों द्वारा अब इसका विरोध किया जा रहा है। खेल प्रेमी मुकेश नेगी का कहना है कि इससे पहले इस मैदान का बुरा हाल उन्होंने कभी नहीं देखा था। जिस मैदान से पौड़ी के युवाओं ने खेल कर अपने भविष्य को संवारने की तैयारी करनी थी उसी मैदान के हालत आज बद से बदतर हो गए हैं।
युवा खिलाड़ी शुभम नेगी ने बताया कि उनके 11 तारीख से क्रिकेट के ट्रायल शुरू होने हैं जिसके बाद उनका सेलेक्शन होना है, लेकिन जिस तरह मैदान की हालत दिख रही है उस पर प्रैक्टिस करना तो दूर खड़े रहना भी मुश्किल है। देखने वाली बात यह होगी कि आखिर किस तरह इन युवाओं की प्रतिभाओं को निखारा जाए, जबकि उनके प्रैक्टिस करने के लिए मैदान होने के बावजूद भी वहां सुअरों का बसेरा और गंदगी का ढेर बना हुआ है।
इस मामले पर नगर पालिका के ईओ प्रदीप बिष्ट का कहना है कि 13 करोड़ से मैदान की डीपीआर तैयार है। इसके बाद पूरे मैदान को ही नए स्वरूप में बनाया जाएगा। लेकिन सवाल यह है कि आखिर कब तक लोग नए मैदान की आस पर टकटकी लगाए इंतजार करते रहेंगे। क्या तब तक यह ग्राउंड सुअरों और गोवंश का ठिकाना ही बना रहेगा। फिलहाल नगर पालिका इस पर अपना पल्ला झाड़ते हुए इसे नए स्वरूप में बनाने की बात कह रही है। पौड़ी के खेल प्रेमी कहते हैं कि मैदान को खेल विभाग के अंडर किया जाए। जिससे इसकी देखरेख हो सके और यह मैदान बच्चों के खेलने के काम भी आ सके।