उत्तराखंड की मित्र पुलिस की मित्रता पर एक बार फिर प्रश्न चिन्ह लग गया है मामला ऋषिकेश का है जहां पर गश्त पर निकले दो पुलिकर्मियों द्वारा एक मानसिक रूप से बीमार नाबालिग की सड़क पर गिरकर पिटाई सिर्फ इसलिए कि गयी क्योंकि उसने मास्क नही लगाया था इतना ही नही कॉन्स्टेबल संजय सेजवाल व कॉन्स्टेबल नीरज द्वारा उस व्यक्ति के साथ भी मारपीट व गालीगलौच की गई जिसने दोनों पुलिकर्मियों का नाबालिग की पिटाई करते हुए वीडियो बनाया था।
बस फिर क्या था शाम होते होते दोनों पुलिसकर्मियों के कारनामे का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और पुलिस महकमे के होश उड़ गए जिसके बाद चारो और से दोनों पुलिकर्मियों पर कार्यवाई की मांग उठने लगी ।
हालांकि पुलिस के आलाधिकारियों का कहना है कि दोनों पुलिसकर्मियों पर कार्यवाई की जा चुकी है व जांच आदेश भी दिए जा चुके हैं परंतु इस तरह का मित्र जा व्यवहार एक नाबालिग के साथ करना पुलिस के अमानवीय चेहरे को भी उजागर कर रहा है ।
नाबालिग की पिटाई वीडियो और मामला जब डीआईजी अरुण मोहन जोशी तक जा पहुँचा तो साहब को दोनों पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर सीओ ऋषिकेश को जांच के आदेश देने पड़े ।
ऐसे में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की मास्क न होने पर चलान व मास्क देने की सलाह को ठेंगा भी मित्र पुलिस द्वारा दिखाया गया है फिलहाल कॉन्स्टेबल संजय व कॉन्स्टेबल नीरज को डीआईजी द्वारा सस्पेंड करने व जांच के आदेश दिए गए हैं