हल्द्वानी और उसके आसपास के इलाकों के वन प्रभाग में लगातार वन्य जीवो द्वारा आबादी के क्षेत्र में आकर लोगों में हमला करने और दहशत फैलाने के प्रयास निरंतर जारी है। उधर जंगल में भी वन्यजीवों की सुरक्षा और वन्यजीवों से खुद को सुरक्षित करने के लिए वन महकमे को बड़ी संख्या में कारतूस की आवश्यकता है। लेकिन सरकारी सिस्टम की नाकामी या जिला प्रशासन की हीला हवाली कहें पिछले 6 महीने से वन विभाग के सुरक्षाकर्मियों की बंदूकों में कारतूस खरीदने के लिए फाइल जिला प्रशासन में लटकी हुई है। लिहाजा सुरक्षाकर्मी केवल बंदूक दिखा कर काम चला रहे हैं। ऐसे में अगर जंगल में शिकारी उन पर हमला करते हैं या फिर जंगली जानवरों को आबादी वाले इलाके से हटाने के लिए हवाई फायर किया जाता है। इन सब के लिए कारतूस की आवश्यकता पड़ती है लेकिन संवेदनशील वन विभाग के अधिकारी 6 महीने से जिला प्रशासन में फाइल को अनुमति दिए जाने का इंतजार कर रहे हैं और जिला प्रशासन ने अब तक कारतूस खरीदने को लेकर अनुमति नहीं दी है वहीं वन संरक्षक जीवन चंद्र जोशी का कहना है कि उन्हें उम्मीद है कि जल्द जिला अधिकारी उन्हें कारतूस खरीदने की अनुमति देंगे।