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  • जाहिद हबीबी

प्रदेश के स्कूलों में अंग्रेजी माध्यम की पढ़ाई का प्रस्ताव तो है, लेकिन कई स्कूल सीबीएसई के मानकों पर खरे नहीं उतर पाए हैं। ऐसे में छात्र निराश हैं

सरकार व शिक्षा विभाग की सरकारी विद्यालयों को इंग्लिश मीडियम बनाने की घोषणा पर सीबीएसई के मानकों ने ब्रेक लगा दिए हैं। जब सीबीएसई के मानक पूरे किए जाएंगे तब ही कुछ विद्यालयों को मान्यता मिल सकेगी। ऐसे में इसी सत्र से सरकारी स्कूलों में इंग्लिश मीडियम की पढ़ाई का सपना शायद पूरा नहीं हो सकेगा। गौरतलब है कि प्रदेश के 188 विद्यालयों में अटल उत्कृष्ट योजना के तहत इंग्लिश मीडियम की पढ़ाई कराया जाना प्रस्तावित है। नैनीताल के 16 राजकीय इंटर काॅलेज के नाम भी इस योजना में शामिल हैं।

जनपद नैनीताल के कोटाबाग ब्लाॅक के अंतर्गत कालाढूंगी एवं बैलपड़ाव के राजकीय इंटर काॅलेज को भी अटल आदर्श विद्यालय में चयनित किया गया है। योजना अच्छी है। यह काॅलेज अब किसी इंग्लिश मीडियम से कम नहीं होंगे लेकिन कुछ जगह सीबीएसई की मान्यता के मानक आड़े आ रहे हैं।

अटल उत्कृष्ट विद्यालय योजना धरातल पर उतरने से पहले ही सीबीएसई के मानकों को पूरा करने में विभाग उलझ गया है। जिले में चयनित 16 राजकीय इंटर काॅलेजों में सीबीएसई के मानकों के अनुसार संसाधन ही नहीं हैं। योजना के अनुसार सीबीएसई से मान्यता हासिल कर चयनित सरकारी स्कूलों को अंग्रेजी पब्लिक स्कूल की तर्ज पर चलाया जाना है। शासन ने यह भी घोषणा की थी कि नये सत्र से चयनित अटल उत्कृष्ट विद्यालयों में सीबीएसई पैटर्न पर पढ़ाई होगी, लेकिन मौजूदा व्यवस्थाएं अनुकूल नहीं दिख रही हैं। स्कूलों के पास पर्याप्त भूमि, फर्नीचर, लैब, शिक्षक आदि संसाधनों की बेहद कमी है। इधर डाॅ ़ मुकुल कुमार सती अपर निदेशक माध्यमिक शिक्षा कुमाऊं ने बताया कि पहली मार्च से सीबीएसई की ओर से उत्तराखंड के लिए वेबसाइट खोल दी जाएगी। चयनित स्कूलों के प्रधानाचार्य रजिस्ट्रेशन के लिए ई मेल आईडी अपलोड करेंगे फिर भाग एक में अनुमोदन पत्र, अग्निशमन व भवन सुरक्षा प्रमाणपत्र अपलोड करेंगे। इसके लिए सभी चयनित स्कूलों के प्रधानाचार्यों को निर्देशित किया जा चुका है। कुछ चयनित विद्यालयों में भूमि की समस्या आ रही है ऐसे विद्यालयों के स्थान पर दूसरे विद्यालयों का चयन किया जाएगा। ब्लाॅक कोटाबाग खंड शिक्षा अधिकारी भास्करानंद पांडे ने बताया कोटाबाग के दो काॅलेज चिन्हित हैं जिनकी मान्यता के प्रयास किये जा रहे हैं। सीबीएसई के मानक पूरे हो जाएं इसके लिए अपने आला अफसरों से वार्ता की जा रही है।

क्या हैं सीबीएसई के मानक
1. मैदानी क्षेत्र में कम से कम दो एकड़ भूमि और पहाड़ में डेढ़ एकड़ भूमि होनी चाहिए।
2. विज्ञान के भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, जीवविज्ञान, गणित, एसएसटी, भूगोल आदि विषयों की लैब।
3. विद्यालय में कंप्यूटर लैब की व्यवस्था। बच्चों के पर्याप्त खेल मैदान।
4. 30 बच्चों के एक सेक्शन के हिसाब से कक्षा कक्षों की व्यवस्था। प्रति 30 बच्चों पर एक टीचर की व्यवस्था।
5. प्रत्येक विषय के लिए अलग-अलग टीचर की व्यवस्था अंग्रेजी माध्यम पढ़ाने के लिए पर्याप्त टीचरों की व्यवस्था।

जिले के चयनित विद्यालय
1. ब्लाॅक हल्द्वानी-राइंका फूलचैड़ व हल्दूचैड़।
2. ब्लाॅक कोटाबाग-राइंका कालाढूंगी, बैलपड़ाव।
3. ब्लाॅक रामनगर-राइंका देवीपुरा, मालधनचैड़ व राबाइंका रामनगर।
4. ब्लाॅक धारी-राइंका धानाचूली, सुंदरखाल।
5. ब्लाॅक रामगढ़-राइंका ढोकाने व प्यूड़ा।
6. ब्लाॅक भीमताल-जीआईसी भीमताल व नैनीताल।
7. ब्लाॅक बेतालघाट-जीआईसी जितुवापीपलव बेतालघाट।
8. ब्लाॅक ओखलकांडा-जीआईसी ओखलकांडा।

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