हल्द्वानी और आसपास के इलाकों में पेयजल संकट एक बड़ी चुनौती है, जो कई सालों से सामने आ रही है, इस चुनौती से निपटने के लिए कई बार बड़ी योजनाएं तैयार की जाती है लेकिन इससे निपटना बहुत आसान काम नहीं है, गौलापार के बागजाला क्षेत्र में ग्रामीण ऑटो, ई रिक्शा और साइकिल से पानी ढोने पर मजबूर हो रहे हैं।
हल्द्वानी के गौलापार के बाग़जाला इलाके में सैकड़ों परिवार पानी के संकट से जूझ रहे हैं, बाग़जाला गांव में रहने वाले लोग नलकूप से पानी ढोने पर मजबूर हैं, क्योंकी गांव में पेयजल की लाइन नही है, एक-दो बार पेयजल लाइन का सर्वे भी हुआ लेकिन अभी तक उनके इलाके में पेयजल की लाइन नही बिछ सकी।
यहां सिंचाई विभाग के जो भी नलकूप है, उनसे पीने के पानी की सप्लाई होती है पूरे दिन भर में एक या दो बार जब भी नलकूप से पानी की सप्लाई होती है तब यहां के ग्रामीण एक लंबी दूरी तय कर पैदल, ऑटो या ई रिक्शा के जरिए अपने घर के लिए पीने का पानी भरकर ले जाते हैं, पीने के पानी की यह समस्या ग्रामीणों के सामने पिछले कई सालों से है, ग्रामीणों के मुताबिक पीने के पानी को रोज नलकूप से अपने घर तक किसी ना किसी प्रकार से ढो कर ले जाना रोज की दिनचर्या में शामिल है, क्या बच्चे, क्या बूढ़े क्या जवान, जब भी पीने की पानी की सप्लाई चालू होती है लोग दौड़े दौड़े चले आते हैं और जितनी ज्यादा से ज्यादा बर्तन हो सकते हैं अपने घरों को भरकर ले जाते हैं, एक या 2 घंटे के लिए यह सप्लाई चालू होती है उसमें जितने लोगों ने पानी भर लिया तो भर लिया नहीं भरा तो फिर अगले दिन का इंतजार, जल संस्थान के अधिकारियों के मुताबिक गौलापार की पेयजल सप्लाई पूरी तरह से नलकूपों पर आधारित है, और अधिकतर नलकूप सिंचाई से जुड़े हुए हैं लिहाजा जब सिंचाई के लिए पानी की जरूरत नहीं होती तब पीने के पानी की समस्या अक्सर सामने आती है, ऐसे में संबंधित ट्यूबवेल के ऑपरेटर को पीने के पानी की सप्लाई चालू करने के लिए कहा जाता है, और प्रतिदिन 2 घंटा सुबह और 2 घंटे जाम पीने के पानी की सप्लाई दी जाती है जिससे ग्रामीणों को पीने के पानी के लिए किसी भी प्रकार की दिक्कत का सामना ना करना पड़े।
हल्द्वानी और आसपास के इलाकों में पीने के पानी का संकट पिछले कई सालों से सामने आने लगा है, गौलापार का पूरा क्षेत्र पीने के पानी के लिए सिंचाई विभाग के नलकूपों के सहारे हैं,क्योंकि जब भी सिंचाई के लिए पानी की जरूरत होती है तभी पूरी मात्रा में ग्रामीणों को पीने के लिए पानी उपलब्ध हो पाता है, लेकिन बाग जाला गांव में पीने के पानी की लाइन सर्वे होने के बावजूद भी अब तक क्यों नहीं डल सकी इस सवाल का जवाब मिलना बाकी है, यही वजह है कि बागजाला क्षेत्र के ग्रामीणों को पीने के पानी के लिए काफी दूर तक नलकूप का सहारा लेने के लिए दौड़ लगानी पड़ रही है।