BY संजय स्वार
विश्व हाथी दिवस पर वन्यजीव प्रेमियों खासकर हाथियों को पसंद करने वालों के लिए जिम कॉर्बेट राष्ट्रीय प्राणी उद्यान से उत्साहित करने वाली खबर है। जिम कॉर्बेट राष्ट्रीय प्राणी उद्यान द्वारा कराई गई हाथियों की गणना में जहां हाथियों का कुनबा बढ़ा है वहीं खास बात ये है कि इन हाथियों के कुनबे में युवा हाथियों की तादाद अधिक है। कॉर्बेट प्रशासन द्वारा की गई हाथियों की गिनती में 1224 हाथी पार्क में विचरण करते पाए गए हैं। इससे पहले 2014-15 में इनकी गिनती 1035 थी। इस वर्ष कॉर्बेट प्रशासन ने जून माह के प्रथम सप्ताह में हाथियों की गणना शुरू की थी जिसमें दो माह का समय लगा था। कॉर्बेट प्रशासन इस बात से उत्साहित है कि 2014-15 के मुकाबले इस बार हाथियों को संख्या में 189 हाथियों की बढ़ोत्तरी हुई है। हाथियों की गिनती से पता चलता है कि कॉर्बेट में युवा हाथी लगभग 70% से ऊपर है। उत्तराखंड राज्य की बात करें तो उत्तराखण्ड में हाथियों की संख्या 2030 के लगभग है जो भारत के अन्य राज्यों में हाथियों की संख्या के आधार पर छठे नम्बर पर है। 6049 की संख्या के साथ कर्नाटक पहले स्थान पर , 5719 के साथ आसाम दूसरे नंबर पर, 3054 के साथ केरल तीसरे, ओडिसा और तमिलनाडु क्रमशः चौथे और पांचवें स्थान पर हैं।
वन्यजीव प्रेमी युवा हाथियों की बढ़ती फौज को भविष्य के लिए अनुकूल संकेत बता रहे है। हाथियों के बढ़ते कुनबे से उत्साहित जिम कॉर्बेट राष्ट्रीय प्राणी उद्यान के निदेशक राहुल का कहना है कि हाथियों खासकर युवा हाथियों की संख्या में वृद्धि उत्साह बढ़ाने वाली है और हाथियों की संख्या में बढ़ोत्तरी दर्शाती है कि हाथियों को कॉर्बेट में उनकी पसंद का भोजन मिल रहा है, हमारी ओर से भी हाथियों के लिए बेहतर प्रबन्ध किया जा रहा है।
हाथियों की रक्षा व सम्मान करनेऔर उनके सामने आने वाले महत्वपूर्ण खतरों के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए प्रतिवर्ष पूरे विश्व में 12 अगस्त को विश्व हाथी दिवस मनाया जाता है। आधिकारिक रूप से पहला विश्व हाथी दिवस 12 अगस्त 2012 को मनाया गया था। 2011 में कनाडा की प्रसिद्ध फ़िल्म निर्माता पैकट्रीसिया सिम्स, केनाज़ वेस्ट पिक्चर्स के माइकल क्लार्क और थाईलैंड की एलिफैंट इंट्रोडक्शन फाउंडेशन के महासचिव सिवापॉर्न द्वारा विश्व हाथी दिवस की परिकल्पना की गई थी जिसे 12 अगस्त 2012 को मूर्तरूप दिया गया। इस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य हाथियों का संरक्षण, जंगली हाथियों की संख्या उनकी बेहतरी व प्रबन्धन के बारे में जानकारी मुहैया कराना है। अभी विश्व में अफ्रीकन हाथियों की संख्या 4 लाख और एशियाई हाथियों की संख्या लगभग 40 हज़ार है।एशियाई हाथी की महत्ता को देखते हुवे 2010 में भारत सरकार ने हाथी को राष्ट्रीय विरासत प्राणी का दर्जा प्रदान किया था। वर्तमान में 65 से अधिक देश, वन्यजीव संगठन व व्यक्ति हाथी के प्रति जागरूकता के इस अभियान को आज के दिन अपना समर्थन दे रहे हैं।