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Uttarakhand

हरिद्वार की सफाई व्यवस्था अब स्वयं सहायता समूह के हाथों में

बीते हफ्तों से सफाई व्यवस्था को लेकर खासा दिक्कत झेल रहा हरिद्वार अब ‘सुमित्रा स्वयं सहायता समूह’ की जिम्मेदारी बन चुका है। बता दें कि अब शहर की सफाई व्यवस्था के लिए नगर निगम ने सुमित्रा स्वयं सहायता समूह को हरिद्वार नगर निगम क्षेत्र से कचरा कलेक्ट करने की जिम्मेदारी सौंपी है। इससे पहले ये काम नगर निगम ने केआरएल एजेंसी को सौंपा हुआ था। जहाँ लाखों रुपये प्रति महीना खर्च होने के बाद भी शहर की सफाई व्यवस्था की हालत खस्ता थी,वंही पिछले 1 सप्ताह से केेआरएल हड़ताल पर चल रही थी।

केआरएल का आरोप था कि नगर निगम उसका बकाया पैसा नहीं दे रहा है, जिस कारण उसे अपने कर्मचारियों की तनख्वाह देने में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। वहीं नगर निगम का आरोप था कि केआरएल जहां हर महीने कचरा उठाने के लाखों रुपए निगम से लेती है, वंही दूसरी ओर नगर निगम के वाहनों का भी प्रयोग करती है। इसके बावजूद न तो शहर से कचरा समुचित तौर पर उठ पा रहा था और ना ही उसका निस्तारण सराय स्थित प्लांट में किया जा रहा था। इससे पहले नगर निगम ने कई बार केआरएल को नोटिस भी जारी किया था, और केआरएल पर जुर्माना भी लगाया था।

लेकिन इसके बावजूद सफाई व्यवस्था में कोई बदलाव नहीं दिखाई दिया, निगम की इन सभी दलीलों को दरकिनार करके केआरएल का कहना था कि उन्हें निगम द्वारा उनका पैसा समय पर नहीं दिया जा रहा है इसलिए निगम ने केआरएल की एक सप्ताह की हड़ताल को देखकर कड़ा फैसला लिया है। आपको बता दें कि दो दिन पहले ही जिलाधिकारी ने केआरएल की हड़ताल को देखते हुए नया टेंडर करने का आदेश दिया था। क्योंकि नए टेंडर में समय लगता है इसलिए नया टेंडर होने तक शहर भर से कचरा उठाने की जिम्मेदारी सुमित्रा स्वयंसेवी संस्था को दी गई है। यह संस्था केआरएल की तरह ही शहर से घर-घर जाकर कचरा इकट्ठा करेगी और उसे स्थाई व अस्थाई डंपिंग जोन में छोड़ेगी। वहीं इसके बदले वह घर घर से कर लेगी,जिसकी रसीद दी जायेगी।

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