त्रिवेन्द्र सरकार चाहे जीरो टॉलरेंस को लेकर लाख दावे करती हो पर उन दावों की पोल खोलते सल्ट विधायक, जिनके संरक्षण में नैनीताल जिले के बेतालघाट में अवैध खनन जोरो से चल रहा है। विधायक की हनक से पुलिस महकमा भी हलकान है, सत्ताधारी विधायक के सभी नाते रिश्तेदार इन दिनों पहाड़ो का सीना चीर पहाड़ की नदियों को छलनी करने का काम कर रहे है। बेतालघाट में मानो इन विधायक महोदय के गुर्गो का आतंक सा बरकरार है। तेजी से वायरल हो रहे ऑडियो में एसओ द्वारा पुलिस कर्मियों को साफ कहा जा रहा है कि अवैध खनन करते पकड़े गए डंफरो को छुड़वाने के लिए सल्ट विधायक द्वारा फोन कर दिया गया है। जाहिर है भाजपा विधायक की संलिप्तता इतनी गहरी है कि वह थानाध्यक्ष तक फोन कर अवैध खनन में पुलिस कर्मियों द्वारा पकड़े गए डंफरो को छुड़वा रहे है। थानाध्यक्ष समेत सभी पुलिस कर्मियों के बीच विधायक और उनके गुर्गो द्वारा तबादले का खौफ बनाया गया है। थाने के एक दरोगा द्वारा खनन माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्यवाही अमल में लाई गई तो पुरोत्साहन की जगह विधायक महोदय ने स्थान्तरण करवा दिया। जिससे मजबूरन खनन माफियाओं के चंगुल में पुलिस फस चुकी है, अब आखिर इन माफियाओ पर कार्यवाही कौन करेगा। कोई अब विधायक महोदय को याद दिलाएं की सरकार इन दिनों जीरो टॉलरेंस पखवाड़े के तहत काम कर रही है। साहब आदत से थोड़ा मजबूर है क्योंकि इनका असली काम जनसेवा नही ठेकेदारी है, भाजपा के शीर्ष नेताओ की चापलूसी कर पहली बार टिकट ले आये और जीत गए, जनाब की नैया भी पार लग गई, अब यह महोदय उसी नदी में अवैध खनन करवा कर उसे छलनी करने का काम कर रहे है। धन्य हो पहाड़ के जन रखवालों, तुम्हे ये पहाड़ कभी माफ नही कर सकते…