राज्य में विपक्षी पार्टियों की ओर से सत्ताधारी पार्टी के विधायकों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहे हैं। राजनीति में अक्सर ऐसा होता रहा है। लेकिन हैरानी तब होती है जब सत्ताधारी पार्टी के वरिष्ठ कार्यकर्ता ही अपनी पार्टी के विधायकों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाने लगे। यदि कोई कार्यर्ता अपनी पार्टी के विधायक पर विधायक निधि में कमीशन का आरोप लगाए तो तब विषय बहुत चिंतनीय हो जाता है। गढ़वाल मंडल के पौड़ी जिले में एक ऐसा ही मामला इन दिनों चर्चा में है। यहां विधायक मुकेश कोली पर बीजेपी के पूर्व जिलाध्यक्ष मुकेश रावत ने विधायक निधि के कार्यों में कमीशन लेने का आरोप लगाया है। दरअसल, बीजेपी के पौड़ी ग्रुप में मुकेश रावत ने इस बात को साझा किया है कि विधायक पौड़ी की ओर से विधायक निधि के लिए 25 प्रतिशत कमीशन मांगा जा रहा है।
जिससे कि कार्यों में गुणवत्ता और विकास का होना संभव नहीं है। इसके साथ ही आरोप लगाया है कि विधायक की ओर से कार्यकर्ताओं की अनदेखी की जा रही है। सोशल मीडिया पर बीजेपी के बने ग्रुप में भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष ने पौड़ी विधायक पर विभिन्न आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि विधायक मुकेश कोली की ओर से विधायक निधि के लिए 25 प्रतिशत कमीशन खुलेआम मांगा जा रहा है। उन्होंने कहा कि जीरों टालरेंस की सरकार में पौड़ी विधायक भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का काम कर रहे हैं।
रावत ने भ्रष्टाचार के सबूत पेश करने का दावा भी किया है। विधायक पर बीजेपी कार्यकर्ताओं की अनदेखी करने का आरोप भी लगाते हुए कहा कि इसके बीजेपी कार्यकर्ता मायूस हैं। उन्होंने ग्रुप में यह भी लिखा है कि भविष्य में ऐसे व्यक्ति को टिकट न दिया जाए। वहीं इस संबंध में जब विधायक मुकेश कोली से उनका पक्ष जानना चाहा। तो उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी एक अनुशासित पार्टी है अगर किसकी भी कार्यकर्ता की कोई भी शिकायत करनी है तो वे पार्टी फाॅर्म में जिला अध्यक्ष या फिर प्रदेश अध्यक्ष से कर सकता है।