आज उत्तरांचल प्रेस क्लब देहरादून में डॉ. राकेश रयाल द्वारा रचित और डॉ. रयाल एवं सुप्रशिद्ध लोक गायिका मीना राणा द्वारा गाया गया नया गढ़वाली डीजे गीत ‘बसी जौला गैरसैंण’ का लोकार्पण किया गया। लोकार्पण पद्मश्री डॉ. प्रीतम भरतवाण तथा प्रसिद्ध लोक संगीतकार संजय कुमोला ने किया।
लोकार्पण कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद पद्मश्री और जागर सम्राट डॉ. प्रीतम भरतवाण ने कहा कि डॉ. रयाल द्वारा रचित और गाया गया यह गीत बहुत ही सन्देशपूर्ण है, उन्होंने कहा कि वे डॉ. रयाल से उम्मीद करते हैं कि वे आगे भी इसी तरह की साहित्यक और सांस्कृतिक रचनाओं को लोगों के सामने लायें, उन्होंने कहा कि आज के गीतों में साहित्य और संस्कृति विलुप्त होती जा रही है, उन्होंने कहा कि यदि डॉ0 रयाल जैसे पढ़े लिखे लोग इस क्षेत्र में आएं तो यह पहाड़ की संस्कृति के लिए शुभ और सुखद होगा।
उत्तराखंड के जाने माने संगीतकार संजय कुमोला ने इस गीत के लिए डॉ. रयाल को बधाई दी तथा, उम्मीद की है कि यह गीत संदेशप्रद सावित होगा। लोक गायिका मीना राणा ने कहा कि संस्कृति और साहित्य जैसे विधाओं में एक प्रेरणादायक सोच जरूरी है जो इस गीत में देखने को मिला, उन्होंने कहा कि उन्हें यह गीत बहुत ही अच्छा और प्रेरणादायक लगा।
इस गीत के गीतकार और गायक डॉ. राकेश रयाल ने सभी अतिथियों का स्वागत और धन्यवाद करते हुए कहा कि उत्तराखंड की लोकसँस्कृति के प्रति जिन हस्तियों से उन्हें प्रेरणा मिली है आज वे इस लोकापर्ण कार्यक्रम में उनके साथ हैं, उन्होंने कहा गीत का उद्देश्य जहां युवाओं का मनोरंजन करना है, वहीं इस गीत के माध्यम से वापस पहाड़ में पलायन को प्रेरित भी करना है। युगवाणी के सम्पादक व वरिष्ठ पत्रकार संजय कोठियाल ने भी गीत के प्रति अपने विचार रखे।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. अजय ढोंडियाल ने किया।