उत्तराखंड के बागेश्वर जनपद में पुलिस द्वारा कोरोना वाइरस संक्रमण के चलते लॉकडाउन मे जहाँ सख्ती से नियमों का पालन किया जा रहा है वहीं मानवीय संवेदनाओं को भी बखूबी जनपद की पुलिस निभा रही है। जनपद में अभी तक कोई कोरोना संक्रमण का मरीज नहीं पाया गया है। जनपद की सीमाएं सील की गई हैं। जनपद मे प्रवेश करने पर कड़ी कार्यवाही की जा रही है। थाना झिरोली मे 4 अप्रैल को दो व्यक्तियों के आने पर 188 भा द वी के तहत अभियोग पंजीकृत किया गया। संदिग्ध लोगों को आइसोलेशन क्वॉरेंटाइन के लिए भेज दिया गया। लॉकडाउन में गाड़िया चलाने पर गाड़ियों को सीज किया जा रहा है।
थाना कपकोट मे 4 अप्रैल को अनजान व्यक्ति द्वारा प्रकाश राम नाम बताकर टोल फ्री नंबर पर खुद को कोरोना संक्रमण मरीज कहकर फ़ोन किया गया। जो गलत जानकारी दी गई थी। थाना कपकोट प्रभारी निरीक्षक तिलक राम वर्मा द्वारा टीम बनाकर योगेश हरड़िया को नारगड्डा गावँ स गलत जानकारी देेने के कारण मुकदमा दर्ज किया गया। धार्मिक उन्माद सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने सोशियल मीडिया पर अफवाह फैलाने पर सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए हैं। 12 अप्रैल को सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने के कारण 10 युवको को गिरफ्तार किया गया। जंगलों के रास्ते लॉकडाउन के नियमों का कड़ाई से अनुपालन करने के लिये ड्रोन कैमरों का उपयोग किया जा रहा है। इस लॉकडाउन में अवैध शराब गांवों में सप्लाई नहीं हो इसके देखते गस्त टीम बनायी गई है। अब तक लॉकडाउन में 104 मुकदमे दर्ज किए गए हैं। 89 गिरफ्तारी हुई है।
पुलिस एक्ट के तहत 296 मामले दर्ज किए गए हैं। एम बी एक्ट मे 510 और 72 गाड़िया सीज की गई हैं। वहीं दूसरी और देखा जाए तो जनपद पुलिस सामजिक और मानवीय संवेदनाओं को देखते हुए सराहनीय कार्य भी कर रही है। 26 मार्च को जिला अस्पताल बागेश्वर आई गर्भवती महिला पुष्पा देवी को पुलिस ने कांडा उनके घर तक सरकारी वाहन से पहुँचा के आई। पुलिस लाइन में ममता और गोविंदी टम्टा द्वारा पुलिस के जवानों के लिए मास्क बनाए जा रहे हैं। गरीब मजदूरों को राशन वितरित किया जा रहा है। जो भी गरीब लोग भूखे हो उसकी सूचना थाने में देने को कहा गया है।
जिसको देखते हुए पुलिस अधीक्षक रुचिता जुयाल ने जनपद के समस्त थाना प्रभारियों को निर्देशित किया है पुलिस थानों के भोजनालयों को सामुदायिक भोजनालय बनाया जाए। 10 अप्रैल को जिला चिकित्सालय बागेश्वर मे प्रसव के दौरान एक महिला गीता देवी को रक्त की कमी को देखते हुए महिला उपनिरीक्षक निशा पांडे ने अस्पताल जा कर रेडक्रॉस के माध्यम से रक्तदान किया। गीता देवी ने सकुशल पुत्र को जन्म दिया। साथ ही उपनिरीक्षक कुंदन सिंह व गिरिश देवली द्वारा भी दो यूनिट रक्तदान किया गया। बागेश्वर पुलिस कोरोना वायरस के चलते लॉक डाउन किए जा रहे कार्यो को सराहनीय ही कहा जाएगा।
बागेश्वर जनपद के पुलिस अधीक्षक रुचिता जुयाल से हमारे संवादाता दिक्दर्शन रावत की बातचीत
प्रश्न-जनपद बागेश्वर की सीमाओ को कैसे सुरक्षित रख रहे हैं।
एसपी -रुचिता जुयाल-16 तारीख को 7 बैरियर लगाकर जनपद की सीमाओं को सील किया गया है।सब गाड़ियों को ढंग से चेकिंग की जा रही है।संदिग्ध को डॉक्टर की सलाह पर क्वारंटाइन के लिये भेजा जा रहा है।आशा वर्कर और प्रधानों की भी मदद ली जा रही है।अभी तक 4 लोगो को दूरस्थ एरिया से पकड़ा गया है।।
प्रश्न 2-आपके जनपद में मानवीय संवेदनाओं को देखकर काम हो रहा है।
एसपी -हम गरीब लोगों को खाना खिला रहे हैं।बुजर्ग महिलाओ की मदद हर थानों में एक्स्ट्रा गाड़िया लगाई गई है।बागेश्वर मे 4 गाड़िया एक्स्ट्रा लगाई गई हैं।हमारे स्टाफ द्वारा रक्तदान किया गया था।जो भी दैनिक मजदूर भूखा हो उसको खाना थानों में मिल रहा है।अब तक एक हफ्ते से 800 परिवारों को राशन उपलब्ध करा चुके हैं।।
प्रश्न 3 आपको अब पैसे या राशन मिल रहा है।
एसपी-पैसे हम नही ले रहे हैं।राशन अब हमें बहुत अच्छी मात्रा मे उपलब्ध होने लगा है।जिस कारण अब हर चौकी में मेस के माध्यम से खाना खिला रहे हैं।दि संडे पोस्ट के माध्यम से कहना चाहूंगी कोई भी भूखा नही रहे हमारे नजदीकी चौकी और थानों मे खाना मिल रहा है।