वन विभाग के प्रमुख वन संरक्षक जयराज द्वारा प्रदेश में मनाए जाने वाले वन महोत्सव हरेला पर्व पर राज्य में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ आरएसएस का सहयोग लिए जाने का शासनादेश जारी होने के बाद विपक्ष ने जमकर सरकार पर निशाना साधा है। नेता प्रतिपक्ष इंदिरा ह्रदयेश का कहना है कि यह हरेला पर्व पूरे प्रदेश का है और कांग्रेस की हरीश रावत सरकार ने इसे ग्राम पंचायतों और ग्रामीणों को समर्पित किया था लेकिन आजादी के बाद पहली बार इस सरकार ने और वन विभाग के चीफ ने शासनादेश निकालकर जो आरएसएस को सहयोग लेने की बात कही है वह बेहद निंदनीय है। वृक्षारोपण हर कोई करने को स्वतंत्र है स्वयं विपक्ष भी आरएसएस का विरोध नहीं करता लेकिन इस मानसिकता का विरोध करता है, जो इस पत्र के माध्यम से दर्शाई गई है। यही नहीं नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने कहा कि आरएसएस से वन विभाग के चीफ को इतना ही लगाव है तो वह सरकारी नौकरी छोड़कर आरएसएस और भाजपा ज्वाइन कर लें। बेलगाम नौकरशाही को लेकर नेता प्रतिपक्ष ने निशान साधते हुए कहा कि कांग्रेस की सरकार आने पर बेलगाम नौकरशाहों पर शिकंजा कसते हुए विकास कार्यो और प्रदेश में जनहित के कार्यो को धरातल पर लाने का काम किया जाएगा।