- रणजीत सिंह मेहरा
अल्मोड़ा जिले के सीमांत ब्लॉक स्याल्दे में जीवनदायिनी विनोद नदी का खनन माफियाओं ने अस्तित्व खतरे में डाल दिया है। खनन माफियाओं के आगे शासन-प्रशासन और पुलिस भी नतमस्तक होकर मौन स्वीकृति दे रही है। लोग इतने भयभीत हैं कि खनन माफियाओं के खिलाफ कोई भी आवाज उठाने को तैयार नहीं है। ‘दि संडे पोस्ट’ के संवाददाता को भी धमकाने व गाली-गलौज दिए जाने की घटना सामने आई है। जिससे संवाददाता को भी क्षेत्र के माफियाओं से खतरा बना रहता है।
‘विनोद नदी पर बेखौफ खनन माफियाओं ने कब्जा कर लिया है। वे बिना रोक-टोक अवैध खनन कर रहे हैं। हजारों टन रेता, रोड़ी व पत्थर प्रतिदिन सरेआम टैक्टर, घोड़े-खच्चरों से निकाल कर सरेआम मुख्य सड़कों पर डाल कर बेचा भी जा रहा है।

माफियाओं का हौसला इतना बुलंद है कि स्याल्दे बाजार मुख्य मार्ग पर राम मंदिर के पास बंजर खेत में लगभग 10 गाड़ी पत्थर जमा कर लिया गया है। इस तरह खुलेआम शासन-प्रशासन को भी चुनौती दी जा रही है। कोई भी प्रशासनिक अमला खनन माफियाओं के इन काले करतूतों के आगे या तो बेबस है या उनकी भी मिलीभगत से यह सब हो रहा है। स्याल्दे राम मंदिर के पास अवैध खनन सामग्री डम्प की जा रही है, वह खच्चरों के माध्यम से ढोया जा रहा है। जब ढुलाई करने वाले खच्चरों के चालकों से जानकारी ली गई तो उन्होंने अपना नाम हरीश पटवाल व बालम गिरी बताया। उन्होंने कहा कि खच्चरों के मालिक चंदन सिंह मनराल हैं जो अक्सर अपनी बोलेरो गाड़ी के आगे भाजपा का झंडा लगाकर धौंस दिखा रहे हैं। विनोद नदी में वर्तमान में सैकड़ों घोड़े-खच्चरों से प्रतिदिन हजारों टन खनन कर सरकार को प्रतिदिन लाखों रुपए की चपत भी लगाई जा रही है। वहीं दूसरी ओर तामाढौन ग्राम पंचायत के तोक कजारी से ठेकेदार द्वारा ट्रैक्टर व जेसीबी से दिन दहाड़े खनन का खेल खेला जा रहा है। जहां से खनन कर बिना रॉयल्टी के रेत-रोड़ी व पत्थर निकालकर नदी को छलनी कर दिया है। यह खनन बिना रॉयल्टी के तामाढौन देवी मंदिर से रौगधेरा तक बन रही मोटर मागज़् में लगाया जा रहा है। इसके साथ ही कई जगह गाडिय़ों से भी ढुलान किया जा रहा है। इन माफियाओं के आगे सभी नतमस्तक हैं। गांव के लोग दबी जुबान से खनन की बात करते हैं। उनका कहना है कि सड़क मार्ग पर लगे सभी खनन की उच्चस्तरीय जांच के साथ ही विनोद नदी से निकाले रेता-रोड़ी व पत्थर की रॉयल्टी वसूल कर सरकारी खजाने में जमा हो और दोषी अधिकारियों पर भी कार्यवाही की जाए। नाम नहीं छापने की शर्त पर लोगों का यह भी कहना है कि इन खनन माफियाओं की करतूतों का खामियाजा सरकार को भी भोगना होगा।
खनन के चलते विनोद नदी स्याल्दे बाजार से लगभग 4 मीटर गहरी हो गई है। जबकि खनन माफियाओं की इन अमानवीय हरकतों से सिया नगर बाजार, स्याल्दे बाजार व देवी मंदिर छियाणी बाजार पर भी नदी से भूकटाव का खतरा पैदा हो गया है। छियाणी में बनने वाला 400 मीटर खेल मैदान भी इन खनन माफियाओं की भेंट चढ़ गया है। जिसका कार्य निर्माण विभाग ने शुरू किया था। यह खेल मैदान अवैध खनन से आधे से अधिक बह चुका है।
इस बाबत जब प्रभारी तहसीलदार स्याल्दे दिवान गिरी गोस्वामी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि हमें इसकी जानकारी नहीं है। अभी राजस्व उपनिरीक्षक को भेजकर जांच कर कार्यवाही की जाएगी।