दिन प्रतिदिन बढ़ रही ठंड के कारण लोगों के जीवन पर इसके काफी बुरे प्रभाव देखे जा रहे हैं। उत्तरप्रदेश में पिछले एक सप्ताह से पड़ रही भीषण ठंड अब जानलेवा हो गई है। कानपूर में पिछले 24 घंटों के भीतर हार्ट और ब्रेन अटैक से 25 रोगियों की मौत हो गई है। इन्ही मेसे 17 हृदय रोगी तो कार्डियोलॉजी की इमरजेंसी तक भी नहीं पहुंच पाए। उन्हें चक्कर आया, बेहोश हुए और खत्म हो गए। यही हाल ब्रेन अटैक से मरने वाले तीन रोगियों के साथ हुआ। उन्हें अचानक बेहोशी आई और क्षण भर में जीवन से मृत्यु।
इसके बाद इलाके में अफरातफरी मच गई है। लोगों में फैला यह कहर बढ़ता ही जा रहा है। इन लगातार हो रही हत्याओं में मरीज को हॉस्पिटल पहुंचने तक की मोहलत नहीं मिल पाती कि उनकी मौत हो जाती है। डॉक्टरों का कहना है कि ठंड में अचानक ब्लड प्रेशर बढ़ने से नसों में खून का थक्का जम जा रहा है, जिससे हार्ट अटैक और ब्रेन अटैक पड़ रहा है। ब्रेन अटैक के जो रोगी अस्पताल पहुंच रहे हैं, उनकी स्थिति गंभीर रहती है। बहुत से रोगियों की मस्तिष्क की नस फट जा रही है। इसके अलावा खून का थक्का जमने से शरीर को लकवा मार जाता है। कार्डियोलॉजी इंस्टीट्यूट के कंट्रोल रूम के मुताबिक गुरुवार को इमरजेंसी और ओपीडी में 723 हृदय के मामले आए हैं।
कार्डियोलॉजी के निदेशक प्रोफेसर विनय कृष्णा का कहना है कि शीत लहर में रोगी ठंड से बचाव रखें। सुबह जल्दी टहलने के बजाये 8 बजे के बाद टहलने निकलें। धूप में ज्यादा से ज्यादा समय बिताएं जिससे आपका हृदय स्वस्थ और रक्त प्रस्ताव हो सके। एक्सरसाइज करें। डाइट पर कण्ट्रोल करें केवल स्वस्थ भोजन ही ग्रहण करें। ज़्यादा मसालेदार व तेल वाला भोजन न खाये। ब्लड प्रेशर की जांच करते रहे। हाई ब्लड प्रेशर के मरीज अपनी सेहत का ख़ास ख़याल रखें। नमक और मीठा खाना काम कर दें।