साल के अंत में होने वाले हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनावों से पहले सत्ताधारी पार्टी में बड़ी टूट की आशंका जताई जा रही है। हाल ही में भाजपा नेता खीमी राम शर्मा के कांग्रेस में शामिल होने के बाद चर्चा है कि चुनाव से पहले दर्जनों भाजपा विधायक कांग्रेस का हाथ थाम सकते हैं। इस सियासी कयासबाजी को हवा देने का काम कांग्रेस सांसद प्रतिभा सिंह के एक बयान ने किया है। दरअसल, प्रतिभा सिंह ने खीमी राम शर्मा का कांग्रेस पार्टी में स्वागत करते हुए कहा कि अभी और भी भाजपा के दुःखी नेता हैं जो कांग्रेस में आने के लिए तैयार बैठे हैं। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि खीमी राम शर्मा के कांग्रेस में आने से राजनीतिक समीकरण भी उथल-पुथल हुए हैं। गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी पूरी तरीके से सक्रिय हो चुकी हैं। भाजपा 2017 के विधानसभा चुनाव में हारी हुई सीटों पर विशेष ध्यान दे रही है। हिमाचल की कुछ ऐसी विधानसभा सीटें भी हैं जहां पर बीजेपी को लगातार हार का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में इन सीटों पर जीत दर्ज करना पार्टी की प्राथमिकता है। कांगड़ा विधानसभा ऐसी ही सीट है जहां पर उसे पिछले चार चुनावों से जीत नसीब नहीं हुई है।
संकट में हिमाचल भाजपा
