पौड़ी जनपद के कल्जीखाल ब्लॉक के ग्राम पंचायत बिलखेत को नवंबर 2018 में स्वजल की ओर से ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन कार्य के लिए 4 लाख 80 हजार की धनराशि जारी की गई थी। लेकिन ग्राम पंचायत में योजना के तहत स्वीकृत कोई भी कार्य नहीं किया गया। जबकि जारी धनराशि से 4 लाख 5 हजार की धनराशि निकाल ली गई थी। सितंबर 2020 को स्वजल की विभागीय जांच में पूर्व प्रधान बिलेखत के ग्राम पंचायत की उपभोक्ता पेयजल एवं स्वच्छता समिति के कोषाध्यक्ष के साथ मिल कर 4 लाख 5 हजार की धनराशि का गबन किए जाने की पुष्टि हुई थी। स्वजल के अधिकारियों ने पूर्व प्रधान से मामले में जानकारी को लेकर संपर्क किया, तो वह टालमटोल करते रहे। इसके बाद स्वजल के परियोजना प्रबंधक दीपक रावत ने जिला पंचायत राज अधिकारी को पूर्व प्रधान के खिलाफ गबन का आरोप लगाते हुए एफआइआर किए जाने की संस्तुति का पत्र भेजा। जिला पंचायतराज विभाग ने पत्र मिलते ही पूर्व प्रधान को नोटिस जारी किया। पूर्व प्रधान ने नोटिस जारी होते ही गबन की धनराशि ब्याज सहित लौटा दी। जिला पंचायतराज अधिकारी एमएम खान ने बताया कि पूर्व प्रधान बिलखेत ने पंचायत की उपभोक्ता पेयजल एवं स्वच्छता समिति के बैंक खाते में गबन की गई धनराशि 4 लाख 5 हजार और ब्याज राशि 65 हजार 795 रु. जमा कर दिए हैं। उन्होंने बताया कि पूर्व प्रधान को पंचायत के ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन कार्य से जुड़े सभी अभिलेख गुरुवार को वर्तमान प्रधान को सौंपने को कहा गया है।विकासखंड कल्जीखाल की एक ग्राम पंचायत के पूर्व प्रधान ने गबन की गई धनराशि को ब्याज सहित लौटा दिया है। पूर्व प्रधान पर स्वजल विभाग की ओर से ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन कार्य को दी गई धनराशि के गबन का आरोप लगाया गया था। स्वजल की विभागीय जांच में आरोप की पुष्टि हुई थी। जिस पर स्वजल के परियोजना प्रबंधक ने गबन के आरोप में पूर्व प्रधान पर एफआइआर किए जाने की संस्तुति का पत्र जिला पंचायतराज अधिकारी को भेजा था।