पौड़ी के जिलाधिकारी धीरज सिंह गर्बयाल इन दिनों ग्रामीण क्षेत्रों में पर्यटन की नई संभावनाओं के विकास में खासी दिलचस्पी ले रहे हैं। उनका कहना है कि पर्यटन विकास से रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। जिलाधिकारी की पहल का ही नतीजा है कि राष्ट्रीय स्तर की पैराग्लाइडिग बिलेखत में संपन्न होने के बाद अब कंडोलिया में आधुनिक संसाधनों से युक्त पार्क का सौंदर्यीकरण का कार्य लगभग पूरा हो गया है।
दिसंबर में पार्क का लोकार्पण होने के बाद आम जन यहां की सैर कर सकेंगे। पार्क को संवारने की दिशा में की गई इस पहल से आगामी दिनों में यहां पर्यटकों की आमद बढ़ाने की भी उम्मीद है। घने जंगल के बीच कंडोलिया पार्क अब तक पर्यटकों की आंखों से ओझल बना रहा है। अब जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्बयाल ने पार्क के सौंदर्यीकरण की पहल की तो उम्मीदों को भी पंख लगे। जिला योजना की धनराशि से पहाड़ी शैली और पत्थरों पर नक्काशी कर पार्क के सौंदर्यीकरण की छटा देखते ही बन रही है।
डीएम के मुताबिक यह पार्क कैसे पर्यटकों को आकर्षित करेंए इसके लिए यहां माह में तय दिवस की सायं पर सांस्कृतिकए मनोरंजन से जुड़े कार्यक्रम आयोजित किए जाने की योजना बनाई गई है। स्कूली बच्चों के अलावाए युवा वर्ग व अन्य कलाकारों की प्रस्तुतियां भी आकर्षण रहेगी। इसके अलावा यहां एक बेहतर रेस्टोरेंट के अलावा योग के शौकीनों के लिए योग शिविर भी आयोजित होंगे। प्रशासन की इस पहल को पर्यटकों को आकर्षित करने और स्थानीय व्यक्तियों के स्वरोजगार के लिहाज से काफी कारगर माना जा रहा है।
बात अपनी-अपनी
कंडोलिया क्षेत्र का धार्मिक लिहाज से भी काफी महत्व है। यहां बाबा कंडोलिया का मंदिर भी हैए जहां वर्ष भर श्रद्धालु पूजा अर्चना के लिए आते हैं। इसके अलावा समीप ही गगवाडस्यूं घाटी का नैसर्गिक सौन्दर्य सभी को आकर्षित करता है। इतना ही नहीं कंडोलिया से सटे टेका मार्ग से ही सायं को सूर्यास्त का विहंगम सौन्दर्य देखने के लिए काफी संख्या में स्थानीय लोग पहुंचते हैं। कंडोलिया में सुविधा युक्त पार्क के सौंदर्यीकरण का कार्य लगभग पूरा हो चुका है। दिसंबर में मुख्यमंत्री इसका लोकार्पण करेंगे। इसके पीछे की मंशा यहां पर्यटकों की आमद को बढ़ाना है। इससे काफी हद तक स्वरोजगार भी बढेघ्गा। आने वाले दिनों में इसके बेहतर परिणाम देखने को मिलेंगे।
धीराज सिंह गबर्याल, जिलाधिकारी पौड़ी गढ़वाल