राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसन्धान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी ) भारत सरकार द्वारा स्थापित संस्थान है जो विद्यालयी शिक्षा से जुड़े मामलों पर केन्द्रीय सरकार एवं प्रान्तीय सरकारों को सलाह देने के उद्देश्य से स्थापित की गयी है। लेकिन अब ये संस्थान ‘डीम्ड विश्वविद्यालय ‘की मान्यता की मांग कर रहा है। एनसीईआरटी ने डीम्ड यूनिवर्सिटी” के दर्जे के लिए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) में अपील की है। इसके लिए आज की कार्यसमिति की बैठक में चर्चा के लिए इसे सूचीबद्ध किया गया है।
अगर इस स्वायत शिक्षा संस्थान को यूनिवर्सिटी का दर्जा प्राप्त हो जाता है तो ये संस्थान स्नातक, स्नातकोत्तर और डॉक्टरेट की डिग्री दे पाएगा। साथ ही कार्यक्रमों की शुरूआत, पाठ्यक्रम संरचना, संचालन के मामले में भी स्वायत्तता मिलेगी। इस मामले को लेकर आज बैठक की जाएगी।
लेकिन एनसीईआरटी द्वारा डीम्ड यूनिवर्सिटी का दर्जा प्राप्त करने के लिए किये गए आवेदन को लेकर विरोध भी हो रहा है। एनसीईआरटी की स्थापना समिति के निर्वाचित सदस्य सहायक प्रोफेसर अभय कुमार, ने किये गए इस आवेदन के खिलाफ निदेशक को पत्र लिखा है कि “डीम्ड यूनिवर्सिटी” का दर्जा एनसीईआरटी की स्वायत्तता को खत्म कर सकता है। अभय कुमार द्वारा निदेशक को लिखे गए पत्र में कहा गया है कि एनसीईआरटी को ‘डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी’ का दर्जा देने का फैसला कर एनसीईआरटी केवल अपनी अकादमिक स्वायत्तता यूजीसी को सौंपने की कोशिश कर रहा हैं, जिस तरह यूजीसी उच्च शिक्षा के लिए अकादमिक प्राधिकरण है, उसी तरह एनसीईआरटी स्कूली शिक्षा के लिए अकादमिक प्राधिकरण है ,डीम्ड यूनिवर्सिटी का दर्जा एनसीईआरटी के अधिकार खत्म कर देगा।
क्या है डीम्ड यूनिवर्सिटी
डीम्ड यूनिवर्सिटी भारत में उच्च शिक्षा संस्थानों को उच्च शिक्षा विभाग द्वारा दी गई एक मान्यता है। यह भारत में एक प्रकार का विश्वविद्यालय है। भारत में उन उच्चतर शिक्षा संस्थाओं को मानद विश्वविद्यालय भी कहते हैं। जिन्हें विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की सलाह पर भारत सरकार के उच्च शिक्षा विभाग द्वारा इस प्रकार की (अर्थात ‘मानित विश्वविद्यालय’ की) मान्यता दी जाती है।
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