पुलिस महानिरीक्षक डॉ. निलेश आनंद भरणे की छवि एक वैज्ञानिक दृष्टिकोण से काम करने वाले ईमानदार अधिकारी की है। जब से वे कुमाऊं परिक्षेष के महानिरीक्षक बने हैं क्षेत्र में अपराध में कमी और पुलिस प्रशासन के चुस्त-दुरस्त होने चलते अपराधियों के हौसले ठंडे हो चले हैं। बीते दिनों नैनीताल जनपद की पुलिस ने सांप के काटे जाने से हुई सामान्य मौत का सच सामने ला दिया। यह मौत दरअसल एक सोची-समझी साजिश तहत की गई हत्या थी जिसके मूल में अवैध संबंधों का ऐसा ताना-बाना था जिसे सुलझा पाना बेहद टेढ़ी खीर समान था। आईजी भरणे और नैनीताल जनपद की पुलिस टीम ने लेकिन इस मौत का सच सामने ला यह साबित कर दिया कि यदि पुलिस प्रयास करे तो कोई भी अपराधी कानून की पकड़ से बच नहीं सकता
घटना एक : साल 2019। देश में पहली बार केरल में सांप से कटवाकर पत्नी की हत्या करवाने का पहला मामला सामने आया। जिसमें एक पति ने अपनी पत्नी को एक बार नहीं, बल्कि दो-दो बार कोबरा जैसे जहरीलें सांप से कटवाया। न्यायालय ने आरोपी पति सूरज को अपनी पत्नी उत्तरा की हत्या के आरोप में दोहरी उम्रकैद की सजा सुनाई। आरोपी पति सूरज और उत्तरा की शादी 2018 में हुई थी। उत्तरा रसूखदार परिवार से थी। लेकिन सूरज गरीब परिवार से था। सूरज को काफी मोटा दहेज मिला। लेकिन शादी के दो साल के अंदर ही सूरज ने उत्तरा को तीन बार जान से मारने की कोशिश की। वह उत्तरा की हत्या के बाद उसके पैसे हड़प कर अपनी प्रेमिका से शादी करना चाहता था। सूरज के कॉल रिकॉर्ड के साथ ही इंटरनेट और घर के बगीचे में मृत कोबरा तथा कार में नशीला पदार्थ सहित कई ऐसी चीजें मिली जिससे ये मामला मजबूत बना। जबकि सांप बेचने वाले ने भी कबूला कि उसने सूरज के हाथों जहरीले सांप का सौदा किया था। न्यायालय ने मामले की सुनवाई के दौरान सूरज द्वारा पत्नी उत्तरा की हत्या को ‘जघन्य हत्या’ का मामला बताया।
घटना दो : साल 2019। सांप से कटवाकर मौत के घाट उतारने का देश में दूसरा मामला। राजस्थान के बुहाना के सागवा गांव में प्रेम को पाने के लिए एक बहू ने सारी हदें पार कर दी। बहू ने जयपुर से सांप मंगवाया और अपनी सास को डसवाया। प्रेम प्रसंग में रोड़ा बनी सास सुबोध को रास्ते से हटाने के लिए बहू अल्पना जांगिड़ ने अपने प्रेमी मनीष मीणा के साथ मिलकर इस घटना को अंजाम दिया। पुलिस ने 7 माह बाद खुलासा किया। आरोपी बहू, उसके प्रेमी सहित एक आरोपी को गिरफ्तार किया। बहू ने अपनी सास को पहले केले के जूस में नींद की गोलियां खिलाई। उसके बाद जब वह गहरी नींद में सो गई तो अपने प्रेमी को बुला लिया। बहू ने तकिये से सास का मुंह दबाया और प्रेमी ने गला। जब महिला की मौत हो गई तो नाटक रचने के लिए कमरे में सांप छोड़ दिया और सभी से कहा कि सास को सांप ने डस लिया है। लेकिन सास के गले पर पड़े निशानों ने सारा राज खोल दिया।
घटना तीन : साल 2023। उत्तराखण्ड का हल्द्वानी। जहां एक प्रेमिका ने आशिक को रास्ते से हटवाने के लिए कोबरा सांप का सहारा लिया। मृतक अंकित चौहान होटल कारोबारी था। जिसका माही आर्या उर्फ डाली से करीबी संबंध था। माही ने सपेरे रमेशनाथ की मदद से एक कोबरा सांप घर में मंगवाया। इसके बाद अपने प्रेमी अंकित चौहान को घर पर बुला लिया। माही ने अंकित को नींद की गोलियां डालकर शराब पिलाई। जब वह
बेहोश हो गया तो नौकर और नौकरानी से हाथ पैर पकड़वाकर पहले गला घोंटा और फिर कोबरे से डसवा दिया। इसके बाद उसे गाड़ी में रखकर तीनपानी रेलवे स्टेशन के पास उसी की गाड़ी में छोड़ आए।
देश में तीसरा और उत्तराखण्ड में यह पहला मामला है जब एक प्रेमिका ने अपने प्रेमी को कोबरा सांप से कटवा कर जहरीली मौत दी है। देशभर में यह हत्याकांड चर्चाओं के केंद्र में है। मामला हाई-फाई होने के चलते उत्तराखण्ड पुलिस इस हत्याकांड पर सक्रिय हो उठी और चार टीमें गठित की गई। घटना के 9 दिन में ही हत्या के तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर सबको चौंका दिया। पुलिस की तेजतर्रार शैली के चलते न केवल आरोपी गिरफ्तार हुए बल्कि मृतक अंकित चौहान के परिजनों ने पुलिस को 51 हजार का इनाम भी दिया।
उत्तराखण्ड में सांप को हथियार के तौर पर इस्तेमाल करने के कारण चर्चा में आए हल्द्वानी का अंकित हत्याकांड के मामले में पुलिस ने 23 जुलाई को मास्टरमाइंड माही उर्फ डॉली को गिरफ्तार कर लिया है। फिलहाल माही के साथ ही उसका पुराना बॉयफ्रेंड दीप कांडपाल भी पुलिस की गिरफ्त में आ चुका है। फरार चल रही माही के नौकर और नौकरानी को भी पुलिस ने पश्चिम बंगाल के मालदा से गिरफ्तार कर लिया है। कुमाऊं मंडल के आईजी नीलेश आनंद भरणे, एसएसपी नैनीताल पंकज भट्ट और सीओ सिटी हल्द्वानी भूपेंद्र सिंह धोनी ने माही और दीप कांडपाल की गिरफ्तारी का खुलासा करते हुए बताया कि पुलिस ने दोनों को रुद्रपुर से गिरफ्तार किया। दोनों ही मुख्य आरोपी 14 जुलाई को अंकित की हत्या करने के बाद से फरार चल रहे थे। जबकि हत्याकांड का एक आरोपी सपेरा चार दिन पहले ही पुलिस की गिरफ्त में आ चुका था, जिसने पूरे हत्याकांड का खुलासा कर दिया था।
रामपुर रोड स्थित रामबाग निवासी होटल कारोबारी अंकित चौहान (32) का शव बीती 15 जुलाई की सुबह तीनपानी रेलवे क्रॉसिंग के पास उसकी कार की पिछली सीट पर मिला था। पहले पुलिस इस मामले को कार में कार्बन मोनोऑक्साइड गैस की वजह से मौत होना सोच रही थी लेकिन दो डॉक्टरों की टीम से पोस्टमार्टम कराया गया तो अंकित के दोनों पैरों पर सांप के डसने के निशान मिले। दोनों पैरों पर एक ही जगह निशान होने पर पुलिस को शक हुआ। सांप अगर किसी को काटता है तो एक ही पैर में काटता है लेकिन यहां अंकित चौहान के दोनों पैरों में सांप के काटने के निशान से मामला पुलिस को सोचने पर मजबूर कर गया। अपराधी एक बड़ी गलती यह भी कर गए कि जब अंकित चौहान को उसी की गाड़ी में छोड़कर और एसी चलाकर गए तो उन्होंने अंकित को ड्राइवर सीट पर बिठाने की बजाय पिछली सीट पर बिठा दिया। इससे पुलिस का शक और गहरा गया।
इसके बाद अंकित के बारे में पड़ताल की गई तो पता चला कि उसकी एक प्रेमिका है जो गोरापड़ाव डिबेर के पास रहती है। अंकित के मोबाइल की कॉल डिटेल खंगाली गई तो बरेली रोड गोरापड़ाव क्षेत्र में रहने वाली माही आर्या उर्फ डॉली का नाम सामने आया। इस बीच अंकित की बहन ईशा चौहान ने हत्या का आरोप लगाते हुए माही और हल्दूचौड़ निवासी दीप कांडपाल के खिलाफ हल्द्वानी कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज करा दी थी।
माही की कॉल डिटेल से अदकाटा भोजीपुरा बरेली निवासी सपेरे रमेश नाथ का नंबर सामने आया। इसके बाद हत्या की तस्वीर साफ होने लगी। तलाश में जुटी पुलिस ने 19 जुलाई को सपेरे रमेश नाथ को हल्द्वानी के पास से गिरफ्तार कर लिया। उससे पूछताछ हुई तो सारा मामला खुल गया।
पुलिस के अनुसार, अंकित की माही से चार साल से दोस्ती थी। दोनों में प्रेम प्रसंग था। दो साल पहले हल्दूचौड़ नया बाजार निवासी दीप कांडपाल माही की जिंदगी में आया। दोनों में प्रेम प्रसंग हो गया। माही अंकित की आदतों से परेशान हो गई थी। वह कई बार अंकित को छोड़ने की योजना बना चुकी थी। अंकित से वह कई बार मना कर भी चुकी थी लेकिन उसने उसके घर आना नहीं छोड़ा। वह कभी भी माही के घर आ-जाता था, वहीं शराब भी पीता था। इससे माही तंग आ चुकी थी। उसने दीप कांडपाल के साथ अंकित को मारने की योजना बनाई। आठ जुलाई को अंकित का बर्थडे था। माही ने उस दिन अंकित को मारने का प्लान बना लिया। घर में केक मंगाया। प्लान के मुताबिक, अंकित को घर पर बुला लिया। अंकित को शराब में नींद की गोली खिलाकर बेहोश करने की योजना थी। उसके बाद उसे सांप से डसवाया जाना था और शव को कार समेत खाई में गिराना था। आठ जुलाई को दो बजे सपेरा सांप लेकर माही के घर गोरापड़ाव पहुंच गया।
माही और दीप कांडपाल ने सांप देखा तो उन्होंने कम जहरीला बताकर उस सांप से अंकित को मारने का प्लान कैंसल कर दिया, क्योंकि माही कोई भी चूक नहीं करना चाहती थी। उसे डर था कि अगर कम जहरीले सांप से डसवाया और वह बच गया तो अंकित उनकी पोल खोल देगा। हालांकि, उस दिन देर रात तक माही, अंकित, दीप, नौकर, सपेरा और नौकरानी डांस करते रहे ताकि ज्यादा शराब पीकर अंकित बेसुध हो जाए, लेकिन उसके बेसुध न होने पर रणनीति बदलनी पड़ी।
कब सामने आएगा सीडीआर का सच
माही आर्या ने अंकित चौहान हत्याकांड से करीब 20 दिन पहले ही अपने सीसीटीवी कैमरे बंद कर दिए थे। उसके सीसीटीवी कैमरे में कई रसूखदार लोगों के चेहरे कैद हैं। जब वह 14 जुलाई की रात हल्द्वानी से दीप कांडपाल और अपने नौकर तथा नौकरानी के साथ भागी तो अपने सीसीटीवी कैमरे की सीडीआर खुद साथ ले गई। कहा जाने लगा था कि जब पुलिस माही को गिरफ्तार करेगी तो सीसीटीवी की सीडीआर में कैद रसूखदारों के चेहरों से पर्दा हटाए जाएंगे लेकिन 23 जुलाई को जब माही की पुलिस ने गिरफ्तार की और मीडिया की प्रेस कॉन्फ्रेंस की तो इस बाबत कुछ नहीं कहा गया। ‘दि संडे पोस्ट’ ने जब सीडीआर संबंधित सवाल किया तो कुमाऊं के आईजी डॉ ़ नीलेश आनंद भरणे ने इसे जांच का विषय बताकर अभी उजागर न करने की बात कही। साथ ही वह यह भी नहीं बता पाए कि माही आर्य से सीडीआर बरामद की गई या नहीं। दूसरी तरफ ‘दि संडे पोस्ट’ जब माही आर्य के मकान के आस-पास के लोगों से बात करने घटनास्थल पर पहुंचा तो पता चला कि पुलिस उसके घर से सीसीटीवी की सीडीआर ले गई है। माही के पड़ोसी के घर में भी दो सीसीटीवी कैमरे बाहर की तरफ लगे हुए हैं। जिसमें एक कैमरा सड़क से आने वालों की तरफ लगा हुआ है तो दूसरा कैमरा माही आर्य के घर की तरफ लगा है। बहरहाल, पुलिस जांच में दोनों ही कैमरों की सीडीआर से बहुत कुछ सच सामने आने की उम्मीद की जा रही है।
क्रेशर लॉबी से जुड़े हैं तार
माही आर्य उर्फ डॉली एक सामान्य परिवार से आने वाली युवती है। वह रातों-रात धनाढ्य कैसे बनी? कैसे वह एक प्लॉट लेकर उस पर आलीशान मकान बनवा ली? वह भी तब जबकि उसके पास कोई नौकरी तक नहीं थी। इसकी तह में जाने पर स्टोन क्रेशर लॉबी के तार जुड़े नजर आ रहे हैं। ‘दि संडे पोस्ट’ की पड़ताल में चौंकाने वाला सच सामने आ रहा है जिसमें एक स्टोन क्रेशर के पार्टनर के संबंध माही आर्या से थे। माही को पहले प्लॉट दिलाना और बाद में उसके लिए मकान बनाना। यही नहीं बल्कि मकान में आधुनिक सुख-सुविधाओं के सभी इंतजाम कराना इसी क्रेशर मालिक का काम बताया जा रहा है। माही को जब कोई नहीं जानता था तब से ही वह उसके लिए हर शानो-शौकत की चीज उपलब्ध कराता रहा। इस अधेड़ उम्र के स्टोन क्रेशर मालिक के परिजनों को उसका माही के साथ अंतरंग संबंधों का पता चला तो घर में बवाल मच गया था। इसके बाद स्टोन क्रेशर मालिक का बेटा माही को धमकाने उसके घर भी पहुंचा था। बताया तो यहां तक जा रहा है कि उसी स्टोन क्रेशर मालिक ने माही को शहर के रसूखदार लोगों से मिलवाया जो बाद में उसके फैन हो गए। क्रेशर लॉबी में माही आर्या की उपस्थिति का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि स्टोन क्रेशर मालिकों के व्हाट्सएप ग्रुप में माही आर्य को शामिल किया गया। जबकि माही का स्टोन क्रेशर व्यवसाय से दूर-दूर तक नाता नहीं था। ऐसे में स्टोन क्रेशर के सोशल मीडिया ग्रुप में माही का होना कई सवाल खड़े करता है। इसके अलावा एक स्टोन क्रेशर मालिक का 6 माह पुराना मामला भी चर्चाओं में है। जिसमें कहा जा रहा है कि वह भी एक ‘माही’ जैसी महिला के संपर्क में थे। यहां तक कि उनके फिजिकल रिलेशन भी थे। जिसकी बदौलत महिला ने उनको ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। अपनी इज्जत बचाने की खातिर स्टोन क्रेशर मालिक ने 40 लाख देकर उक्त महिला से अपना पीछा छुड़ा लिया। ‘दि संडे पोस्ट’ ने कुमाऊं के आईजी डॉक्टर नीलेश आनंद भरणे से क्रेशर लॉबी से संबंधित सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि जांच जारी है।