उम्मीदों से लबरेज भाजपा और उसके समर्थकों को नरेंद्र मोदी नया अवतार ही मालूम हो रहे हैं। कुछ लोगों को लगता है कि वे चमत्कारिक ढंग से सब कुछ ठीक कर देंगे। मनमोहन सरकार से आजिज आई जनता निराशा के ऐसे गहन अंधकार में डूबी है कि उसे उम्मीद का एक कतरा भी सूरज जान पड़ता है। दिल्ली के सत्ता-द्वार पर दस्तक देते मोदी के बहाने भाजपा के भूत, वर्तमान और भविष्य की विशद विवेचना