भारत से अतंरिक्ष जाने वाले पहले शख्स राकेश शर्मा का आज जन्मदिवस है। वे भारत के पहले और विश्व के 138 वें अंतरिक्ष यात्री है।
राकेश शर्मा को भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री बनने का मौका मिला। 20 सितंबर 1982 में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ‘ इसरो’ के जरिए इन्हें अंतरिक्ष एजेंसी इंटरकॉस्मोस के अभियान के लिए चुना गया। उन्होंने अंतरिक्ष में लाइफ साइंस जुड़े प्रयोग किए और योग भी किया। वह 9 घंटे तक बाकी अंतरिक्ष यात्रियों के साथ अंतरिक्ष में सोए और उसके बाद काम किया। अंतरिक्ष में 7 दिन और 21 घंटे रहने के दौरान उन्होंने कई प्रयोग किए जिनमें सिलिकम फ्यूजिंग टेस्ट शामिल था।
तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने राकेश शर्मा से सवाल किया कि अंतरिक्ष से भारत कैसा दिखता है? तो उन्होंने जवाब दिया, ‘सारे जहां से अच्छा’। राकेश के इस जवाब के बाद वो देश भर में चर्चा में आ गए। 1971 के भारत पाकिस्तान युद्ध के दौरान राकेश शर्मा ने अपने विमान “मिग एअर क्रॉफ्ट” से महत्वपूर्ण सफलता हासिल की। इसी युद्ध के बाद से राकेश शर्मा चर्चा में आए और लोगों ने उनकी योग्यता की जमकर तारीफ की। शर्मा ने दिखा दिया था कि कठिन परिस्थितियों में भी किस तरह शानदार काम किया जा सकता है।
भारत सरकार ने उन्हें अशोक चक्र से सम्मानित किया। विंग कमांडर के पद पर सेवा-निवृत्त होने पर राकेश शर्मा ने हिन्दुस्तान एयरोनाटिक्स लिमिटेड में परीक्षण विमानचालक के रूप में काम किया। राकेश शर्मा का जन्म 13 जनवरी 1949 को पंजाब के पटियाला में हुआ था। राकेश बचपन से ही विज्ञान में काफी रूचि रखते थें। खराब चीजों को सुधारना और इलेक्ट्रॉनिक चीजों पर बारीकी से नजर रखना उनकी आदत थी।
राकेश जब बड़े हुए तो आसमान में उड़ते हवाई जहाज को तब तक देखा करते थे जब तक वह उनकी आंखो से हट नहीं जाता था। जल्द ही राकेश के मन में आसमान में उड़ने की तमन्ना जाग गई फिर वह उसी ओर लग गए। 1966 में एनडीए पास कर इंडियन एयर फोर्स कैडेट बने राकेश शर्मा ने 1970 में भारतीय वायु सेना को ज्वाइन कर लिया। फिर यहीं से इनकी किस्मत ने यू-टर्न लिया। मात्र 21 साल की उम्र में ही भारतीय वायु सेना में शामिल होने के बाद राकेश आगे बढ़ते गए।