ये ऐप बताएगा कोई कोरोना पॉजिटिव है या निगेटिव
कोरोना वायरस के बचाव के लिए भारत सरकार कोरोना कवच नाम की एक ऐप लॉन्च करने वाली है। ये ऐप अभी बीटा वर्जन में उपलब्ध है और अभी इसकी टेस्टिंग की जा रही है। यह ऐप उन लोगों को सावधान करेगा जो कोविड-19 के संदिग्ध के सम्पर्क में आ रहे हैं। यह ऐप गूगल प्ले स्टोर पर भी उपलब्ध है। यूजर इसे प्ले स्टोर से इंस्टॉल कर इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
ऐप को मिनिस्टरी ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी की ओर से बनाया गया है और जल्दी ही इस ऐप का फाइनल वर्जन आ जाएगा। इस ऐप से मिलता-जुलता एक ऐप सिंगापुर में भी बनाया गया है। साथ ही सिंगापूर के ट्रेस टुगेदर ऐप में शॉर्ट डिस्टेंस ब्लूटूथ सिंग्नल का भी उपयोग किया गया है। कोरोना कवच ऐप यूजर्स की लोकेशन का भी पता लगा लेता है। यदि लोकेशन डेटा कोरोना वायरस के यूजर के लोकेशन डेटा से मेल खाता है तो यूजर को नोटिफिकेशन भेजकर उसे ऐप के माध्यम से सचेत किया जाता है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, ऐप से उन यूजर्स का पता चल पाएगा जिन्हें सेल्फ क्वारंटाइन की सलाह दी गई है। जबकि यह ऐप कोरोना वायरस से इन्फेक्टेड व्यक्ति की पहचान नहीं बताता है। कोरोना कवच ऐप में दिए गए कुछ फीचर्स के बारे में बताए तो यूजर्स की लोकेशन के आधार हेल्थ मिनिस्टरी कोरोना वायरस का स्प्रेड का ट्रैक रख सकती है और साथ-ही-साथ अगर आप किसी कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति के पास जाते है तो यह ऐप आपको पहले ही सतर्क कर देता है।
कोरोना कवच ऐप में कलर कोडिंग का भी इस्तेमाल किया गया है। इसमें ग्रीन, येलो और रेड एप कलर्स हैं, जिससे यूजर्स को तरह-तरह की जानकारियां प्राप्त हो सकेगी। इस ऐप में रेड कलर का मतलब है कि आपको क्वारंटाइन किया गया है और आपकी हर लोकेशन पर नज़र रखी जा रही है। यदि यूजर्स क्वारंटाइन जोन से मूव होते है तो इसकी जानकारी हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन को दे दी जाती है।
इस ऐप में ग्रीन कलर यह बताता है कि कभी आप कोरोना संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए ही नहीं और रेड कलर तब होगा। जब आपका टेस्ट हुआ और आप कोरोना पॉजिटिव पाए गए हो। यह ऐप डाउनलोड करने के बाद इसे लॉगिन भी करना पड़ेगा और लॉगिन करने के लिए आपको अपना फ़ोन नंबर डालना होगा। इसके बाद आपके नंबर पर एक ओटीपी आएगा जिसके उपयोग से आप इस ऐप के फीचर्स इस्तेमाल कर पाएंगे।