विश्व कप से पहले भारतीय टीम की सबसे बड़ी परेशानी खिलाड़ियों की फिटनेस है। कई अनुभवी खिलाड़ी चोटिल हैं। मेजबान होने के नाते भारत घरेलू परिस्थितियों में खिताब जीतने के प्रबल दावेदारों में से एक हो सकता है लेकिन कुछ पूर्व दिग्गज खिलाड़ी और खेल विशेषज्ञों को ऐसा नहीं लगता। इनका मानना है कि टीम दबाव के समय संघर्ष करती नजर आ सकती है। ऐसे में सवाल है कि क्या टीम वनडे वर्ल्डकप जीत पाएगी?
भारतीय टीम तीसरी बार विश्व कप जीतने के सपने के साथ आठ अक्टूबर को इस टूर्नामेंट में अपने अभियान की शुरुआत करेगी। वह चेन्नई में अपने पहले मैच में आस्ट्रेलिया के खिलाफ उतरेगी। लेकिन विश्व कप से पहले भारतीय टीम की सबसे बड़ी परेशानी खिलाड़ियों की फिटनेस है। कई अनुभवी खिलाड़ी चोटिल हैं। क्रिकेट प्रेमियों को उम्मीद है कि 12 साल बाद टीम इंडिया वनडे विश्व कप को जीत सकती है, मगर कुछ पूर्व दिग्गज खिलाड़ी और विशेषज्ञों को ऐसा नहीं लगता। ऐसे में सवाल है कि क्या भारतीय टीम वनडे वर्ल्डकप जीत पाएगी?

जानकार कहते हैं कि मेजबान होने के नाते भारत घरेलू परिस्थितियों में खिताब जीतने के प्रबल दावेदारों में से एक हो सकता है लेकिन टीम दबाव के समय संघर्ष करती नजर आ सकती है। ऋषभ पंत भयानक कार दुर्घटना में लगी चोटों से अभी तक उबर नहीं पाए हैं। वहीं श्रेयस अय्यर और केएल राहुल भी अपनी फिटनेस चिंताओं से जूझ रहे हैं। इससे भारतीय मध्यक्रम कमजोर हो गया है। अगर इन चिंताओं का समाधान नहीं किया गया, तो टीम दबाव वाले मैचों में संघर्ष करेगी।
वर्ष 2011 विश्व कप के दौरान टीम के पास न केवल एक ठोस शीर्ष क्रम था बल्कि एक अच्छा मध्य क्रम भी था। गौतम गंभीर, सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग जैसे बहुत अच्छे सलामी बल्लेबाजों के साथ ही अच्छा मध्यक्रम भी था। अभी शीर्ष क्रम ठीक है, लेकिन मध्य क्रम में काफी फेरबदल देखने को मिल रहा है। सूर्यकुमार का टी-20 में प्रदर्शन काफी अच्छा रहा है। लेकिन एकदिवसीय मैचों में वे नाकाम रहे हैं।
पहले मध्यक्रम था मजबूत

पंत के दुर्घटनाग्रस्त होने से पहले टीम में बाएं और दाएं हाथ के संयोजन की बदौलत मध्यक्रम मजबूत दिख रहा था। अगर भारत को विश्व कप जीतने की उम्मीद है तो उसे मध्य क्रम में उस अंतर को भरना होगा। पहले हार्दिक वनडे में छठे या सातवें नंबर पर बल्लेबाजी करते थे, फिर ऋषभ और जडेजा। बाएं- दाएं का संयोजन अच्छा काम कर रहा था। वनडे क्रिकेट में नंबर चार और पांच सबसे महत्वपूर्ण स्थान है। दबाव वाले मैच में हर किसी को योगदान देना होता है। चौथे और पांचवें क्रम पर समस्या है। ऋषभ चोटिल हैं, श्रेयस चोट से वापसी करेंगे, सूर्या ने वनडे में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया है। ऐसे में इन लोगों को विश्व कप से पहले तैयार करना होगा।
गौरतलब है कि आईसीसी वनडे विश्व कप की शुरुआत होने में कुछ ही महीनों का वक्त रह गया है। विश्व कप भारत की मेजबानी में खेला जाएगा। टूर्नामेंट की शुरुआत पांच अक्टूबर से होगी। वहीं विश्व कप से ठीक एशिया कप और आस्ट्रेलिया के साथ वनडे सीरीज खेलेगी। इससे पहले रोहित शर्मा ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि हमें आईसीसी टूर्नामेंट जीतने की जरूरत है।
टीम की चुनौतियां
साल 2023 में भारतीय क्रिकेट के लिए सबसे बड़ा अवसर वनडे विश्व कप होगा। क्रिकेट इतिहास में पहली बार वनडे विश्व कप सिर्फ भारत में ही आयोजित किया जाएगा। रोहित और कोहली के लिए ये आखिरी विश्वकप माना जा रहा है। बुमराह, भुवनेश्वर, राहुल जैसे खिलाड़ी भी अपने लंबे क्रिकेट करियर में पहली बार विश्व कप की ट्रॉफी पर हाथ जमाना चाहेंगे। इस विश्व कप से इतनी उम्मीदें इसलिए हैं क्योंकि भारत धोनी की कप्तानी में आखिरी बार 2011 में विश्व कप भारतीय जमीन पर ही जीता था। पिछले एक दशक में घरेलू मैदान पर टीम का रिकॉर्ड शानदार रहा है, जो टीम के मनोबल को जरूर बढ़ाएगा। लेकिन चुनौतियां भी कम नहीं होंगी। सबसे बड़ा चैलेंज वर्ल्ड कप विनर टीम तैयार करना है। पिछले कुछ टूर्नामेंटों में टीम मैनेजमेंट इसी मोर्चे पर फेल होता रहा है, जिसकी सबसे बड़ी वजह जरूरत से ज्यादा प्रयोग करना है। अभी भी दर्जनों काबिल खिलाड़ी टीम से जुड़ने की कतार में हैं। आस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड, दक्षिण अफ्रीका और पाकिस्तान की मजबूत टीमें भी बैटिंग फ्रेंडली पिचों पर भारत के लिए बड़ी चुनौतियां पैदा कर सकती हैं।
आईसीसी सीरीज जीतने की जरूरत
विश्व कप शुरू होने से पहले भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि हमें आईसीसी टूर्नामेंट जीतने की जरूरत है और हम ट्रॉफी जीतने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करेंगे। टीम इंडिया 2013 के बाद से कोई भी आईसीसी ट्रॉफी नहीं जीती है। उन्होंने श्रेयस अय्यर की बात करते हुए कहा कि वह पूरी फिटनेस हासिल करने की राह पर हैं।

निशाने पर कप्तान और कोच
हाल में खेली जा रही वेस्टइंडीज के खिलाफ टी-20 सीरीज के शुरुआती दो मुकाबलों में भारतीय टीम को हार का सामना करना पड़ा है। इसके बाद भारतीय टीम के कोच और कप्तान की जमकर आलोचना हो रही है। कई खेल प्रेमी और जानकारों ने भारत के वनडे विश्व कप जीतने की दावेदारी पर भी संदेह जताया है। हालांकि, कुछ लोगों का मानना है कि भारतीय टीम इस साल घरेलू मैदान पर विश्व कप का खिताब जीतने की क्षमता रखती है और इसका आकलन वेस्टइंडीज में दो टी-20 मैचों में मिली हार के आधार पर नहीं किया जाना चाहिए।
दरअसल भारत वेस्टइंडीज में दो टेस्ट मैच और वनडे सीरीज जीतने के बाद, पांच मैचों की टी-20 सीरीज में 1-2 से पीछे है, जिसके कारण दो प्रमुख प्रतियोगिताओं, पाकिस्तान और श्रीलंका में एशिया कप और घरेलू मैदान पर वनडे वर्ल्ड कप से पहले टीम की तैयारियों की आलोचना हो रही है। भारत ने सिर्फ दो टी-20 मैच वेस्टइंडीज के खिलाफ गंवाए हैं, इसलिए ज्यादा चिंतित होने की जरूरत नहीं है। एकमात्र चीज यह है कि टीम के कुछ प्रमुख खिलाड़ी गायब हैं। इनमें बुमराह का गायब होना सबसे बड़ा कारण है। अगर वह पूरी तरह से फिर हो जाते हैं तो एक पहलू पूरी तरह से ठीक होना है और दूसरा पहलू मैच फिटनेस हासिल करना है। अगर वे मैच फिटनेस हासिल कर लेते हैं, तो यह टीम इंडिया के लिए एक बड़े फायदे के साथ ही टीम के पास घरेलू मैदान पर विश्व कप जीतने का अच्छा मौका है।
पीठ की सर्जरी के चलते तेज गेंदबाज बुमराह एक साल से मैदान से बाहर चल रहे हैं। इस अवधि के दौरान प्रमुख प्रतियोगिताओं में भारत की लगातार हार को लेकर लोग चर्चा कर रहे हैं कि मुख्य कोच राहुल द्रविड़ के नेतृत्व में भारत पिछले साल टी-20 एशिया कप, टी-20 विश्व कप, इंग्लैंड में विश्व टेस्ट चैंपियनशिप हार गई।
श्रेयस के खेलने पर संशय

विश्व कप में अब महज दो ही महीनों का समय बाकी है। लेकिन श्रेयस अय्यर के खेलने पर संशय बना हुआ है। वे अभी तक पूरी तरह फिट नहीं हो पाए हैं। हालांकि ऐसा माना जा रहा है कि अय्यर वर्ल्ड कप तक फिट हो जाएंगे।