सांस थाम देने वाले पहले सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड से हारकर टीम इंडिया विश्व कप 2019 से बाहर हो गई। वर्षा बाधित इस मैच में न्यूजीलैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत के सामने 240 रन का लक्ष्य रखा था। जवाब में भारतीय टीम 221 रन पर ऑल आउट होते हुए 18 रन से मैच गंवा बैठी।
26 मार्च 2015 को सिडनी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल में 95 रनों की हार के बाद भारत ने 2019 विश्वकप की तैयारियां शुरू कर दी थी। इसमें चौथे नंबर के बल्लेबाज की खोज भी शामिल थी, लेकिन चार साल बाद का यह सफर न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाजों के शुरुआती स्पेल के आगे धराशायी हो गया। विराट की टीम नौ लीग मैचों में सात मुकाबले जीतने के बाद न्यूजीलैंड से नॉकआउट मुकाबले में 18 रनों से पराजित हो गई। वर्ष 1983 और 2011 की विश्वकप चैंपियन भारतीय टीम को एक और खिताब जीतने के लिए अब कम से कम 2013 में भारत में होने वाले विश्वकप का इंतजार करना होगा। इसमें कोई शक नहीं कि यह पिच बल्लेबाजी के लिए आसान नहीं थी लेकिन रवींद्र जडेजा ने शानदार 77 रनों की पारी खेल अच्छी बल्लेबाजी की बांकी बल्लेबाजों को भी उनसे सीख लेनी चाहिए थी।
भारत का स्कोरकार्ड
नाम रन गेंद चौके छक्के
लोकेश राहुल 1 7 0 0
रोहित शर्मा 1 4 0 0
विराट कोहली 1 6 0 0
ऋषभ पंत 32 56 4 0
दिनेश कार्तिक 6 25 1 0
हार्दिक पंड्या 32 62 2 0
महेंद्र सिंह धोनी 50 72 1 1
रवींद्र जडेजा 77 59 4 4
भुवनेश्वर कुमार 0 1 0 0
युजवेंद्र चहल 5 5 1 0
जसप्रीत बुमराह 0 0 0 0
रन : 221/10, ओवर : 49.3, एक्स्ट्रा : 16.
विकेट पतन : 4/1, 5/2, 5/3, 24/4, 71/5, 92/6, 208/7, 216/8, 217/9, 221/10
न्यूजीलैंड की टीम पिछले तीन मैच हारकर रन रेट के सहारे बड़ी मुश्किल से सेमीफाइनल में पहुंची थी, लेकिन उनके गेंदबाजों ने नॉकआउट मुकाबले में स्पॉट पिच पर धार दार गेंदबाजी कर अंकतालिका में नंबर एक पायदान की टीम को बाहर का रास्ता दिखाया। इसी मैदान पर पकिस्तान के तेज गेंदबाजों ने भारत को छोटी गेंदें फेंकी थी, जबकि न्यूजीलैंड के गेंदबाजों को पता था कि अगर भारत के शीर्ष क्रम को झकझोर दिया तो मैच उनके पक्ष में आ जाएगा और उन्होंने वैसा ही किया।
चौथी बार वर्ल्ड कप फाइनल खेलने का भारत का सपना टूट गया। रवींद्र जडेजा और महेंद्र सिंह धोनी की कोशिशों के बावजूद न्यूजीलैंड ने भारत को नॉकआउट मुकाबले में हरा दिया। इस जीत के साथ ही वह लगातार दूसरी बार फाइनल में पहुंच गया। वहीं, भारतीय टीम लगातार दूसरी बार सेमीफाइनल में हारकर बाहर हो गई। पिछली बार उसे ऑस्ट्रेलिया ने हराया था।
मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड स्टेडियम में खेले गए सेमीफाइनल में 240 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम 221 पर सिमट गई। टॉप ऑर्डर पूरी तरह फेल रहा। रोहित शर्मा, लोकेश राहुल और विराट कोहली केवल 1-1 रन बनाकर आउट हुए। निचले क्रम ने मैच में वापसी की कोशिश की, लेकिन अंतिम ओवरों में जडेजा 77 रन और धोनी 50 रन पर आउट होने से फैसला न्यूजीलैंड के पक्ष में गया। न्यूजीलैंड ने 50 ओवर में 8 विकेट पर 239 रन बनाए। उसके लिए रॉस टेलर ने 74 और कप्तान केन विलियम्सन ने 67 रन की पारी खेली। भारत के लिए भुवनेश्वर कुमार ने सबसे ज्यादा तीन विकेट लिए।
मैच के टर्निंग प्वाइंट
- नो साल में भारत के टॉप ऑर्डर का सबसे खराब प्रदर्शन, बोल्ट और हेनरी का बेहतरीन शुरुआती स्पेल¹ 3 .1 ओवर में भारत के 5 रन पर 3 विकेट गिर गए। शुरुआती 19 गेंदों में रोहित, राहुल और कोहली आउट हो गए। इससे पहले जनवरी 2010 में श्रीलंका के खिलाफ भारत के शुरुआती 3 विकेट 3 .3 ओवर में गिरे थे। न्यूजीलैंड के ओपनिंग गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट और मैट हेनरी ने पहले 10 ओवर में सिर्फ 24 रन दिए। दोनों ने 4 भारतीय बल्लेबाजों को पवेलियन भेज दिया। बोल्ट की इनसि्ंवग गेंद पर कोहली एलबीडब्ल्यू आउट हो गए। दूसरी ओर हेनरी ने रोहित-राहुल और कार्तिक को पवेलियन भेज दिया।
- जडेजा का आउट होना : टीम का स्कोर जब 47 .5 ओवर में 208 रन था तब जडेजा आउट हो गए। बोल्ट की गेंद पर वे छक्का मारने के प्रयास में विलियम्सन को कैच थमा बैठे। उन्होंने 56 गेंद की पारी में 4 चौके और 4 छक्के लगाए थे। यहां से भारत को जीत के लिए 31 रन बनाने थे।
- धोनी का रनआउट : जडेजा के आउट होने के बाद धोनी ने अगले ही ओवर में फर्गुसन की पहली गेंद पर बैकवर्ड प्वाइंट बाउंड्री के ऊपर छक्का मारा। इसके बाद तीसरी गेंद पर दो रन लेने के प्रयास में रनआउट हो गए। उन्हें गुप्टिल ने डायरेक्ट थ्रो पर पवेलियन भेज दिया।
- पंत और पंड्या ने सेट होकर विकेट गंवाया : भारतीय टीम 24 रन पर 4 विकेट गंवा चुकी थी। यहां से पंत और हार्दिक ने पांचवें विकेट के लिए 47 रन की साझेदारी की। पंत ने 23वें ओवर में सेंटनर की गेंद पर खराब शॉट खेल कर ग्रैंडहोम को कैच थमा दिया। इसके बाद हार्दिक ने 31वें ओवर में सेंटनर की गेंद पर ही विलियम्सन को कैच थमा बैठे।
लगातार तीसरे सेमीफाइनल में कोहली का बल्ला नहीं चला
विराट कोहली अपने वर्ल्ड कप करियर में लगातार तीसरी बार सेमीफाइनल में नहीं चले। इससे पहले 2011 में पाकिस्तान के खिलाफ सेमीफाइनल में वे 9 रन पर आउट हो गए थे। 2015 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल में 1 रन और इस बार न्यूजीलैंड के खिलाफ सेमीफाइनल में भी 1 रन पर आउट हो गए।
भारत के हीरो : रवींद्र जडेजा
जडेजा का इस वर्ल्ड कप में यह दूसरा मैच ही था। उन्होंने गेंदबाजी में 1 विकेट अपने नाम किया। दो कैच लिए और एक रनआउट किया। जडेजा ने 5 साल बाद वनडे में अर्धशतक लगाया। उन्होंने पिछला अर्धशतक 2014 में इंग्लैंड के खिलाफ लीड्स में लगाया था। जडेजा-धोनी ने 7वें विकेट के लिए 116 रन की साझेदारी की। इस जीत के साथ ही न्यूजीलैंड विश्व कप 2019 के फाइनल में पहुंच गई। यह कीवी टीम का लगातार दूसरा फाइनल होगा, इसके पहले 2015 में भी न्यूजीलैंड खिताबी मुकाबले तक पहुंचा था।