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Tokyo Olympic : सी ए भवानी देवी ने हारकर भी रचा इतिहास

Bhavani

Tokyo ओलंपिक (Tokyo Olympic) में चदलवदा अनंधा सुंदररमन भवानी देवी (CA Bhavani Devi) के अभियान का भले ही अंत हो गया लेकिन भवानी देवी ने टोक्यो ओलंपिक के अपने छोटे से सफर में भी नई इबारत लिख दी। उन्होंने टोक्यो(Tokyo) ओलंपिक्स के वीमेंस व्यक्तिगत सेबर इवेंट में ट्यूनीशिया(Tunisia) की नादिया बेन अज़ीज़ी(Nadia Azizi) को 15-3 से हराया जो ओलंपिक्स के इतिहास में भारत का पहला फेंसिंग मैच था।

27 वर्ष की भवानी ने तीन मिनट के पहले पीरियड में एक भी अंक नहीं गंवाया और 8-0 की मजबूत बढ़त बना ली।नादिया ने दूसरे पीरियड में कुछ सुधार किया लेकिन भारतीय खिलाड़ी ने अपनी बढ़त मजबूत करनी जारी रखी और छह मिनट 14 सेकेंड में मुकाबला अपने नाम किया। तलवारबाज Bhavani Devi अपना अगला मुकाबला हार गई हैं। वह राउंड 32 के मुकाबले में दुनिया की तीसरी नंबर की खिलाड़ी मैनन ब्रुनेट के हाथों हारीं। Bhavani Devi को इस मुकाबले में 7-15 से शिकस्त मिली.इसी के साथ ओलंपिक में उनके अभियान का अंत भी हो गया।

भवानी देवी की यात्रा आसान नहीं,मां ने गहने तक गिरवी रख दिये थे

Bhavani के इस सफर के पीछे की कहानी संघर्ष भरी रही है. भवानी के तलवारबाजी के करियर को जारी रखने के लिए उनकी मां ने अपने गहने तक गिरवी रखे थे। यहां तक पहुंचने से पहले भवानी को कई ठोकरें लगीं लेकिन तलवार की धार की तरह उनके इरादे भी पैने थे। Bhavani के करियर की शुरुआत अच्छी नहीं रही, वह अपने पहले ही इंटरनेशन कंपटिशन में ब्लैक कार्ड पा चुकी थीं।बाउट के लिए 3 मिनट की देरी से पहुंचने के लिए उन्हें यह सजा मिली जिसका मतलब था कि उन्हें आयोजन से बाहर कर दिया गया है।
Bhavani
भवानी देवी (Bhavani Devi) के हौसले इन छोटी मोटी रुकावटों से कहां डिगने वाले थे। वर्ष 2016 के रियो ओलंपिक में ना खेल पाने वाली भवानी ने अपने सपनों को पूरा करने के लिए चेन्नई स्थित अपने घर से हजारों किलोमीटर दूर यूरोप में ट्रेनिंग करती रहीं।8 बार की नेशनल चैम्पियन भवानी देवी कॉमनवेल्थ चैम्पियनशिप टीम इवेंट्स में एक सिल्वर और एक ब्रॉन्ज़ मेडल(BRONZE MEDAL) जीत चुकी हैं।
Tokyo ओलंपिक खेलों का आज चौथा दिन है और प्रतियोगिताओं के लिहाज से आज तीसरा दिन है। आज के दिन की शुरुआत भारतीय दल के लिए ऐतिहासिक रही है। भारत की महिला तलवारबाज सीए भवानी देवी ने आज हारकर भी इतिहास रच दिया है। भवानी देवी भारत की तरफ से ओलंपिक में भाग लेने वाली पहली तलवारबाज तो थी हीं वहीं टेबल ऑफ 64 के मैच में ट्यूनिशिया के खिलाफ जीत दर्ज करके वे भारत के लिए ओलंपिक में तलवारबाजी का मुकाबला जीतने वाली पहली एथलीट(First Athlete) भी बन गई हैं।
भवानी देवी ने अपना ओलंपिक डेब्यू इतिहास रचते हुए किया और उन्होंने ट्यूनीशिया की नादिया बेन अजिजि के खिलाफ तलवारबाजी का मुकाबला 15-3 से जीत लिया। भवानी देवी ने इस मुकाबले में एकतरफा जीत दर्ज की।

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