फीफा वर्ल्ड कप 2022 में कुल 32 टीमें हिस्सा ले रही हैं, लेकिन इसमें भारत का नाम एक बार फिर शामिल नहीं है। इस टूर्नामेंट का इंतजार दुनिया के करोड़ों फैंस चार साल तक करते हैं। इस बीच स्पोर्ट्स वेबसाइट ओप्टा एनालिस्ट ने इस मेगा टूर्नामेंट के लिए एक सर्वे किया है। इस सर्वे के अनुसार इन 6 टीमों को वर्ल्ड कप 2022 का दावेदार माना जा रहा है
फीफा विश्वकप की शुरुआत वर्ष 1930 में उरुग्वे में हुई थी। अब 92 साल बाद यह टूर्नामेंट एक नए आयोजन स्थल पर एक नए चैंपियन की ताजपोशी के लिए तैयार है। इस बार फुटबॉल विश्वकप का आयोजन कतर में पहली बार हो रहा है। जिसका आगाज हो गया है। यह टूर्नामेंट अगले एक महीने तक चलेगा और दुनिया भर के फैंस की इस पर नजरें रहेंगी। इस टूर्नामेंट का इंतजार दुनिया के करोड़ों फैंस चार साल तक करते हैं। मेजबान कतर और इक्वाडोर के बीच उद्घाटन मैच खेला गया। इस साल 32 टीमें भाग ले रही हैं। करीब एक महीने तक चलने वाले इस टूर्नामेंट में कुल 64 मैच खेले जाएंगे। ऐसे में स्पोर्ट्स वेबसाइट ओप्टा एनालिस्ट ने इस मेगा टूर्नामेंट के लिए एक सर्वे किया है। इसमें वेबसाइट ने सुपर कम्प्यूटर की मदद से फीफा वर्ल्ड कप में हिस्सा ले रही टीमों का एनालिसिस किया है। इस पर मिले डेटा के अनुसार इन 6 टीमों को वर्ल्ड कप खिताब का दावेदार माना जा रहा है।
ब्राजील : वर्ल्ड कप के इतिहास में ब्राजील के पास सबसे ज्यादा खिताब हैं। ब्राजील ने 5 बार वर्ल्ड कप जीता है। आखिरी बार 2002 में वर्ल्ड कप जीता था। पिछले वर्ल्ड कप यानी 2018 में ब्राजील की टीम क्वार्टर फाइनल से बाहर हो गई थी। टीम को बेल्जियम के खिलाफ 2-1 से शिकस्त मिली थी। इस साल कोपा अमेरिका में हारने के बावजूद ब्राजील वर्ल्ड कप जीतने के प्रबल दावेदारों में से एक है। ब्राजील का अटैकिंग
लाइनअप बहुत मजबूत है। नेमार टीम को लीड करेंगे। इस साल पीएसजी क्लब में नेमार अलग रंग में नजर आए।
नेमार इस समय यूरोप के क्लब फुटबॉल में छठे नंबर के टॉप गोल स्कोरर हैं। उनकी फॉर्म भी लौट आई है। ब्राजील के अटैकिंग लाइनअप में विनिशियस जूनियर, गेब्रियल और रफिना ने अपने-अपने क्लब में बहुत अहम भूमिका निभाई है।
साथ ही ब्राजील के डिफेंस में अनुभवी खिलाड़ी हैं। 38 साल के थिएगो सिल्वा, जुवेंटस के स्टार डिफेंडर 31 साल के डानीलो और यूरोप के टॉप प्लेयरों में से एक कैसेमीरो डिफेंस को लीड करेंगे। वहीं 39 साल के राइट बैक डानी एल्वेस जुड़े हैं। इसके साथ ही यूरोप के दो बेस्ट गोलकीपर ब्राजील के पास हैं। मेनचेस्टर सिटी के एडरसन और लिवरपूल के एलिसन बेकर वर्ल्ड कप में डिफेंस की आखिरी लाइन को मजबूत करेंगे। सर्वे के मुताबिक ब्राजील को खिताब जीतने का 16.13 फीसदी दावेदार माना जा रहा है।
अर्जेंटीना : माराडोना ने अर्जेंटीना को वर्ष 1986 में वर्ल्ड कप जिताया था। 2014 में ये टीम वर्ल्ड कप के फाइनल तक पहुंची थी। 2018 में अर्जेंटीना राउंड ऑफ 16 में बाहर हो गई थी। 2021 में टीम ने वापसी की और कोपा अमेरिका ट्रॉफी अपने नाम की।
अर्जेंटीना के हेड कोच लियोनल स्कालोनी टीम के लिए बहुत अच्छे साबित हुए हैं। स्कालोनी फीफा वर्ल्ड कप 2018 के बाद अर्जेंटीना के कोच बने। उसके बाद वे अर्जेंटीना को दो इंटरनेशनल ट्रॉफी दिला चुके हैं। रिपोर्ट के अनुसार इस बार भी अर्जेंटीना को खिताब जीतने वालों में 13.1 प्रतिशत दावेदार माना जा रहा है।
इस बार टीम की ओर से लियोनल मेसी अटैक संभालेंगे। टीम के मिड-फील्डर एंजल डी मरिया और डी पॉल अच्छे फॉर्म में दिखाई दे रहे हैं। डिफेंस में लिसांड्रो मार्टिनेज के आने से टीम और मजबूत हो गई है।
फ्रांस : के नाम 2 वर्ल्ड कप का खिताब हैं। डिफेंडिंग चैंपियंस ने 2018 में वर्ल्ड कप जीता था। इससे पहले वर्ष 1998 वर्ल्ड कप पर भी फ्रांस ने कब्जा जमाया था। यूरो 2020 में फ्रांस राउंड ऑफ 16 में बाहर हो गया था।
इस साल अगर स्क्वाड की बात करें तो टीम संतुलित है। टीम के स्टार स्ट्राइकर किलियन एम्बाप्पे पर सबकी नजर रहेगी। हालांकि करीम बेंजेमा की चोट ने टीम को झटका दिया है। इससे टीम के चैंपियन बनने की संभावनाएं कम जरूर हुई हैं। लेकिन मुकाबलों का परिणाम काफी हद तक एम्बाप्पे के प्रदर्शन पर निर्भर करेगा।
पिछले एक साल बेंजेमा ने कमाल का फॉर्म दिखाया। इस साल उन्हें फुटबॉल का सर्वोच्च सम्मान भी मिला है। इस सीजन किलियन एम्बाप्पे यूरोप के तीसरे सबसे बड़े गोल स्कोरर हैं। ऐसे में सर्वे के मुताबिक फ्रांस को 12 फीसदी ही दावेदार माना गया है।
स्पेनः वर्ष 2010 वर्ल्ड कप की विजेता टीम स्पेन के जीतने के चांस 8.9 बताए जा रहे हैं। स्पेन ने आज तक एक बार ही वर्ल्ड कप जीता है। 2010 से पहले स्पेन की टीम कभी फाइनल में भी नहीं पहुंच पाई थी। 2018 में स्पेन का प्रदर्शन बुरा रहा था। टीम रूस के खिलाफ राउंड ऑफ 16 में बाहर हो गई थी। इस साल टीम यंग खिलाड़ियों के साथ मैदान पर उतरेगी।
बार्सिलोना के पूर्व कोच लुइस एनरिके अपने बोल्ड फैसलों के लिए जाने जाते हैं। 2015 सीजन में उन्होंने बार्सिलोना को ट्रेबल (सीजन की तीन मुख्य ट्रॉफी) जिताई थी। 2020 यूरो कप में एक नई टीम स्थापित की और अपने टैक्टिक्स से सभी को हैरान कर दिया था। स्पेन यूरो कप के सेमीफाइनल में विजेता टीम इटली को कड़ी टक्कर देते हुए गेम को पेनाल्टी तक लेकर गई थी।
इसके साथ ही टीम में बार्सिलोना टीम के दो प्रभावशाली यंग मिडफील्डर हैं। गावी और पेड्री। पेड्री को 2021 में यंग प्लेयर ऑफ द ईयर का खिताब मिला था। साथ ही गावी ने इस साल यूरोप के गोल्डन बॉय का अवॉर्ड भी जीता था। स्पेन की टीम की पार्सिग स्किल भी बेहतरीन है।
इंग्लैंड : वर्ष 1966 के बाद इंग्लैंड की टीम एक भी वर्ल्ड कप नहीं जीत पाई है। पिछले कुछ वर्षों में इंग्लैंड ने अच्छा खेल दिखाया है। टीम के लगभग सभी प्लेयर्स दुनिया की बेस्ट लीग इंग्लिश प्रीमियर लीग (ईपीएल) में खेलते हैं। हैरी केन की कप्तानी में टीम 2020 में यूरो कप के फाइनल में पहुंची थी। टीम के पास यंग खिलाड़ियों की भरमार है। मार्कस रैश्फोर्ड, ट्रेंट अर्नाल्ड, एरॉन रैम्सडेल, बुकायो साका और जूड बेर्लिघम जैसे युवा सितारे हैं जो अपने क्लब में अहम खिलाड़ी साबित हुए हैं। मार्कस रैश्फोर्ड इस साल मैनचेस्टर यूनाइटेड के टॉप स्कोरर रहे हैं। वहीं टीम के गोलकीपर निक पोप और एरॉन रैम्सडेल के पास इंग्लिश प्रीमियर लीग में सबसे ज्यादा क्लीन शीट है। यानी उन्होंने 7 मैच में एक भी गोल नहीं खाया है। ओप्टा एनालिस्ट के मुताबिक इंग्लैंड को 8.8 प्रतिशत फीफा वर्ल्ड कप जीतने का दावेदार माना गया है।
जर्मनी : चार बार की वर्ल्ड कप चैंपियन जर्मनी को इस बार केवल 7.7 फीसदी ही खिताब का दावेदार माना जा रहा है। इससे पहले जर्मनी ने 2014 में ब्राजील को उसी के घर में 7-1 से हराया था।
जर्मनी का पिछले वर्ल्ड कप में प्रदर्शन देखें तो वह साउथ कोरिया के खिलाफ हार कर ग्रुप स्टेज में बाहर हो गई थी। इसलिए इस बार जर्मनी ने म्युनिख के पूर्व कोच हंसी फ्लिक को टीम की कमान सौंपी है। हंसी फ्लिक ने बायर्न म्युनिख को एक ही सीजन में 6 प्रमुख कप जिताए थे।
टीम के पास हर पोजिशन पर कम से कम एक प्रमुख खिलाड़ी है। टीम के दोनों गोलकीपर नोयर और टर स्टेगन ने इस सीजन में अपने क्लब को कई बार हार से बचाया है। वहीं मिडफील्ड में गुंडोगन और खिमिच अपनी टीम में अहम भूमिका निभाएंगे। फॉरवर्ड में साने और नाबरी जैसे फास्ट और मुलर जैसे अनुभवी खिलाड़ी साथ मिलकर टीम के लिए गोल दाग सकते हैं।
इस फॉर्मेट के साथ होगा टूर्नामेंट फीफा वर्ल्ड कप 2022 में कुल 32 टीमें भाग लेंगी। जिनके बीच 48 लीग मैच जाएंगे। यहां अच्छा प्रदर्शन करने वाली 16 टीमें ही अगले दौर में पहुंचेंगी। सभी टीमों को 8 ग्रुप में बांटा गया है और लीग मैच के बाद हर ग्रुप में शुरुआती दो स्थानों पर रहने वाली टीमें टॉप 16 राउंड में इसके बाद आठ टीमों के बीच क्वार्टर फाइनल मैच होंगे। 14 और 15 दिसंबर को सेमीफाइनल मैच होंगे। सेमीफाइनल में हारने वाली दोनों टीमें 17 दिसंबर को तीसरे स्थान के लिए भिड़ेंगी। वहीं टूर्नामेंट का खिताबी मुकाबला 18 दिसंबर को खेला जाएगा।
फीफा विश्वकपकप 2022 के ग्रुप
ग्रुप-एः इक्वाडोर, नीदरलैंड्स, सेनेगल, कतर
ग्रुप-बीः इंग्लैंड, वेल्स, यूएसए, ईरान
ग्रुप-सीः पोलैंड, अर्जेंटीना, सऊदी अरब, मैक्सिको
ग्रुप-डीः फ्रांस, ट्यूनिशिया, ऑस्ट्रेलिया, डेनमार्क
ग्रुप-ईः कोस्टा रिका, जर्मनी, स्पेन, जापान
ग्रुप-एफः क्रोएशिया, मोरक्को, बेल्जियम, कनाडा
ग्रुप-जीः सर्बिया, ब्राजील, कैमरून, स्विट्जरलैंड
ग्रुप-एचः उरुग्वे, कोरिया रिपब्लिक, पुर्तगाल घाना।