करीब डेढ़ साल से पूरी दुनिया कोरोना महामारी से जंग लड़ रही है। इस महामारी का असर दुनियाभर के खेलों पर भी देखने को मिला है। कोरोना के चलते पिछले साल कई खेल रद्द किए गए और कई खेलों को स्थगित करना पड़ा जो अब यानी इस साल खेले जाने हैं, लेकिन कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर से इस साल और भी ज्यादा खतरनाक हो गया है। इस सबके बीच पिछले कुछ महीनों पहले जैसे ही कोरोना का कहर कुछ कम हुआ उस बीच विश्व टेस्ट क्रिकेट चैम्पियनशिप के कुछ मुकाबले खेले गए थे। जिसका फाइनल मुकाबला साउथैंप्टन में भारत और न्यूजीलैंड के बीच 18 जून से खेला जाएगा। जैसे-जैसे यह हाईबोल्टेज मुकाबला नजदीक आ रहा है वैसे-वैसे दोनों ही टीमें जीतोड़ अभ्यास में जुट गई हैं। इसके लिए भारतीय टीम ने ग्रुप ट्रेनिंग शुरू कर दी है। बता दें कि भारतीय टीम तीन जून को साउथम्पटन पहुंची थी, जहां उसे तीन दिन तक सख्त क्वारंटीन से गुजरना पड़ा।
भारतीय क्रिकेट टीम के कोच शास्त्री ने कहा है कि विश्व टेस्ट क्रिकेट चैम्पियनशिप फाइनल एक बड़ा मुकाबला है। यह पहली बार है जब आप टेस्ट चैम्पियनशिप का फाइनल देखोगे। जब आप इस मैच के महत्व को देखोगे तो मुझे लगता है कि यह बड़ा नहीं, बल्कि काफी बड़ा है, क्योंकि यह खेल का मुश्किल प्रारूप है।यह ऐसा प्रारूप है जो आपकी परीक्षा लेता है। यह तीन दिनों या तीन महीनों में नहीं हुआ, बल्कि यह दो से ज्यादा वर्षों में हुआ है जिसमें टीमें दुनिया भर में एक दूसरे के खिलाफ खेलीं और उन्होंने फाइनल खेलने का हक हासिल किया इसलिए यह काफी अहम मुकाबला है।
दूसरी तरफ न्यूजीलैंड की टीम को एक बड़ा झटका लगा। दरअसल न्यूजीलैंड की टीम इंग्लैंड के साथ दो टेस्ट मैचों की सीरीज खेल रही है। पहले टेस्ट मैच में
चोटिल हुए टीम के कप्तान केन विलियमसन इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट से बाहर हो गए हैं। उनकी जगह टाॅम लाथम को टीम की कमान सौंपी गई है। प्लेइंग इलेवन में विलियमसन की जगह विल यंग लेंगे। बता दें कि कोहनी में चोट के चलते विलियमसन के खेलने पर पहले से ही संशय बना हुआ था।
कोच गैरी स्टीड ने कहा कि कुछ समय से विलियमसन कोहनी की चोट से परेशान थे। केन के लिए यह आसान फैसला नहीं था लेकिन यही सही फैसला है।यह फैसला आईसीसी विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप को ध्यान में रखकर लिया गया है। हमें यकीन है कि वह 18 जून से होने वाले मैच तक फिट हो जाएंगे।
बता दें कि पहले टेस्ट में कप्तान केन का बल्ला खामोश रहा था। उन्होंने पहली व दूसरी पारी में क्रमशः 13 और 1 रन बनाए थे। इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच लाॅर्ड्स में खेला गया पहला टेस्ट ड्राॅ रहा था। वहीं, अब दोनों टीमों के बीच दूसरा टेस्ट 10 जून) से एजबेस्टन में खेला जा रहा है। इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज खत्म होने के बाद कीवी टीम को 18 जून से भारत के खिलाफ विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप का फाइनल खेलना है। ऐसे में कोच की निगाहें विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल पर ज्यादा टिकी हुई हैं।
इस मुकाबले के बाद भारतीय खिलाड़ियों को लगभग तीन हफ्ते का आराम मिलेगा और वे 14 जुलाई को दोबारा एकत्रित होकर इंग्लैंड के खिलाफ चार अगस्त से नाॅटिंघम में शुरू होने वाली पांच मैचों की टेस्ट सीरीज की तैयारी करेंगे। कोहली ने भी दो जून को रवाना होने से पहले प्रेस काॅन्फ्रेंस में कहा था कि क्या दो सीरीजों के बीच बड़े अंतर से टीम की तैयारियां प्रभावित होंगी। भारतीय कप्तान ने इसे टीम के लिए स्वागत योग्य ब्रेक करार दिया था और मुख्य कोच रवि शास्त्री ने भी उनसे सहमति जताई है।