महिला फीफा वर्ल्ड कप के खिताबी मुकाबले में एक ओर जहां इंग्लैंड का पहली बार खिताब जीतने का सपना टूट गया है वहीं दूसरी तरफ स्पेन ने इंग्लैंड को 1-0 से हराकर पहली बार वर्ल्ड चैंपियन का तमंगा हासिल करने के साथ-साथ नया कीर्तिमान गढ़ दिया है
हाल ही संपन्न हुआ महिला फीफा वर्ल्ड कप 2023 के फाइनल मुकाबले में स्पेन की टीम ने इंग्लैंड को 1-0 से मात देने के साथ इस ट्राफी को पहली बार अपने नाम करने में कामयाबी हासिल की है। ऑस्ट्रेलिया के सिडनी स्टेडियम में खेले गए इस खिताबी मुकाबले में स्पेन की तरफ से एकमात्र गोल महज 23 साल की ओल्गा कारमोना ने किया जो पहले हाफ के 29वें मिनट के दौरान आया। यही गोल मैच में निर्णायक साबित हुआ और अंत में स्पेन ने खिताबी जीत हासिल कर नया कीर्तिमान गढ़ दिया है।
स्पेन की टीम ने सेमीफाइनल में स्वीडन की टीम को 2-1 से मात देने के साथ पहली बार फाइनल में जगह बनाने में कामयाबी हासिल की थी, वहीं इंग्लैंड ने मेजबान ऑस्ट्रेलिया को टीम को सेमीफाइनल में 3- 1 से मात देकर फाइनल में प्रवेश किया था और उनका भी यह पहला फीफा फाइनल मैच था। स्पेन की टीम अब फीफा वर्ल्ड कप खिताब जीतने वाली पांचवीं टीम बन गई है। महिला फुटबॉल वर्ल्ड कप के खिताब को अब तक अमेरिका ने 4 बार जबकि जर्मनी ने 2 बार, नार्वे और जापान ने 1-1 बार अपने नाम किया है। इंग्लैंड का किसी भी वर्ल्ड कप में यह अब तक का सबसे शानदार प्रदर्शन देखने को मिला है। इससे पहले साल 2015 वर्ल्ड कप में उन्होंने तीसरा स्थान किया था।
दोनों टाइटल जीतने वाला दूसरा देश बना स्पेन
स्पेन पुरुष और महिला दोनों का फुटबॉल वर्ल्ड कप जीतने वाला दूसरा देश बन गया है। इससे पहले जर्मनी दोनों कैटेगरी में खिताब जीतने वाला पहला देश है। महिला वर्ल्ड कप की शुरुआत वर्ष 1991 में हुई थी। इस टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा खिताब अमेरिका के नाम हैं। वह चार बार यह खि़ताब अपने नाम कर चुका है।
मैच पर स्पेन ने बनाएं रखी पकड़
इंग्लैंड ने पहले हाफ में चांस बनाए, लेकिन स्पेन ने दूसरे हाफ में पूरी तरह अपना दबदबा कायम रखा। मैच में स्पेन ने 58 फीसदी समय बॉल अपने कब्जे में रखी। वहीं, गोल की ओर 13 शॉट मारे। जबकि इंग्लैंड ने गोल की ओर 8 शॉट मारे और 42 प्रतिशत बॉल अपने पास रखी।
दूसरे हाफ में स्पेन को मिला मौका
दूसरे हाफ में स्पेन अपनी बढ़त को बरकरार करने में सफल रहा। 70वें मिनट में स्पेन को पेनल्टी से गोल करने का मौका मिला। हालांकि इंग्लैंड की गोलकीपर मैरी इयरप्स ने स्पेन की खिलाड़ी जेनिफर हर्मोसो की पेनल्टी बचाकर स्कोर 1-0 पर बनाए रखा।
इंग्लैंड के हार के कारण
इंग्लैंड ने फाइनल मुकाबले में 16 फाउल किए। जबकि, स्पेन ने सिर्फ 9 फाउल ही किए। इंग्लैंड की हार का एक बड़ा कारण बॉल पासिंग रहा। इंग्लैंड ने पूरे गेम में 362 पास किए, टीम का सक्सेस रेट 72 फीसदी रहा। वहीं, स्पेन ने 486 पास किए और 81 प्रतिशत सफलता हासिल की। स्पेन आमतौर पर पासिंग की रणनीति को ही अपनाता रहा।
टूर्नामेंट में स्पेन ने सिर्फ एक मैच गंवाया
वर्ल्ड की नंबर-6 की टीम स्पेन ने इस सीजन में सिर्फ एक मुकाबला गंवाया। वह ग्रुप- सी के टेबल टॉपर जापान से हारकर दूसरे स्थान पर रहा था। स्पेन ने अपने शुरुआती 2 ग्रुप मैचों में कोस्टा रिका और जाम्बिया को हराया। नॉकआउट स्टेज में स्पेन ने पहले स्विट्जरलैंड को हराया और फिर क्वार्टर फाइनल में एक्स्ट्रा टाइम में नीदरलैंड को 2-1 से हराया। सेमीफाइनल में स्पेन ने स्वीडन पर कड़े संघर्ष के बाद जीत हासिल की और फाइनल में जगह पक्की की। फाइनल से पहले तक स्पेन ने 17 गोल किए थे, जिसमें एताना बोनमाती, जेनिफर हर्मोसो और एल्बा रेडोंडो ने तीन- तीन गोल का योगदान दिया। वहीं टीम ने गोल खाए।
फाइनल से पहले टूर्नामेंट में अजेय था इंग्लैंड
दुनिया के चौथे नंबर की टीम इंग्लैंड नें 2022 में महिला यूरो कप जीतकर फीफा वर्ल्ड कप के लिए क्वालिफाई किया था। टीम फाइनल से पहले टूर्नामेंट में अजेय थी। इंग्लैंड ने हैती, डेनमार्क और चीन पर जीत के साथ ग्रुप-डी में टॉप पोजिशन हासिल की थी। राउंड ऑफ 16 में इंग्लैंड ने पेनल्टी शूटआउट में नाइजीरिया को हराकर बाहर किया था। टीम ने क्वार्टर फाइनल और सेमीफाइनल में कोलंबिया और मेजबान ऑस्ट्रेलिया को हराया था।
फाइनल से पहले 6 मैचों में मिल्ली ब्राइट की कप्तानी वाली इंग्लैंड टीम ने 13 गोल किए, जबकि केवल 3 गोल खाए थे। फाइनल में टीम को एक ही गोल पड़ा और यही गोल टीम को ट्राफी से दूर ले गया।
स्पेन का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन स्पेन का इस टूर्नामेंट में पहला मेडल है और वह भी गोल्ड। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि स्पेन ने इस महिला फीफा विश्व कप संस्करण से पहले इस टूर्नामेंट में सिर्फ एक मैच ही जीता था।
वर्ष 1991, 1995, 1999, 2003, 2007 और 2011 महिला फीफा विश्व कप के लिए तो स्पेन की टीम क्वालिफाई ही नहीं कर पाई थी। 2015 में पहली बार स्पेन की टीम ने महिला फीफा विश्व कप खेला और तीन में से दो मैच हारे। एक ड्रॉ के साथ स्पैनिश टीम ग्रुप स्टेज से ही बाहर हो गई थी। 2019 संस्करण में स्पेन की टीम राउंड ऑफ-16 तक पहुंची थी। तब उसने चार मैच खेले। एक जीत, दो हार और एक ड्रॉ के साथ टीम राउंड ऑफ-16 में हार गई थी। अब 2023 में तीसरे विश्व कप में ही स्पेन की टीम ने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर खिताब अपने नाम किया है।
यूरोपीय देशों के बीच तीसरा फाइनल
इंग्लैंड की टीम का भी यह सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। इससे पहले 2015 में इंग्लैंड ने तीसरा स्थान हासिल किया था। इंग्लैंड-स्पेन की टीम पहली बार फाइनल में पहुंची थी। महिला फीफा विश्व कप में दो यूरोपीय टीमों के बीच वह तीसरा फाइनल रहा। वर्ष 1995 के फाइनल में नॉर्वे ने जर्मनी को 2-0 से और 2003 के फाइनल में जर्मनी ने स्वीडन को 2-1 से हराकर खिताब जीता था। अब यूरोपीय देशों के बीच तीसरे फाइनल में स्पेन ने इंग्लैंड को 1-0 से हराया। स्पेन की महिला टीम ने फीफा विश्व कप खिताब के मामले में अपने ही देश के पुरुष टीम की बराबरी कर ली है। स्पेन की पुरुष टीम ने एक ही बार 2010 में फीफा विश्व कप का खिताब जीता है। उसके 13 साल बाद महिला टीम भी अब चैंपियन बन गई है।
स्पेन ने टूर्नामेंट में 18 गोल दागे
स्पेन ने महिला फीफा विश्व कप में पिछले चारों मैच जीते हैं, जो कि इस टूर्नामेंट में उसका बेहतर प्रदर्शन है। इस संस्करण में सात मैचों में 18 गोल दागे हैं। स्पेन ने 2023 महिला फीफा विश्व कप में सात गोल खाए। यह फाइनल में पहुंचने वाली टीम द्वारा खाया गया दूसरा सबसे ज्यादा गोल है। इससे पहले नॉर्वे ने वर्ष 1991 में आठ गोल खाए थे और फाइनल में पहुंची थी। हालांकि, तब नॉर्वे की टीम चैंपियन नहीं बन पाई थी। अमेरिका ने 1991 के फाइनल में नॉर्वे को 2-1 से हरा दिया था।
वर्ल्ड कप में स्पेन का पूरा सफर
स्पेन विमेंस टीम का महिला वर्ल्ड कप 2023 में सफर देखा जाए तो उन्होंने ग्रुप स्टेज में कोस्टा रिका की टीम को 3-0 से मात देकर सफर का आगाज किया था। इसके बाद जाम्बिया को स्पेन ने 5-0 से मात दी थी। हालांकि जापान से टीम को 4-0 से हार का सामना करना पड़ा था। सुपर-16 में स्पेन ने स्विट्जरलैंड की टीम को 5-1 से मात देने के साथ क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया। यहां पर उन्होंने नीदरलैंड को 2- 1 से मात दी और फिर सेमीफाइनल में स्वीडन को हराने के साथ फाइनल में जगह बनाई थी। गौरतलब है कि फीफा महिला वर्ल्ड कप का यह नौवां सीजन था जो न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया की मेजबानी में 20 जुलाई से 20 अगस्त तक खेला गया। टूर्नामेंट में कुल 64 मैच खेले गए, जिनका आयोजन 9 शहरों के 10 मैदानों पर हुआ। अबकी बार 32 टीमों ने इसमें भाग लिया था, जबकि पिछली बार फ्रांस में हुए महिला वर्ल्ड कप में 24 टीमें खेली थी। पिछला खिताब अमेरिका ने जीता था, लेकिन इस बार वह सेमीफाइनल में भी नहीं पहुंच पाया।
महिला फीफा वर्ल्ड कप की विजेता टीमें :
साल विजेता उपविजेता तीसरा स्थान
1991 अमेरिका नॉर्वे स्वीडन
1995 नॉर्वे जर्मनी अमेरिका
2011 जापान अमेरिका स्वीडन
2015 अमेरिका जापान इंग्लैंड
2019 अमेरिका नीदरलैंड स्वीडन
2023 स्पेन इंग्लैंड स्वीडन