हाल ही में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में जब भारतीय क्रिकेट टीम को हार झेलनी पड़ी थी, तो कई तरह से सवाल खड़े हुए थे। उम्मीद की जा रही थी कि वेस्टइंडीज दौरे पर चयनकर्ता टीम के कमजोर पक्षों पर काम करेंगे और एक मजबूत टीम खड़ी करने की तरफ कदम बढ़ाएंगे। लेकिन जब से टीम का चयन हुआ है तब से चयनकर्ता खेल विशेषज्ञों के निशाने पर आ गए हैं। टीम चयन ने यह विवाद भी छेड़ दिया है कि क्या टेस्ट टीम का चयन रणजी ट्रॉफी के आधार पर ना कर आईपीएल के आधार पर किया गया है? क्या भविष्य में टेस्ट टीम आईपीएल के आधार पर चुनी जाएगी?
भारतीय क्रिकेट टीम का इस साल एशिया कप, वनडे वर्ल्ड कप जैसे बड़े टूर्नामेंट्स के लिए चयन होना है। ऐसे में सेलेक्शन कमेटी का रोल काफी अहम हो जाता है। वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में जब टीम को हार झेलनी पड़ी थी तो कई तरह से सवाल खड़े हुए थे। उम्मीद की जा रही थी कि वेस्टइंडीज दौरे पर भारतीय सेलेक्टर्स टीम के कमजोर पक्षों पर काम करेंगे और एक मजबूत टीम खड़ी करने की तरफ कदम बढ़ाएंगे। लेकिन जब से वेस्टइंडीज दौरे के लिए खासकर टेस्ट टीम का चयन हुआ है, तब से चयनकर्ता खेल विशेषज्ञों के निशाने पर आ गए हैं। इस टीम चयन ने यह विवाद भी छेड़ दिया है कि क्या टेस्ट टीम का चयन रणजी ट्रॉफी के आधार पर न कर आईपीएल के आधार पर किया गया है? क्या भविष्य में टेस्ट टीम आईपीएल के आधार पर चुनी जाएगी?
इसकी वजह लगातार 3 सालों से अच्छा प्रदर्शन कर रहे सरफराज खान को नजरअंदाज करना तो है ही, साथ ही घरेलू क्रिकेट में लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे कई खिलाड़ियों के ऊपर आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को तरजीह देना है। इस वजह से खेल विशेषज्ञ भड़के हुए हैं और वे रणजी ट्रॉफी की प्रासंगिकता पर सवाल उठा रहे हैं। जिनमें सुनील गावस्कर, वसीम जाफर जैसे दिग्गज भी शामिल हैं। दरअसल सुनील गावस्कर ने चेतेश्वर पुजारा को बाहर करने के साथ ही सरफराज को शामिल नहीं करने पर सवाल उठाए थे। अब पूर्व भारतीय ओपनर वसीम जाफर ने टीम चयन पर सवाल उठाए हैं। वसीम जाफर ने तीन बड़े सवाल भी पूछे हैं। पहला सवाल है कि चार ओपनर की टीम में क्या जरूरत थी। चयनकर्ता मध्यक्रम में सरफराज खान का चयन कर सकते थे, वे लगातार घरेलू क्रिकेट में प्रदर्शन कर रहे हैं।

दूसरा सवाल ईश्वरन और पंचाल रणजी और इंडिया ए के लिए लगातार अच्छा कर टीम इंडिया का दरवाजा खटखटा रहे हैं। वे आईपीएल नहीं खेलते हैं तो क्या इसी वजह से उनका चयन नहीं हुआ? ऋतुराज लाइन में कहां से आ गए? उन्होंने इस बात पर भी आश्चर्य जताया है कि एक महीने के आराम के बाद भी शमी को आराम क्यों दिया गया? शमी ऐसे गेंदबाज हैं, जो जितनी बॉलिंग करेंगे उतना फिट और फॉर्म में रहेंगे। गौरतलब है कि अगले महीने भारत को वेस्टइंडीज का दौरा करना है, जिसके लिए बीसीसीआई ने टेस्ट और वनडे टीम का एलान कर दिया है। टी-20 टीम की घोषणा अभी नहीं की गई है। 12 जुलाई से शुरू होने वाली टेस्ट सीरीज के लिए भारतीय टीम में बड़ा बदलाव किया गया है। मध्यक्रम के बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा की विदाई हो गई है तो ऋतुराज गायकवाड़ और यशस्वी जायसवाल को पहली बार मौका मिला है। केएस भरत की जगह बरकरार है वहीं चेतेश्वर पुजारा और उमेश यादव को टेस्ट टीम में चयनकर्ताओं ने जगह नहीं दी है। जिसके कारण चयनकर्ताओं को लगातार आलोचना का सामना करना पड़ रहा है।
इन खिलाड़ियों को किया गया नजरअंदाज
सरफराज खान को जगह नहीं देने की वजह से चयनकर्ताओं पर लगातार सवाल उठ रहे हैं। मुंबई के लिए घरेलू क्रिकेट खेलने वाले सरफराज का फर्स्ट क्लास औसत सर डॉन ब्रैडमैन के बाद सबसे बेहतर है। रणजी के पिछले तीन सीजन में उन्होंने 100 से ज्यादा की औसत से रन बनाए हैं। इसके बाद भी उन्हें टीम में नहीं चुना गया। आलोचकों का कहना है कि सिर्फ सरफराज ही नहीं इसके अलावा कई अन्य खिलाड़ी भी हैं, जिनके साथ लगातार अच्छे प्रदर्शन के बाद भी भेदभाव हो रहा है। उदाहरण के तौर पर अभिमन्यु ईश्वरन, प्रियांक पांचाल, पृथ्वी शॉ और जलज सक्सेना जैसे कई नाम हैं। जिन्होंने घरेलू क्रिकेट में सिर्फ एक सीजन नहीं बल्कि लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है, फिर भी इन्हें नजरअंदाज किया जा रहा है। क्योंकि इनका दोष सिर्फ इतना है कि इनमें से अधिकांश आईपीएल नहीं खेलते हैं। इसीलिए इनके ऊपर ऋतुराज गायकवाड़ को तरजीह दी गई है।

टेस्ट क्रिकेट तो छोड़िए लगता है कि घरेलू क्रिकेट में भी टीम का चयन आईपीएल के आधार पर किया जाने लगा है। जिस तरह घरेलू क्रिकेट के दिग्गज खिलाड़ी जलज सक्सेना को रणजी में सबसे ज्यादा विकेट लेने के बावजूद भी दिलीप ट्रॉफी के लिए नहीं चुना गया है। विशेषज्ञ इन सब चीजों से खुश नहीं हैं। कुछ ने तो यह तक कह दिया है कि अगर सिर्फ फिटनेस के आधार पर ही टीम चुननी है, प्रदर्शन के आधार पर नहीं, तो फिर आप
एथलीटों को क्रिकेट टीम में चुनिए।
युवा खिलाड़ी को क्यों नहीं मिली उपकप्तानी
वेस्टइंडीज दौरे के लिए अजिक्य रहाणे को फिर से रोहित शर्मा का डिप्टी बनाया गया है। रोहित की उम्र 36 साल हो चुकी है और रहाणे का भी क्रिकेटिंग करियर बहुत लंबा नहीं बचा है। ऐसे में तमाम दिग्गज खिलाड़ियों के अनुसार, भारत के भविष्य का टेस्ट कप्तान तैयार करने का यह सही समय था। कैरेबियाई दौरे पर किसी युवा खिलाड़ी को उपकप्तान की जिम्मेदारी सौंपी जानी चाहिए थी, ताकि वह खुद को बतौर लीडर तैयार कर सके।
टीम में चार ओपनर, लेकिन खोखला मिडिल ऑर्डर
वेस्टइंडीज दौरे के लिए चुनी गई टेस्ट टीम में चार ओपनर्स को शामिल किया गया है। रोहित शर्मा के साथ शुभमन गिल पारी का आगाज करते नजर आएंगे। इसके साथ ही टीम में यशस्वी जायसवाल और ऋतुराज गायकवाड़ को भी रखा गया है। हालांकि, टीम इंडिया की सबसे बड़ी कमजोरी रहे मध्यक्रम में युवा खिलाड़ियों को मौका देना सेलेक्टर्स ने जरूरी नहीं समझा। विराट कोहली और रहाणे के बाद मिडिल ऑर्डर में कोई बल्लेबाज उनकी जगह लेने के काबिल नजर नहीं आता है।
बेदम है पेस अटैक
टेस्ट टीम में कई पुराने तेज गेंदबाजों की वापसी हुई है। साल 2021 में अपना आखिरी टेस्ट खेलने वाले नवदीप सैनी को मौका दिया गया है, तो जयदेव उनादकट को भी टीम में शामिल किया गया है। गौर करने वाली बात यह है कि मोहम्मद सिराज को छोड़कर पेस अटैक में ऐसा कोई भी गेंदबाज मौजूद नहीं है, जिसकी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में हालिया फॉर्म बेहतर रही हो। मुकेश कुमार अभी बेहद युवा हैं, तो उनादकट और सैनी ने काफी लंबे समय से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेला है।
वेस्टइंडीज दौरे पर टीम इंडिया का पूरा कार्यक्रम
पहला टेस्ट- 12 से 16 जुलाई, डोमिनिका
दूसरा टेस्ट- 20 से 24 जुलाई, पोर्ट ऑफ स्पेन
पहला वनडे- 27 जुलाई, ब्रिज टाउन
दूसरा वनडे- 29 जुलाई, ब्रिजटाउन
तीसरा वनडे- 1 अगस्त, पोर्ट ऑफ स्पेन
पहला टी- 20- 3 अगस्त, पोर्ट ऑफ स्पेन
दूसरा टी- 20- 6 अगस्त, गुयाना
तीसरा टी- 20- 8 अगस्त, गुयाना
चौथा टी- 20- 12 अगस्त, फ्लोरिडा
पांचवां टी- 20- 13 अगस्त, फ्लोरिडा
टेस्ट टीमः रोहित शर्मा (कप्तान), शुभमन गिल, ऋतुराज गायकवाड़, विराट कोहली, यशस्वी जायसवाल, अजिंक्य रहाणे (उपकप्तान), केएस भरत (विकेटकीपर), ईशान किशन (विकेटकीपर), आर अश्विन, आर जडेजा, शार्दुल ठाकुर, अक्षर पटेल, मो. सिराज, मुकेश कुमार, जयदेव उनादकट, नवदीप सैनी।
वनडे टीमः रोहित शर्मा (कप्तान), शुभमन गिल, ऋतुराज गायकवाड़, विराट कोहली, सूर्यकुमार यादव, संजू सैमसन (विकेटकीपर), ईशान किशन (विकेटकीपर), हार्दिक पंड्या (उपकप्तान), शार्दुल ठाकुर, आर जडेजा, अक्षर पटेल, युजवेंद्र चहल, कुलदीप यादव, जयदेव उनादकट, मोहम्मद सिराज, उमरान मलिक, मुकेश कुमार।