अभी पूरा दुनिया कोरोना महामारी से जूझ रही है। दिन-ब-दिन कोरोना अपना विकराल रुप लेते जा रहा है। जिसको देख सभी तरह से एहितियात बरती जा रही है। जिससे कोरोना के संक्रमण को बढ़ने से रोका जा सके। इसी संक्रमण को देखते हुए भारत में 23 मार्च से 3 मई तक पूरी तरह से लॉकडाउन का निर्णय लिया गया है। इस लॉकडाउन का सख्ती से पालन किया जा रहा है पर अभी तक काबू नहीं पाया गया है। इस बीच 29 मार्च से आईपीएल शुरू होना था।
कोरोना के वजह से इसे पहले 15 अप्रैल तक स्थगित कर दिया गया था। जिसके बाद फिर लॉकडाउन की अवधि बढ़ने के कारण इसे अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। जिसके बाद आईपीएल को करने के लिए सभी विकल्पों पर विमर्श किया जा रहा है। इसी बीच श्रीलंका ने मेजबानी करने में दिलचस्पी दिखाई थी पर बीसीसीआई ने साफ मना कर दिया। अब पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के सीईओ वसीम खान ने आईपीएल पर बयान दिया है कि आईपीएल के लिए एशिया कप के कार्यक्रम में किसी तरह के बदलाव पर पीसीबी ऐतराज जताएगा।
वाशिम खान ने आगे कहा कि उन्हें उम्मीद है कि कोरोना वायरस महामारी पर काबू होने की स्थिति में एशिया कप टी-20 टूर्नामेंट यूएई में सितंबर में ही होगा। खान ने जीटीवी समाचार चैनल से कहा, ‘‘हमारा रूख एकदम साफ है। एशिया कप सितंबर में होना है और सिर्फ सेहत से जुड़े मसले के कारण ही इसमें कोई बदलाव हो सकता है। आईपीएल के लिए इसके कार्यक्रम में बदलाव किया गया तो वह हमें मंजूर नहीं होगा।’’
उन्होंने आगे कहा, ‘‘मैने सुना है कि एशिया कप नवंबर दिसंबर में कराने पर बात हो रही है जो हमारे लिये मुमकिन नहीं है। यदि आप एशिया कप में बदलाव करते हैं तो यह एक सदस्य देश के लिए रास्ता बनाने की कवायद है जो सही नहीं है और हम इसका समर्थन नहीं करेंगे।’’ वसीम खान ने कहा कि जिम्बाब्वे की टीम उस समय पाकिस्तान दौरे पर होगी और फिर पाकिस्तान को न्यूजीलैंड जाना है। कोरोना महामारी के कारण आईपीएल अनिश्चितकाल के लिये स्थगित कर दिया गया है लेकिन ऐसी अटकलें हैं कि साल के आखिर में हालात सुधरने पर इसका आयोजन हो सकता है।
खान ने कहा कि गुरूवार को आईसीसी मुख्य कार्यकारियों की कांफ्रेंस कॉल पर हुई बैठक में बीसीसीआई प्रतिनिधि ने आईपीएल विंडो का मसला नहीं उठाया। एशिया कप की मेजबानी इस बार पाकिस्तान के पास है। इस टूर्नामेंट का आयोजन असल में पाकिस्तान में ही होना था, लेकिन बीसीसीआई ने भारतीय टीम को पाकिस्तान भेजने से इंकार कर दिया था। जिसके बाद इसे दुबई में आयोजित करने पर सहमति बनी थी।