भारत की हर फार्मेट की सबसे काबिल और कामयाब महिला बल्लेबाजों में से एक मिताली राज ने टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया है। उन्होंने यह फैसला अपना ध्यान 2021 के वनडे विश्व कप की तैयारी पर लगाने के लिए लिया है। वह दनादन और फटाफट क्रिकेट की भारत की सबसे कामयाब बल्लेबाज हैं। मिताली ने भारत की तीन टी20 विश्व कपों .2012 ‘श्रीलंका, 2014 बांग्लादेश और 2016 भारत सहित 32 टी20 मैचों में कप्तानी की। वह भारत के लिए कुल चार टी20 विश्वकपों में खेली।
मिताली राज ने कहा कि भारत को वनडे विश्वकप जिताना मेरा सपना है और इसे पूरा करने के लिए अपना सब कुछ झोंक देना चाहती हूं। भारत के लिए 2006 से टी20 मैचों में खेलना शुरू करने के बाद से अब मैं क्रिकेट के इस सबसे छोटे फार्मेट को अलविदा कहना चाहती थी, जिससे कि मैं अपनी पूरी ऊर्जा खुद को 2021 के वनडे विश्व कप के लिए तैयार करने पर लगा सकूं।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ‘बीसीसीआई’ से निरंतर समर्थन के लिए मैं उसका आभार जताना चाहती हूं। मैं भारतीय महिला क्रिकेट टीम को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ घरेलू टी20 सीरीज की तैयारी के लिए शुभकामनाएं देती हूं। मिताली राज ने भारत के लिए 203 वनडे मैच खेले और 52 में नाटआउट रहकर सात शतकों और 52 अर्धशतकों सहित 51 ़29 की औसत से 6720 रन बनाए। बतौर लेग स्पिनर मिताली ने भारत के लिए आठ विकेट भी चटकाए हैं।
मिताली राज भारत की पहली टी20 कप्तान हैं। 2006 में पहली बार टी20 में भारत की अगुआई करने वाली मिताली राज ने क्रिकेट के इस सबसे छोटे फार्मेट में 89 मैचों में देश की नुमाइंदगी की और 17 अर्धशतकों सहित 37.50 की औसत से कुल 2364 रन बनाए। मिताली राज का टी20 क्रिकेट में सेंचुरी जडने का सपना जरूर पूरा नहीं हुआ। टी.20 में नाटआउट 97 रन उनका सर्वोच्च स्कोर है।
वह टी20 क्रिकेट के इतिहास में रन बनाने में दुनिया में छठे नंबर पर है। महिला टी20 क्रिकेट में मिताली से रन बनाने में सूजी बेटसए स्टीफनी टेलर, चार्लोट एडवडर्स ए मैग लेनिंग और डियांड्रा डाटिन ही आगे हैं। मिताली टी20 क्रिकेट में दो हजार से ज्यादा रन बनाने वाली अकेली भारतीय महिला बल्लेबाज हैं। मिताली ने भारत के लिए अपना आखिरी टी20 मैच गुवाहाटी में खेला और 32 गेंद खेल कर 30 रन बनाए। मिताली राज ने हाल ही में कहा था कि वह दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 24 सितंबर से शुरू होने वाली आगामी पांच टी20 मैचों की सीरीज के लिए भारतीय टीम में चयन के लिए उपलब्ध हैं।
वर्ष 2018 में इंग्लैंड के खिलाफ पिछले टी20 विश्व कप के सेमीफाइनल में मिताली राज को भारत की अंतिम एकादश से बाहर रहने पर खासा विवाद हुआ था। तब मिताली की मैनेजर ने इसका ठीकरा तत्कालीन कप्तान हरमनप्रीत कौर पर फोड़ते हुए उन्हें पक्षपाती होने के साथ साजिशकर्ता तक बताया था। हरमनप्रीत ने इस तरह के आरोपों को तब बेबुनियाद बताते हुए कहा था कि मिताली को बाहर रखने का फैसला टीम प्रबंधन का साझा फैसला था।
मिताली की न्यूजीलैंड और इंग्लैंड के खिलाफ टी20 सीरीज में भारत की टीम में वापसी के बाद भी उनकी टीम में जगह को लेकर सवालिया निशान लगाए गए थे। हरमनप्रीत के साथ मिताली राज खेली और कहा था कि दोनों के बीच कोई विवाद नहीं है।