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ओलंपिक में भारत हॉकी में अभी भी जीत सकता पदक 

खेलों के महाकुंभ टोक्यो ओलंपिक 2020  में भारतीय पुरुष हॉकी टीम भले ही सेमीफाइनल में हार गई है , लेकिन भारत के लिए पदकों की संख्या में और इजाफा होने की संभावनाएं बनी हुई हैं। भारत की पुरुष हॉकी टीम कल जहां कांस्य पदक के लिए अपना आखिरी मुकाबला खेलेगी, वहीं महिला हॉकी टीम सेमीफाइनल में अर्जेंटीना से महामुकाबला खेलेगी। भारत के राष्ट्रीय खेल हॉकी की दोनों टीमें यानी पुरुष और महिला दोनों ने बेहतरीन प्रदर्शन कर दशकों बाद सेमीफाइनल में जगह बनाने सफल हुई। पुरुष टीम  49 साल बाद सेमीफाइनल में पहुंची है, तो महिला हॉकी टीम भी शुरुआती मैचों में हार के बाद बेहतरीन कमबैक करते हुए सेमीफाइनल में पहुंच गई है। दोनों टीमों के बेहतरीन प्रदर्शन ने लंबे समय बाद हॉकी में पदक की उम्मीद जगाई है।

 


इतिहास रचने से चूकी भारतीय हॉकी पुरुष टीम

 

टोक्यो ओलंपिक में भारतीय पुरुष हॉकी टीम के पास फाइनल में पहुंचने का मौका था, लेकिन टीम ने ये मौका गंवा दिया और भारतीय हॉकी पुरुष टीम इतिहास रचने से चूक गई। हालांकि, अभी भी भारत के पास पदक जीतने का मौका है, लेकिन सिर्फ कांस्य पदक के लिए ही भारतीय टीम लड़ाई लड़ पाएगी, क्योंकि सेमीफाइनल मैच में बेल्जियम से मिली करारी हार के बाद गोल्ड और सिल्वर मेडल जीतने का सपना चकनाचूर हो गया है।

आज तीन अगस्त को टोक्यो में भारत और बेल्जियम के बीच पहला सेमीफाइनल मैच खेला गया, जिसमें भारतीय हॉकी टीम को 5-2 से करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा और इसी के साथ भारत का स्वर्ण और रजत पदक अपने नाम करने का सपना चकनाचूर हो गया। हालांकि, अभी भी भारत के पास 41 साल के बाद पदक जीतने का मौका है, लेकिन कांस्य पदक के लिए टीम को अब दूसरे सेमीफाइनल की उपविजेता टीम से भिड़ना होगा।

 

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भारत के पास सेमीफाइनल जीतकर हॉकी के फाइनल में पहुंचने का मौका था, लेकिन टीम ने दूसरे हाफ में किए गए खराब प्रदर्शन की वजह से ये मौका गंवा दिया । भारतीय हॉकी टीम पहले क्वार्टर में जरूर 0-1 से पिछड़ गई थी, लेकिन दूसरे क्वार्टर में भारत ने 2-1 की बढ़त हासिल कर ली थी। हालांकि दूसरे हाफ में भारत एक भी गोल नहीं कर पाया और एक के बाद एक बेल्जियम की टीम को पेनाल्टी कार्नर से गोल करने का मौका दे दिया।

एक दर्जन से ज्यादा बार बेल्जियम की टीम को पेनाल्टी कार्नर मिला, जिसमें से पांच बार टीम ने गोल किया। भारत की तरफ से जहां कप्तान मनप्रीत सिंह और हरमनप्रीत सिंह ने एक-एक गोल किया। वहीं बेल्जियम की ओर से एलेक्जेंडर हेंड्रिक्स ने गोल्स की हैट्रिक करते हुए अपनी टीम को जीत दिलाई। उनके अलावा डोमनिक डोहमैन और लौक फैनी लूपार्ट ने एक-एक गोल कर टीम को 5-2 से जीतकर सिल्वर और गोल्ड पदक का दावा ठोक दिया।

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