क्रिकेट में टेस्ट क्रिकेट ही किसी क्रिकेटर का असली इम्तिहान होता है। इस लिहाज से टीम इंडिया के खिलाड़ी साल 2019 में इस परीक्षा में पूरी तरह पास हुए हैं। भारतीय क्रिकेट टीम ने जनवरी में सिडनी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इस साल टेस्ट क्रिकेट का आगाज किया था। इस मुकाबले को टीम इंडिया ड्रॉ कराने में सफल रही थी। इसके बाद तो जैसे भारत का विजयी अभियान तेजी से दौड़ने लगा और अगले सातों टेस्ट टीम इंडिया ने अपने कब्जे में किए। दिलचस्प ये रही कि टीम ने इनमें से पिछले चार टेस्ट पारी के अंतर से अपने नाम किए, जो अब एक विश्व रिकॉर्ड है। इससे भी कमाल तो ये है कि इस साल केवल भारत ही ऐसी टीम है, जो टेस्ट क्रिकेट में अपराजित रही है। टीम इंडिया ने इस साल के अपने आखिरी टेस्ट में बांग्लादेश को पारी और 46 रन से मात दी।
साल 2019 भारतीय क्रिकेट टीम के लिए बेमिसाल रहा, खासतौर से टेस्ट क्रिकेट फार्मेट में भारत ने लाजवाब खेल का प्रदर्शन किया। भारतीय टीम ने इस पूरे साल में कुल आठ टेस्ट मैच खेले जिसमें उसे एक में भी हार का मुंह नहीं देखना पड़ा। टीम ने अपने इन आठ मुकाबलों में से सात में जीत दर्ज की, जबकि एक मैच ड्रॉ रहा। भारतीय टीम के लिए बांग्लादेश के खिलाफ पिंक बॉल डे नाइट टेस्ट मैच इस साल का आखिरी मुकाबला था। इस मुकाबले को भारत ने पारी और 46 रनों से जीता। यही वजह है कि भारतीय टीम वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की अंकतालिका में 360 अंकों के साथ पहले स्थान पर है।
भारत को टेस्ट चैंपियनशिप में पहले स्थान पर पहुंचाने में टीम के टॉप ऑर्डर बल्लेबाजों का अहम योगदान रहा। इन भारतीय बल्लेबाजों ने हर मौके पर टीम के लिए बेहतरीन प्रदर्शन कर जीत की इबारत लिखी। आइए जानते हैं भारतीय टीम के उन टॉप ऑर्डर बल्लेबाजों के बारे में जिनके लिए यह साल टेस्ट में बेस्ट रहा।
मयंक अग्रवाल : इस लिस्ट में सबसे पहला नाम ओपनर बल्लेबाज मयंक अग्रवाल का है। मयंक ने अपनी बल्लेबाजी से साल 2019 को यादगार बना दिया। उन्होंने इस साल कुल आठ टेस्ट मैच खेले जिसमें वे 68.54 की औसत से 754 रन बनाए। इस दौरान मयंक ने तीन शतक लगाए जिसमें दो दोहरे शतक भी शामिल है। इस शानदार प्रदर्शन की वजह से ही मयंक ने आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में टॉप- 10 में अपनी जगह बनाई। इस शानदार प्रदर्शन के साथ ही मयंक ने टीम की एक बड़ी मुश्किल को भी हल कर दिया। क्रिकेट के इस फार्मेट में मयंक एक स्थापित ओपनर बल्लेबाज के तौर पर उभरकर सामने आए।
रोहित शर्मा : साउथ अफ्रीका के खिलाफ तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में रोहित ने ऐसी बल्लेबाजी की कि कई रिकॉर्ड अपने नाम किए। रोहित साल 2013 में पहली बार लिमिटेड ओवर्स क्रिकेट में भारतीय टीम के लिए ओपनिंग करने मैदान पर उतरे थे। इसके 6 साल बाद रोहित को पहली बार टेस्ट में ओपनिंग करने का मौका मिला और उन्होंने ओपनर बल्लेबाज के तौर पर अपने पहले ही टेस्ट मैच में इतिहास रच दिया। रोहित ने ओपनर बल्लेबाज के तौर पर अपने पहले ही टेस्ट मैच के दोनों पारियों में शतक लगाने का कारनामा किया। साल 2019 में रोहित ने कुल पांच टेस्ट मैच खेले जिसमें उन्होंने 92.66 की औसत से 556 रन बनाए। इस दौरान रोहित के बल्ले से तीन शतक निकले जिसमें 212 रनों की पारी भी शामिल है।
अजिंक्य रहाणे : टेस्ट टीम के मध्यक्रम बल्लेबाज रहाणे ने अगस्त में वेस्टइंडीज के खिलाफ लगातार दो टेस्ट मैचों में अर्द्धशतकीय पारी खेलकर इसका सबूत दे दिया। इससे पहले उन्हें टेस्ट में काफी संघर्ष करना पड़ रहा था। इस साल कुल 8 टेस्ट मैच खेले जिसमें उन्होंने 71.33 की औसत से 642 रन बनाए। इस दौरान उनके बल्ले से दो शतक भी निकले।
साल 2019 में वनडे के बॉस
रोहित शर्मा : इस साल वनडे के बॉस रहे और क्रिकेट के इस फॉर्मेट में सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में पहले स्थान पर रहे। उन्होंने इस साल वनडे क्रिकेट में कुल 1490 रन बनाए। उन्होंने इस साल कुल 28 वनडे मैच खेले।
विराट कोली : भारतीय कप्तान विराट कोहली पिछले कुछ सालों से जबरदस्त फॉर्म में चल रहे हैं। क्रिकेट के तीनों ही फॉर्मेट में वे धमाकेदार बल्लेबाजी कर रहे हैं। लेकिन इस साल टेस्ट क्रिकेट में उनका बल्ला उनके फॉर्म के अनुरूप नहीं चला। विराट कोहली ने इस साल कुछ आठ टेस्ट मैंचों में 68 ़00 की औसत से 612 रन ही बना पाएं इस दौरान उन्होंने दो शतक लगाए जिसमें साउथ अफ्रीका के खिलाफ उनकी नाबाद 254 रनों की पारी भी शामिल है। इतना ही नहीं काहली इंटरनेशनल क्रिकेट में अधिक शतक लगाने के मामले में तीसरे स्थान पर आ गए हैं। कोहली से आगे सिर्फ सचिन तेंदुलकर और पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोटिंग हैं। कोहली ने इंटरनेशनल क्रिकेट में अब तक कुल 70 शतक लगा चुके हैं जबकि सचिन 100 और पोटिंग के नाम 71 इंटरनेशनल शतक दर्ज है। इस साल वनडे में सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में दूसरे स्थान पर आ गए हैं। विराट कोहली ने इस साल खेले 26 वनडे मैचों में 59 ़86 की औसत से कुल 1377 रन बनाए। इस साल विराट को बल्ले से कुल पांच शतक और सात अर्धशतक निकले। इस साल वनडे में उनका बेस्ट स्कोर 123 रन रहा।
शाई होप : इस साल वनडे में सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में तीसरे पोजीशन पर वेस्टइंडीज के बल्लेबाज शाई होप रहे। होप ने इस साल 28 मैचों में 61.13 की औसत से कुल 1345 रन बनाए। उन्होंने इस साल 4 शतक और 8 अर्धशतक लगाए।
क्रिकेट के जन्मदाता ने पहली बार जीता खिताब
साल 2019 में हुए आईसीसी क्रिकेट विश्व कप में मेजबान इंग्लैंड ने ऐतिहासिक लॉर्डस मैदान पर धड़कनों को थाम देने वाले रोमांचक मुकाबले में न्यूजीलैंड को सुपर ओवर में अंतिम गेंद पर पराजित कर पहली बार आईसीसी विश्वकप का चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया। न्यूजीलैंड ने 50 ओवर में आठ विकेट पर 241 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर बनाया जबकि इंग्लैंड की टीम 50 ओवर में आखिरी गेंद पर 241 के स्कोर पर आउट हो गई। विश्वकप के इतिहास में खिताब के लिए पहली बार सुपर ओवर का सहारा लिया गया, जिसमें मेजबान टीम को जीत हासिल हुई।
मोहम्मद शमी : टीम इंडिया के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने इस साल विश्व कप में अफगानिस्तान के खिलाफ हैट्रिक लेकर इतिहास रचा।
कुलदीप ने दूसरी बार ली हैट्रिक : साल के अंत में भारत और वेस्टइंडीज के बीच खेली गई तीन एकदिवसीय मैचों की सीरीज के दूसरे मैच में कुलदीप यादव ने बड़ी उपलब्धि हासिल की। कुलदीप ने इस मैच के 33वें ओवर की चौथी, पांचवीं और छठी गेंद पर लगातार विकेट लेकर करियर की दूसरी हैट्रिक अपने नाम की।
पीवी सिंधु : बैटमिंटन की स्टार खिलाड़ी पीवी सिंधु के लिए यह साल खास रहा। सिंधु ने इस साल भारतीय बैटमिंटन के इतिहास में अपना नाम स्वर्ण अक्षरों में दर्ज किया। 2016 रियो ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीतने वाली सिंधु ने वर्ल्ड चैंपियनशिप में पहली बार गोल्ड पर भी कब्जा जमाया। इससे पहले सिंधु ने 2013 और 2014 में वर्ल्ड चैंपियनशिप में कांस्य तथा 2017 और 2018 में रजत पदक जीता था।
हिमा दास : एशियाई खेलों में गोल्ड मेडल जीतने वाली हिमा दास 2019 की शुरुआत से ही सुर्खियों में रही। हिमा ने इस साल कुल 6 गोल्ड जीते। उन्होंने मात्र 19 साल की उम्र में वो कारनामा कर दिखाया है जो किसी भारतीय ने नहीं किया। हिमा को अर्जुन अवार्ड से भी नवाजा जा चुका है।
विनेश फोगाट : रियो ओलंपिक में मेडल से चूकने के बाद विनेश फोगट ने अपनी घुटने की चोट से उभर कर एशियाई खेलों में गोल्ड के साथ वापसी की। वह भारत की तरफ से पहली महिला रेसलर हैं जिसने इन खेलों में गोल्ड जीता। इतना ही नहीं साल 2019 में एशियाई रेसलिंग चैपिंयनशिप में कांस्य जीत कर देश का मान बनाए रखा।
भारतीय मुक्केबाज मैरी कॉम : भारतीय महिला स्टार मुक्केबाज एमसी मैरीकॉम ने वर्ल्ड चैंपियनशिप में इस साल इतिहास रच दिया। मैरीकॉम ने 51 किग्रा भारवर्ग के क्वार्टर फाइनल में कोलंबिया की मुक्केबाज इंग्रीट वेलेन्सिया को 5- 0 से हराकर अपना एक मेडल पक्का किया। इस मेडल को जीतने के साथ ही मैरी ने विश्व चैंपियनशिप में अपने पदक की संख्या आठ कर ली। ऐसा करने वाली मैरी दुनिया की पहली महिला मुक्केबाज बन गई हैं।
सौरभ चौधरी : एशियाई खेलों में गोल्ड मेडल जीत कर सौरभ चौधरी ने सब की निगाहें अपनी तरफ खींची। भारत की ओर से यूथ ओलंपिक, जूनियर आईएसएसएफ वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड जीतने वाले वह एकलौते खिलाड़ी बने।
नीरज चोपड़ा : भाला फेंक ऐथलीट नीरज चोपड़ा का नाम भारत में इस वक्त जेवलिन का पर्याय माना जाता है। उन्होंने एशियाई खेलों में साबित कर दिया कि भारत किसी भी खेल में किसी भी देश से पीछे नहीं है।
सर्वश्रेष्ठ फुटबॉल टीम : फुटबॉल की नियामक संस्था फीफा ने बेल्जियम को लगातार दूसरी बार साल की सर्वश्रेष्ठ फुटबॉल टीम को पुरस्कार से सम्मानित किया। बेल्जियम इस समय फीफा विश्व रैंकिंग में शीर्ष पायदान पर मौजूद है। विश्व चैंपियन फ्रांस दूसरे और ब्राजील तीसरे नंबर पर हैं।
हॉकी में एफआईएच ‘प्लेयर ऑफ द ईयर’ अवॉर्ड
भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह को 6 दिसंबर) को अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ (एफआईएच) ने वर्ष का खिलाड़ी पुरस्कार के लिए नामित किया। उनकी अगुवाई में भारत ने तोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया था। दो अन्य भारतीयों विवेक प्रसाद और लालरेमसियामी को एफआईएच ने क्रमशः पुरुष और महिला वर्ग में वर्ष उदीयमान स्टार पुरस्कार के लिए नामित किया है। मनप्रीत ने अभी तक 242 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं। यह 27 वर्षीय खिलाड़ी भारतीय मध्यपंक्ति में अहम भूमिका निभाता है। उनकी कप्तानी में भारत ने भुवनेश्वर में इसको 11-3 के कुल स्कोर से हराकर तोक्यो ओलंपिक में जगह पक्की की थी। साल के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी पुरस्कार के लिए जिन अन्य खिलाड़ियों को नामित किया गया उनमें ऑस्ट्रेलिया के एडी ओकेनडन और एरेन जालेवस्की, अर्जेंटीना के लुकास विला तथा बेल्जियम के आर्थर वान डोरेन और विक्टर वेगनेज भी शामिल हैं।
दक्षिण एशियाई खेलों में भारत, सर्वश्रेठ प्रदर्शन
तेरहवें दक्षिण एशियाई खेलों में भारत ने धमाकेदार जीत के साथ आगाज किया। और इस अभियान का अंत भी रिकॉर्ड 312 पदक जीत के साथ किया। दस दिन तक चले दक्षिण एशियाई खेलों में भारत का यह सर्वश्रेठ प्रदर्शन है। भारतीय खिलाडियों ने इस बार 174 स्वर्ण ,93 रजत और 45 कांस्य पदकों सहित कुल 312 पदक जीते।
रूस पर चार साल का प्रतिबंध
विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी (वाडा) ने रूस पर चार साल का प्रतिबंध लगा दिया है। जिससे अब रूस अगले चार साल तक किसी भी प्रकार के मुख्य खेल आयोजनों में हिस्सा नहीं ले पाएगा। रूस पर इस प्रतिबंध का सबसे बड़ा असर यह पड़ेगा कि वह टोक्यो में होने जा रहे आगामी ओलंपिक 2020 और कतर में होने वाले फुटबॉल विश्व कप 2022 से भी बाहर हो गया है।
आईपीएल 2020 की नीलामी में सबसे महंगे
इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2020 के लिए पहली बार कोलाकाता में आयोजित हुए ऑक्शन में खिलाड़ियों की नीलामी खत्म हो चुकी है। इस ऑक्शन में सबसे मंहगे खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया के पेसर पैट कमिंस साबित हुए, पैट कमिंस को केकेआर ने 15.5 करोड़ रुपये की कीमत में खरीदा है।
उत्तराखण्ड के खिलाड़ियों का अंडर-19 टीम में चयन
भारत की अंडर-19 टीम में उत्तराखंड के खिलाड़ियों का डंका बजा। बीसीसीआई के घरेलू क्रिकेट टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन की बदौलत टीम उत्तराखण्ड के तीन खिलाड़ियों का चयन इंडिया के अंडर-19 टीम में किया गया है। वहीं दूसरे राज्यों से खेलने वाले उत्तराखण्ड मूल के दो खिलाड़ी भी अंडर-19 टीम में जगह बनाने में सफल हुए हैं।