- प्रियंका यादव
वर्तमान में ऐसे बहुत कम गेंदबाज हैं जो तेज रफ्तार से गेंदबाजी करते हैं। जिनमें सबसे पहला नाम तो आता है पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर का, लेकिन मौजूदा समय में जारी टी-20 विश्वकप में इग्लैंड के तेज गेंदबाज मार्क वुड ने सबसे तेज गेंद फेंककर इस सूची में अपना नाम दर्ज कर लिया है
क्रिकेट बल्लेबाजों का खेल माना जाता है। लेकिन यह सच है कि बिना गेंदबाजों के क्रिकेट नहीं खेला जा सकता। वर्तमान में ऐसे बहुत कम गेंदबाज हैं जो तेज रफ्तार से गेंदबाजी करते हैं। लेकिन वर्तमान में खेले जा रहे टी-20 वर्ल्ड कप में इंग्लैंड के मार्क वुड ने सबसे तेज गेंद फेंककर टी-20 वर्ल्ड कप में नया कीर्तिमान स्थापित कर दिया है।
मार्क अपनी तीखी बाउंसर के लिए जाने जाते हैं। वे आईपीएल 2022 में लखनऊ सुपर जाइंट्स का हिस्सा थे। हालांकि चोट लगने की वजह से उन्होंने आईपीएल से अपना नाम वापस ले लिया था। लेकिन ऑस्ट्रेलिया में खेला जा रहा टी-20 विश्वकप में मार्क वुड ने सबसे तेज गेंद फेंककर दुनिया के तेज गेंदबाजों की सूची में अपना नाम भी दर्ज करा दिया है। यह कीर्तिमान उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ मुकाबले में रचा है।
इस मैच के दौरान मार्क वुड ने 155 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद फेंकी थी। यह कारनामा उन्होंने न्यूजीलैंड की पारी के छठे ओवर के दौरान 150 किमी प्रति घंटे से ज्यादा की स्पीड से फेंककर किया है। कहा जा रहा है कि मार्क वुड से ज्यादा तेज गेंदबाजी टी-20 विश्वकप 2022 में किसी और गेंदबाज ने अभी तक नहीं की है। मार्क वुड ने केवल इस साल ही तेज गेंदबाजी करने का रिकॉर्ड नहीं बनाया है इससे पहले भी यह रिकॉर्ड वह अपने नाम कर चुके हैं। इस वर्ल्ड कप में मार्क वुड के बाद दूसरे नंबर पर दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज एनरिक नोर्खिया ने 153 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद फेंककर रिकॉर्ड बनाया है। वहीं तीसरे नंबर पर न्यूजीलैंड के लॉकी फॉर्ग्यूसन हैं। लॉकी ने 151 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद फेंकी है।
इस साल के सबसे तेज गेंदबाज
टी-20 क्रिकेट में सबसे तेज गेंदबाजी करने वाले मिशेल स्टार्क हैं। स्टार्क तेज गेंदबाजी और शानदार यॉर्कर सहित बाउंसर के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ एक मैच में अपने कॅरियर की सबसे तेज गेंद फेंकी थी। इस गेंद की रफ्तार 160.04 किलोमीटर प्रति घंटा थी। एनरिक नोखि्र्ाया साउथ अफ्रीका के एक गेंदबाज हैं, जो अपनी तेज गेंदबाजी के लिए जाने जाते हैं। इन्हें पहचान और शोहरत मिली आईपीएल से। उस दौरान इन्होंने दिल्ली कैपिटल्स के लिए शानदार प्रदर्शन करते हुए अपनी बेहतरीन गेंदबाजी से दिल्ली को मैच जिताने में मदद की। एक मैच में इन्होंने 157 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से गेंद फेंकी थी। यह विश्व के खतरनाक तेज बॉलरों में शुमार हैं। वहीं पाकिस्तान को तेज गेंदबाजों की धरती कहा जाता है। तेज गेंदबाजी में सबसे पहले नाम आता है शोएब अख्तर का। लेकिन वर्तमान में मोहम्मद हुसैन भी उन्हीं के नक्शे कदम पर आगे बढ़ते दिख रहे हैं। इनकी औसत रफ्तार 145 किलोमीटर प्रति घंटा है लेकिन एक बार हुसैन ने 155 किलोमीटर की रफ्तार से गेंद फेंककर सबको चौंका दिया था। इनकी उम्र अभी 20 साल है और यह आने वाले समय में और भी तेज गेंद फेंक सकते हैं। तेज गेंदबाजों की इसी श्रृंखला में न्यूजीलैंड के लॉकी फर्ग्यूसन भी हैं जो लगातार 150 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से भी तेज गेंद फेंक सकते हैं।
क्रिकेट इतिहास के सबसे तेज गेंदबाज
क्रिकेट एक ऐसा खेल बन गया है जिसे देश-दुनिया में बहुत प्यार मिलता है, लेकिन यदि बात की जाए भारत की तो यहां क्रिकेट सिर्फ एक खेल से कहीं ऊपर माना जाता हैं। यहां लोग क्रिकेट को धर्म और क्रिकेटर्स को भगवान का दर्जा भी देते हैं। क्रिकेट वैसे तो 11-11 खिलाड़ियों की दो टीमों के बीच खेला जाता है मगर भारत में स्टेडियम में मौजूद हर व्यक्ति और घरो में टीवी में मैच देखने वाले सभी लोग खुद को सीधे खेल से जुड़ा हुआ महसूस करते हैं।
दुनियाभर में क्रिकेट निकायों के दर्शकों की बढ़ती मांगों को पूरा करने के लिए नए प्रयोगों के साथ दर्शकों का मनोरंजन करने की पूरी
कोशिश करते रहते हैं। लेकिन उन तमाम प्रयोगों में जो एक चीज स्थिर बनी रहती है वह गेंदबाजों की भूमिका। तो आज हम उन खिलाड़ियों के बारे में चर्चा करेंगे जिन्हें क्रिकेट के इतिहास में विश्व का सबसे तेज गेंदबाज माना जाता है।
क्रिकेट में शायद ही कुछ मौकों पर गेंदबाजों को छोटी बाउंड्री और बड़े आकार के बल्ले के बावजूद कुछ मदद मिल पाती है जो बल्लेबाजों के लिए खेल को और आसान बनाते हैं। हालांकि इतिहास में कुछ ऐसे तेज गेंदबाज भी आए जिन्होंने अपने हथियार, जैसे गति, स्विंग, और उछाल से अपनी एक अलग पहचान बनाई। वर्तमान में अधिकांश बल्लेबाजों के लिए तेज गति कोई बड़ी चिंता का विषय नहीं है, फिर भी कुछ तेज गेंदबाज अपनी गति और सटीकता की मदद से कई टीमों को चकमा देने में कामयाब रहते हैं।
दुनिया ने कुछ ऐसे तेज गेंदबाज भी देखे हैं जिन्होंने सबसे बेहतरीन बल्लेबाजों को भी परेशान किया है। तेज गेंदबाजी में महारत हासिल करना एक कठिन काम है और कुछ तेज गेंदबाजों ने 140 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से लगातार गेंदबाजी करने की अपनी क्षमता दुनिया को दिखाई है।
क्रिकेट इतिहास में बल्लेबाजों के अतिरिक्त कुछ ऐसे तेज गेंदबाज भी आए जिन्होंने अपनी गति, स्विंग, और उछाल से अपनी एक अलग पहचान बनाई है। कुछ तेज गेंदबाज अपनी गति और सटीकता की मदद से कई टीमों को चकमा देने में कामयाब रहते हैं। कई ऐसे बेहतरीन गेंदबाज हैं जिन्होंने अपनी तेज रफ्तार की गेंदबाजी से बल्लेबाजों के होश उड़ाएं हैं। जब किसी तेज गेंदबाज खिलाड़ी का नाम याद किया जाता है तो उसमें शोएब अख्तर का नाम जरूर आता है। वे ‘रावलपिंडी एक्सप्रेस’ के नाम से भी मशहूर हैं, उन्होंने आईसीसी क्रिकेट विश्व कप 2003 में इंग्लैंड के खिलाफ 161.3 किमी प्रति घंटे की गेंदबाजी कर विश्व रिकॉर्ड बनाया था।
शान टेट : ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज शान टेट को शोएब अख्तर के बाद दूसरा सबसे तेज गेंदबाज माना जाता है। इन्होंने 161.1 किमी/घंटा की अपनी सबसे तेज डिलीवरी 2010 में इंग्लैंड के लार्ड्स में डाली थी। ऑस्ट्रेलिया के एक और तेज गेंदबाज ब्रेट ली भी दुनिया के तेज गेंदबाजों की सूची में सम्मानजनक स्थान रखते हैं।
161.1 किमी/घंटा की उनकी सबसे तेज डिलीवरी नेपियर में 2005 की द्विपक्षीय शृंखला में न्यूजीलैंड के खिलाफ आई थी। इससे पहले वेस्टइंडीज के तेज गेंदबाज एडवर्ड्स ने साल 2003 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ एक मैच के दौरान 157.7 किमी/घंटा की रफ्तार से गेंद डाली थी। एक और गेंदबाज मिचेल जॉनसन का नाम कुछ चुनिंदा ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाजों में से एक है। सभी टीमों की अपेक्षा, उनका इंग्लैंड टीम के खिलाफ खेलने का अच्छा रिकॉर्ड रहा है। खासकर टेस्ट मैचों में। उनकी सबसे तेज डिलीवरी दिसंबर 2013 में इंग्लैंड के खिलाफ एमसीजी में 156.8 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से की गई थी।
इस सूची में अगला नाम न्यूजीलैंड के सबसे तेज गेंदबाज शेन बांड का है। 2003 के विश्व कप में उनकी सबसे तेज गेंद की गति को 156.4 किमी/घंटा मापी गई थी। दाएं हाथ के पाकिस्तानी तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी का नाम शोएब अख्तर के बाद आता है। पाकिस्तान के तेज गेंदबाजों में दूसरा नाम उन्हीं का है। यह अपनी तेज यॉर्कर और गति के लिए पहचाने जाते हैं। वर्ष 2003 में उन्होंने शारजाह में जिम्बाब्वे के खिलाफ 156.4 किमी/घंटा की सबसे तेज गेंद फेंकी थी।
क्रिकेट इतिहास के तेज गेंदबाजों की कड़ी में आने वाले जेफ थॉमसन 1970 के दशक के मध्य में सबसे आक्रामक क्रिकेटरों में से एक थे। उन्होंने 1975 में वेस्टइंडीज के खिलाफ 160.6 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद फेंकी थी। तेज गेंदबाजों की लिस्ट में एक अन्य खिलाड़ी एंडी रॉबर्ट्स जिनको ‘सर’ की उपाधि दी गई है वे भी शामिल हैं। उन्होंने अपनी तेज गेंदबाजी के चलते एक टेस्ट मैच की दो पारियों में दो बार 7 विकेट लिए थे। वर्ष 1975 में, पर्थ के मैदान में आस्ट्रेलिया के खिलाफ 159.5 किमी प्रति घंटे की गति से गेंद फेंक कर तेज गेंदबाजी को एक नया आयाम दिया था।
क्रिकेट इतिहास में अब तक के सबसे तेज गेंदबाज
गेंदबाज देश सबसे तेज गेंद वर्ष और विपक्ष
शोएब अख्तर पाकिस्तान 161.3 किमी/घंटा 2003 बनाम इंग्लैंड
शान टेट ऑस्ट्रेलिया 161.1 किमी/घंटा 2010 बनाम इंग्लैंड
ब्रेट ली ऑस्ट्रेलिया 160.8 किमी/घंटा 2005 बनाम न्यूजीलैंड
जेफरी थामसन ऑस्ट्रेलिया 160.6 किमी/घंटा 1975 बनाम वेस्ट इंडीज
मिचेल स्टार्क ऑस्ट्रेलिया 160.4 किमी/घंटा 2015 बनाम न्यूजीलैंड
एंडी राबर्ट्स वेस्टइंडीज 159.5 किमी/घंटा 1975 बनाम आस्ट्रेलिया
फिडेल एडवर्ड्स वेस्टइंडीज 157.7 किमी/घंटा 2003 बनाम दक्षिण अफ्रीका
मिचेल जानसन ऑस्ट्रेलिया 156.8 किमी/घंटा 2013 बनाम इंग्लैंड
मोहम्मद समी पाकिस्तान 156.4 किमी/घंटा 2003 बनाम जिम्बाब्वे
शेन बॉन्ड न्यूजीलैंड 156.4 किमी/घंटा 2003 बनाम भारत