भारतीय खेल जगत से बेहद दुखद घटना सामने आई है।ऐसा पहली बार नहीं है कि क्रिकेट के मैदान पर दिल का दौरा पड़ने से किसी क्रिकेटर की मौत हुई हो, लेकिन हैदराबाद में इस क्रिकेटर के साथ जो हुआ वह चौंकाने वाला है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कल 17 नवंबर रविवार को एक वनडे लीग मैच के दौरान 41 साल के बल्लेबाज वीरेंद्र नाइक की मौत हो गई। क्रिकेट में अंपायरों के गलत फैसलों का यह पहला मामला नहीं है। भारतीय कप्तान पिछले आईपीएल में विराट कोहली की भारतीय अंपायर एस रवि से बहस भी हो गई थी जो एक आईपीएल मैच के दौरान मुंबई इंडियंस के लसिथ मलिंगा की नो बॉल नहीं पकड़ सके जिससे रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर वह मैच हार गई। चेन्नई सुपरकिंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धौनी और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के कप्तान विराट कोहली ने 2019 के सत्र में नो बॉल को लेकर हुई गलतियों पर खासी आपत्ति जताई थी। विराट ने यहां तक कहा था कि यह आईपीएल है, कोई क्लब स्तर का टूर्नामेंट नहीं जबकि धौनी लेग स्क्वायर अंपायर द्वारा नो बॉल का फैसला बदले जाने पर अपना आपा खो बैठे थे और मैदान में घुसकर अंपायर से बहस करने लगे थे।
लेकिन अंपायर के गलत फैसले से किसी खिलाडी की मौत होने का यह पहला मामला है। वीरेंद्र हैदराबाद में मारडपल्ली स्पोर्टिंग क्लब के खिलाड़ी थे और उन्होंने रविवार को शानदार अर्धशतक भी ठोका था, लेकिन आउट होने के बाद वो पवेलियन लौटे और वहां उनकी मौत हो गई। एक अंग्रेजी अखबार डेक्कन क्रॉनिकल की माने तो वीरेंद्र नाइक को दिल का दौरा पड़ा था।रिपोर्ट के मुताबिक वीरेंद्र नाइक ने रविवार को हुए मुकाबले में 66 रन की बेहतरीन पारी खेली थी, लेकिन अंपायर के एक गलत फैसले की वजह से वह आउट हो गए।वीरेंद्र नाइक विकेट के पीछे कैच आउट हुए थे. बताया जा रहा है कि वीरेंद्र नाइक अंपायर के फैसले से नाखुश थे, उन्हें लगा था कि गेंद ने उनके बल्ले का किनारा नहीं लिया हैं। वीरेंद्र जैसे ही पवेलियन पहुंचे उनका सिर दीवार से टकराया और वो नीचे गिर गए, इसके बाद उनके साथी खिलाड़ी उन्हें कार में अस्पताल में ले गए जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।ऐसा पहली बार नहीं है कि क्रिकेट के मैदान पर दिल का दौरा पड़ने से किसी क्रिकेटर की मौत हुई हो. हैदराबाद में ही पिछले साल 27 जनवरी को एक डे नाइट मैच के दौरान एंथनी की मौत हो गई थी. पिछले साल भोपाल में भी अरविंद हनोतिया नाम के क्रिकेटर ने मैदान पर दम तोड़ दिया था।