खेलो इंडिया यूथ गेम्स का तीसरा सत्र खत्म हो चुका है। जिसका रंगारंग समापन कल यानी 22 जनवरी को हुआ। खेलो इंडिया खेलो में इस बार महाराष्ट्र की टीम का दबदबा रहा। महाराष्ट्र की टीम ने 78 स्वर्ण पदक सहित कुल 256 पदक अपने नाम किए।
साथ ही महाराष्ट्र की टीम ने इस प्रतियोगिता में 78 स्वर्ण, 77 रजत और 101 कांस्य पदक के साथ लगातार दूसरी खेलो इंडिया युवा खेल का खिताब जीता।
दूसरे पायदान पर 200 पदकों के हरियाणा की टीम रही। जिसमें 68 स्वर्ण, 60 रजत और 72 कांस्य पदक शामिल हैं। वहीं दिल्ली की टीम 39 स्वर्ण, 36 रजत और 47 कांस्य कुल 122 पदक जीतकर तीसरे पायदान पर रही ।
कल 22 जनवरी को इस 13 दिवसीय खेलो इंडिया खेलो के तृतीय संस्करण के समापन समारोह में चीन के वुशु मार्शल आर्ट्स कलाकारों ने बेहतरीन प्रस्तुति दी।
10 जनवरी को शुरू हुए खेलो इंडिया खेलो के तीसरे संस्करण में इस बार कुल 37 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लगभग 6800 खिलाड़ियों ने भाग लिया। इस बार 20 खेलों की स्पर्धाओं का आयोजन किया गया।
इन खेलों से ओलिंपिक में भी भारत की रैंकिंग सुधारने की कोशिश की जा रही है। हालांकि इस योजना का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण इलाकों के खिलाड़ियों को प्रोत्साहन एवं सुविधाओं की कमी को पूरा करना है।
भारत खेल के क्षेत्र में एक बहु प्रतिभाशाली देश है, लेकिन क्रिकेट और हॉकी के अतिरिक्त अन्य खेलों में अभी तक उच्च स्थान प्राप्त करने में भारत को सफलता हाथ नहीं लगी है। हालांकि हमारे देश में प्रतिभा की कमी नहीं है, परंतु खिलाड़ियों को उचित व्यवस्था के अभाव में अच्छा प्रदर्शन करना काफी चुनौतियों भरा होता है।
इसलिए होने वाली विश्वस्तरीय प्रतियोगिताओं में उच्च श्रेणी हासिल करने में असफल साबित हो जाते हैं। इन सब समस्याओं के चलते भी कई भारतीय एथलीट काफी बेहतरीन प्रदर्शन करते हैं।