सिंहावलोकन-2024/खेल
साल-2024 क्रिकेट, पेरिस पैरा ओलम्पिक और चेस के लिहाज से ऐतिहासिक रहा। हर उपलब्धि और हर चूक ने भारतीय खिलाड़ियों को यह संदेश दिया कि सपने बड़े हैं मगर उन्हें पाने के लिए तैयारी भी बड़ी होनी चाहिए। खासकर पेरिस ओलंपिक में जिस प्रकार महज 100 ग्राम वजन ने भारत से एक मेडल छीन लिया उसे लेकर कहा जा सकता है कि भारत को खेल महाशक्ति बनने के लिए अभी और मेहनत करने की जरूरत है। कुल मिलाकर देखा जाए तो बीता वर्ष प्रेरणादायक रहा
क्रिकेट: इन बल्लेबाजों के लिए यादगार रहा साल 2024
ऑस्ट्रेलिया के धाकड़ बल्लेबाज ट्रेविस हेड ने सबसे ज्यादा 52 छक्के लगाए। वहीं श्रीलंका के पथुम निसांका ने 205 सबसे ज्यादा चौके लगाए तो भारत के यशस्वी जायसवाल ने 51 छक्के लगाए। वो छक्के लगाने के मामले में दूसरे नंबर पर हैं। वहीं अगर चौके की बात की जाए तो उन्होंने 181 चौके लगाए वो इस सूची में तीसरे नंबर पर रहे।
भारत ने जीता टी-20 वर्ल्ड कप
वेस्टइंडीज और अमेरिका की मेजबानी में हुए टी-20 विश्वकप के फाइनल तक भारत अजेय रहा। टीम ने खिताबी मुकाबले में साउथ अफ्रीका को 7 रनों से हराया और इस फॉर्मेट का दूसरा टाइटल जीता। विराट कोहली 76 रन की पारी खेलने के लिए प्लेयर ऑफ द मैच बने। जसप्रीत बुमराह को 15 विकेट लेने के लिए प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट का अवार्ड मिला। मैच के बाद कोहली और कप्तान रोहित शर्मा ने टी-20 फॉर्मेट को अलविदा कह दिया तो यह राहुल द्रविड़ का भी बतौर कोच आखिरी मैच रहा।
आईपीएल में सबसे बड़ा स्कोर
सनराइजर्स हैदराबाद ने आईपीएल के इतिहास में अब तक किसी भी टीम के सबसे बड़े टोटल रनों का रिकॉर्ड 2024 में अपने नाम किया। एसआरएच ने बेंगलुरु के खिलाफ 287 रनों का रिकॉर्ड स्कोर बनाया। टीम ने इससे पहले 27 मार्च 2024 को मुम्बई के खिलाफ बनाए 277 रनों के अपने ही रिकॉर्ड खुद ही तोड़ा।
आईसीसी के अध्यक्ष बने जय शाह
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआई के पूर्व सचिव जय शाह भी साल 2024 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद के अध्यक्ष बने।
शाह के उत्तराधिकारी बने देवजीत सैकिया
पूर्व असम क्रिकेटर देवजीत सैकिया को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड का कार्यवाहक सचिव नियुक्त किया गया। यह पद जय शाह के आईसीसी अध्यक्ष बनने के बाद खाली हुआ था। बीसीसीआई के अध्यक्ष रॉजर बिन्नी ने संवैधानिक अधिकारों का उपयोग करते हुए यह अस्थायी नियुक्ति की।
एक दशक बाद घर में टेस्ट सीरीज हारे
2024 में भारत ने 5 टेस्ट सीरीज खेलीं। इंग्लैंड और बांग्लादेश को घर में हराया। साउथ अफ्रीका में सीरीज ड्रॉ रही। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में भारत 2-1 से पीछे चल रहा है, लेकिन अक्टूबर-नवम्बर में टीम न्यूजीलैंड के खिलाफ घर में ही 3-0 से टेस्ट सीरीज हार गई। घरेलू मैदान पर भारत को 12 साल बाद टेस्ट सीरीज में हार मिली, इससे पहले 2012 में इंग्लैंड ने 2-1 से टीम इंडिया को सीरीज हराई थी।
आईपीएल में सबसे महंगे बिके ऋषभ पंत
तीन साल बाद भारत के फ्रेंचाइजी टूर्नामेंट आईपीएल का मेगा ऑक्शन हुआ। 2 खिलाड़ियों की कीमत 26 करोड़ रुपए पार कर गई, जिनमें ऋषभ पंत इतिहास के सबसे महंगे खिलाड़ी बने। उन्हें 27 करोड़ रुपए में लखनऊ सुपरजायंट्स ने खरीदा, वहीं श्रेयस अय्यर 26.50 करोड़ रुपए में पंजाब किंग्स का हिस्सा बने।
अश्विन ने क्रिकेट को कहा अलविदा
दिग्गज ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने ऑस्ट्रेलिया में बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के बीच ही संन्यास ले लिया। 18 दिसंबर को ब्रिस्बेन में तीसरा टेस्ट ड्रॉ रहा, मैच खत्म होते ही अश्विन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में रिटायरमेंट का ऐलान कर दिया।
टेस्ट रैंकिंग में नम्बर-1 बॉलर बने बुमराह
साल 2024 भारत के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह के लिए बेहद खास रहा। वह पूरे साल चर्चा में रहे। उन्होंने कोई वनडे नहीं खेला, लेकिन टी-20 और टेस्ट फॉर्मेट में अपनी चमक बिखेरी। शानदार प्रदर्शन की बदौलत टेस्ट रैंकिंग में नंबर-1 गेंदबाज बन गए।
भारत की नई खोज
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर नीतीश कुमार रेड्डी भारत की नई खोज साबित हुए हैं। वह हर मैच में टीम के लिए दमदार प्रदर्शन कर रहे हैं। अभी तक खेले गए चार टेस्ट मैचों में उन्होंने एक शतक के साथ 200 से ज्यादा रन बनाए हैं और गेंदबाजी में भी अपना बेहतर प्रदर्शन दिखाया है।
पेरिस ओलम्पिक 2024
नसीब नहीं हुआ एक भी गोल्ड मेडल
पेरिस ओलम्पिक 2024 भारत के लिए दिल तोड़ने वाला रहा। देश 16 मेडल जीत सकता था लेकिन 6 इवेंट में भारतीय खिलाड़ी चौथे नंबर पर रह गए। 2 बॉक्सर मेडल से एक जीत दूर रहे। वहीं विनेश फोगाट और निशा दहिया को किस्मत का साथ नहीं मिल सका और देश के 117 एथलीट 6 ही मेडल जीत सके। इनमें एक भी गोल्ड नहीं रहा। देश को 1 सिल्वर और 5 कांस्य पदक मिले।
दो पदक जीतने वाली पहली खिलाड़ी बनीं मनु
पेरिस ओलम्पिक 2024 में 30 जुलाई को पिस्टल निशानेबाज मनु भाकर आजादी के बाद एक ओलम्पिक में दो पदक जीतने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी बनीं।
नीरज को सिल्वर से करना पड़ा संतोष
टोक्यो ओलंपिक के स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा से देशवासियों को पेरिस ओलम्पिक में भी स्वर्ण पदक की उम्मीद थी लेकिन ऐसा नहीं हुआ उन्हें रजत पदक से संतोष करना पड़ा।
पदक पर भारी पड़ा भार
रेसलर विनेश को फोगाट ने फाइनल में पहुंचकर मेडल कन्फर्म कर लिया था। 50 किग्रा कैटेगरी के पहले ही राउंड में उन्होंने डिफेंडिंग चैम्पियन और वर्ल्ड नंबर-1 को हरा दिया। वह फाइनल में पहुंचीं, लेकिन मुकाबले के दिन 100 ग्राम वजन ज्यादा होने के कारण डिसक्वालीफाई हो गईं। इस नतीजे से वह इतनी दुखी हुईं कि 29 साल की उम्र में रेसलिंग ही छोड़ दीं।
पुरुष हॉकी ने जीता लगातार दूसरा कांस्य पदक
पुरुष हॉकी टीम ने पेरिस ओलंपिक में लगातार दूसरा कांस्य पदक जीतकर अपनी स्थिति मजबूत की। यह जीत इसलिए भी अहम थी क्योंकि भारत अब हॉकी में अपनी खोई प्रतिष्ठा को वापस पाने की दिशा में तेजी से बढ़ रहा है।
ओलंपिक की मेजबानी का सपना
पेरिस ओलम्पिक 2024 में भारत ने 2036 ओलम्पिक की मेजबानी के लिए औपचारिक प्रस्ताव सौंपा। यह कदम देश के खेल परिदृश्य को पूरी तरह बदलने की क्षमता रखता है। यदि यह सपना साकार होता है तो यह भारतीय खेलों के इतिहास का सबसे बड़ा अध्याय होगा।
पेरिस पैरालंपिक में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन
पेरिस 2024 पैरालंपिक खेलों में भारत ने अपने इतिहास का सबसे सफल प्रदर्शन कर कुल 29 पदक जीते जिनमें 7 स्वर्ण, 9 रजत, और 13 कांस्य पदक शामिल थे। इनमें शूटर अवनी लेखरा, जैवलिन थ्रोअर सुमित अंतिल और नवदीप सिंह, आर्चर हरविंदर सिंह, शटलर नितेश कुमार, हाई जंपर प्रवीन कुमार और क्लब थ्रोअर धर्मबीर ने गोल्ड दिलाया। अवनी ने लगातार दूसरे पैरालंपिक में गोल्ड जीता। इस प्रदर्शन के साथ भारत ने टोक्यो 2020 के 19 पदकों के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया।
पहली बार ओलंपियाड में डबल गोल्ड
भारत ने चेस ओलिंपियाड के मेंस और विमेंस कैटेगरी में ऐतिहासिक गोल्ड मेडल जीते। ओलंपियाड के 97 साल के इतिहास में भारत ने दोनों कैटेगरी में पहली बार एक साथ पहला स्थान हासिल किया।
शतरंज का बादशाह बना भारत
शतरंज बोर्ड भारत के लिए खुशहाली का मैदान बना जहां पुरुष और महिला दोनों टीमों ने पहली बार ओलम्पियाड में स्वर्ण पदक जीते हैं वहीं डी गुकेश और कोनेः हम्पी ने साल आखिरी महीने में विश्व खिताब के साथ नई ऊंचाइयों को छुआ।
विश्व चैम्पियन बने गुकेश
गुकेश 18 साल की उम्र में चीन की डिंग लिरेन को हराकर सबसे कम उम्र के विश्व चैम्पियन बने जबकि 37 वर्षीय हम्पी ने अपने करियर में दूसरी बार महिलाओं का रैपिड विश्व खिताब जीता।
हॉकी टीम ने जीता एशियन खिताब
एशियन चैम्पियंस ट्रॉफी 2024 में भारतीय हॉकी टीम ने चीन को 1-0 से मात दी। ये पांचवीं बार रहा जब भारतीय हॉकी टीम ने एशियन चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीता।
रोहन बोपन्ना ने जीता ऑस्ट्रेलियन ओपन
रोहन बोपन्ना ने ऑस्ट्रेलियन ओपन 2024 में मेंस डबल्स का खिताब जीता। फाइनल मैच में रोहन-एब्डेन ने इटली के सिमोन बोलेली और वावसोरी को मात दी। बोपन्ना ग्रैंड स्लैम जीतने वाले सबसे उम्रदराज पुरुष खिलाड़ी बने जिन्होंने 43 साल की उम्र में ये खिताब जीता।
ग्रैंडमास्टर प्रगनानंद
भारतीय ग्रैंडमास्टर आर प्रगनानंद ने नॉर्वे चेस टूर्नामेंट में वर्ल्ड नंबर-1 मैग्नस कार्लसन और वर्ल्ड नंबर-2 फैबियानो काःआना को हरा वर्ल्ड ग्रैंडमास्टर बने।
एशियन चैम्पियनशिप में मिला पहला मेडल
वर्ष 1972 से खेले जा रहे एशियन टेबल टेनिस चैम्पियनशिप में भारत की महिला टीम ने साल 2024 में पहला मेडल जीता। कजाकिस्तान में हुए इस टूर्नामेंट में मनिका बत्रा के नेतृत्व में भारत के लिए पहला पदक जीता। इसे भारतीय टेबल टेनिस के विकास में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा जा रहा है।
दुनिया के इन खिलाड़ियों ने भी खींचा ध्यान
यूसुफ डिकेक: पेरिस ओलम्पिक में तुर्की के 51 साल के शूटर यूसुफ डिकेक का अंदाज इंटरनेट पर काफी छाया रहा। यूसुफ ने 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स्ड टीम इवेंट में सिल्वर मेडल जीता। खास बात यह रही कि उन्होंने बगैर शूटिंग किट के मेडल जीता, इवेंट के दौरान वह एक हाथ जेब में रखे भी नजर आए।
इमैन खलीफ: अल्जीरिया की बॉक्सर इमैन खलीफ ओलम्पिक में जेंडर विवाद को लेकर सुर्खियों में रहीं। पेरिस में मैच के दौरान उनकी पोजीशन प्लेयर ने फाइट करने से मना कर दिया और आरोप लगाया कि उन्हें पुरुष बॉक्सर से लड़ाया जा रहा था। हालांकि ओलम्पिक ने खलीफ के सपोर्ट में बयान दिया, जिसके बाद उन्होंने गोल्ड मेडल भी जीता।
लामिन यमाल: स्पेन के 17 साल के फुटबॉलर लामिन यमाल खूब चर्चा में रहे। अंडर-17 वर्ल्ड कप खेलने के बाद उन्हें स्पेन ने सीनियर टीम में शामिल किया और यूरो कप में उतारा। उन्होंने प्रदर्शन से इस सिलेक्शन को सही साबित किया और सेमीफाइनल में फ्रांस के खिलाफ गोल दागकर टीम को जीत दिलाई।
नीनो सालुकवाजे: जॉर्जिया की शूटर नीनो सालुक वाजे लगातार 10 ओलम्पिक खेलने वाली दुनिया की पहली महिला खिलाड़ी बनीं। वर्ष 1988 में उन्होंने पहली बार ओलम्पिक गेम्स में हिस्सा लिया, तब उन्होंने गोल्ड मेडल जीता था। इसके बाद से उन्होंने सभी ओलम्पिक खेले और पेरिस में 54 साल की उम्र होने के बावजूद शूटिंग इवेंट के लिए क्वालीफाई किया था।
राफेल नडाल ने लिया संन्यास
स्पेन के दिग्गज टेनिस प्लेयर राफेल नडाल ने साल के आखिर में संन्यास ले लिया। नडाल ने 2022 में फ्रेंच ओपन के रूप में आखिरी ग्रैंड स्लैम जीता था। उनके नाम 22 ग्रैंड स्लैम टाइटल रहे। उन्होंने 14 बार फ्रेंच ओपन, 4 बार यूएस ओपन और 2-2 बार ऑस्ट्रेलियन ओपन और विंबलडन टाइटल जीता।