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साल भर के भीतर ही दूसरी बार आईपीएल होने जा रहा है, लेकिन सवाल उठ रहा है कि आखिर अधिकारियों और खिलाड़ियों के भुगतान की समस्या सुलझी या नहीं

क्रिकेट के महाकुंभ आईपीएल 2021 की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। इस बार 9 अप्रैल से शुरू होने वाले आईपीएल की खास बात ये है कि कोई भी टीम अपने घरेलू मैदान पर मैच नहीं खेलेगी। 30 मई तक चलने वाले क्रिकेट के इस कुंभ में 8 टीमों के बीच कुल 56 मैच खेले जाएंगे। आईपीएल में भाग लेने वाली सभी टीमें जमकर अभ्यास कर रही हैं। आईपीएल में खेलने वाले देश-विदेश के खिलाड़ी 6 महीने में दूसरी बार मोटी कमाई करेंगे। बीसीसीआई 6 महीने में दूसरी बार आईपीएल का आयोजन करा रहा है। लेकिन सबसे बड़ा सवाल ये है कि अम्पायर सहित उन 400 मैच अधिकारियों को बीसीसीआई आखिर कब तक तनख्वाह देगी? इन मैच अधिकारियों में अंपायर, स्कोरर और वीडियो एनालिस्ट शामिल हैं। इसके अलावा बीसीसीआई ने घरेलू क्रिकेटरों को भी तनख्वाह का भुगतान नहीं किया है। इनमें कई मैच अधिकारी ऐसे हैं जिन्हेें बीते एक साल से बीसीसीआई ने भुगतान नहीं किया है।

इनमें कुछ ऐसे घरेलू क्रिकेटर भी हैं जिन्होंने सिर्फ रणजी ट्राॅफी के दौरान मैच खेले। इन क्रिकेटरों को बीसीसीआई की तरफ से उन्हें इस एवज में मुआवजा देने की बात कही गई थी। वो मुआवजा भी उन क्रिकेटरों को नहीं मिला। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने अंपायरों और टूर्नामेंट अधिकारियों को बिल जमा करने को कहा था। ये बिल तीन दिन से ज्यादा के नहीं थे। एक अंपायर ने खुलासा किया है कि अक्सर हमें टूर्नामेंट समाप्त होने के 15 दिन के अंदर भुगतान कर दिया जाता था। लेकिन मुश्ताक अली ट्राॅफी को समाप्त हुए 2 महीने गुजर चुके हैं फिर भी बीसीसीआई की तरफ से हमें पैसा नहीं मिला। ऐसा माना जा रहा है कि मैच अधिकारियों को पैसे न मिलने की मुख्य वजह बीसीसीआई के पास क्रिकेट संचालन जनरल मैनेजर का न होना है। बीते साल सबा करीम ने बीसीसीआई क्रिकेट आॅपरेशंस पद से इस्तीफा दे दिया था।

उसके बाद से इस पद पर अभी तक किसी की तैनाती नहीं हुई है। पैसे न मिलने का असर उन अधिकारियों पर ज्यादा हो रहा है जिनकी कमाई मैचों पर आधारित है। खास बात ये है कि इन मैच अधिकारियों में कुछ लोग ऐसे भी हैं जिन्हें बीते साल मार्च से बीसीसीआई ने भुगतान नहीं किया है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड की वार्षिक आम बैठक बीते साल दिसंबर में हुई थी। इस मीटिंग में ये निर्णय लिया गया था कि अधिकारियों का एक वर्किंग ग्रुप बनाया जाएगा जो खिलाड़ियों, मैच अधिकारियों और क्रिकेट से जुड़ी दूसरी चीजों पर निर्णय लेगा। वहीं सालाना आम बैठक खत्म हुए तीन महीने से ज्यादा बीत चुके हैं, लेकिन इस मामले में सब चुप्पी साधे हैं। आईपीएल 2020 में बीसीसीआई को 4000 करोड़ रुपये की कमाई हुई। इसके बावजूद घरेलू मैच अधिकारियों के पैसों का भुगतान नहीं किया। यहां तक भारतीय क्रिकेट बोर्ड की शीर्ष परिषद इंडियन क्रिकेटर्स एसोसिएशन भी इस मुद्दे पर चुप्पी साधे है।

इन शहरों में खेले जाएंगे आईपीएल 2021 आईपीएल 2021 के सभी मैच 6 शहरों में खेले जाएंगे जिनमें चेन्नई अहमदाबाद, बैंगलुरु, दिल्ली, मुंबई और कोलकाता शामिल है। लेकिन इनमें चार शहर ऐसे हैं जहां सबसे ज्यादा मैच खेले जाएंगे। इस तरह मुंबई के वानखेड़े में 10, कोलाकाता के ईडन गार्डन पर 10, बैंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में 10, जबकि अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में 8 मुकाबले खेले जाएंगे। पिछले कई सालों की तरह इस बार भी आईपीएल में आठ टीमें हिस्सा लेंगी। आईपीएल में भाग लेने वाली टीमें: चेन्नई सुपर किंग्स, सनराइजर्स हैदराबाद, पंजाब किंग्स, मुंबई इंडियंस, राजस्थान राॅयल्स, राॅयल चैलेंजर्स बैंगलोर, दिल्ली कैपिटल्स और कोलकाता नाइट राइडर्स की टीमें शामिल हैं। दिल्ली कैपिटल्स की बागडोर पंत के हाथों में दिल्ली कैपिटल्स फ्रैंचाइजी ने साल 2021 के लिए अपना नया कप्तान चुन लिया है। नियमित कप्तान श्रेयस अय्यर की गैरमौजूदगी में अब ऋषभ पंत टीम की बागडोर संभालेंगे।

टीम इंडिया के इस विकेटकीपर बल्लेबाज से दिल्ली कैपिटल्स फ्रैंचाइजी काफी प्रभावित हैं। उपकप्तान होने के नाते सबसे पहले उन्हीं के नाम पर ही चर्चा की गई। हाल ही में इंग्लैंड के खिलाफ खेली गई टी-20 और वनडे सीरीज में ऋषभ पंत ने बल्ले से सभी को प्रभावित किया इससे पहले आॅस्ट्रेलिया दौरे में भी उन्होंने अकेले अपने दम पर कुछ टेस्ट मैच टीम के लिए बनाए। अब तीन-तीन भारतीय विकेटकीपर आईपीएल में कप्तानी करते नजर आएंगे। केएल राहुल पंजाब किंग्स के लिए और इस सीजन के लिए राजस्थान राॅयल्स ने बड़ा दांव खेलते हुए युवा संजू सैमसन पर भरोसा जताया है। पांचवें सबसे युवा कप्तान 2016 में सबसे पहली बार दिल्ली ने ऋषभ पंत को खरीदा था। तब से वह इसी टीम के साथ हैं। 2018 के मेगा आॅक्शन से पहले रिटेन किए गए वह पहले खिलाड़ी भी थे। 23 वर्षीय ऋषभ इसी के साथ आईपीएल इतिहास के पांचवें सबसे युवा कप्तान हो गए, उनसे आगे विराट कोहली, स्टीव स्मिथ, सुरेश रैना और श्रेयस अय्यर का नाम है।

कोहली और स्मिथ को 22 साल की उम्र में ही कप्तानी मिल गई थी तो रैना और अय्यर की उम्र 23 साल थी, लेकिन पंत की तुलना में दिनों में बड़े थे। पंत इससे पहले घरेलू क्रिकेट में दिल्ली की कप्तानी कर चुके हैं। साल 2017 में सैयद मुश्ताक अली ट्राॅफी के दौरान उन्होंने यह जिम्मेदारी संभाली थी। भारत के पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरूद्दीन ने ऋषभ पंत को लेकर बड़ा बयान दिया है। अजहरूद्दीन ने कहा कि उनको बिल्कुल भी हैरानी नहीं होगी अगर सिलेक्टर पंत को भविष्य में कप्तान बनाने की रेस में सबसे आगे देखते हैं, तो पूर्व कप्तान ने विकेटकीपर बल्लेबाज की जमकर तारीफ करते हुए कहा कि वह तीनों ही फाॅर्मेट में खुद को स्थापित करते जा रहे हैं। आईपीएल 2021 के लिए दिल्ली कैपिटल्स की टीम ने ऋषभ पंत को कप्तान नियुक्त किया है।

पंत ने पहले आस्ट्रेलिया दौरे पर और फिर इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज में बल्ले से लाजवाब प्रदर्शन किया था। उन्होंने इंग्लिश टीम के खिलाफ वनडे सीरीज के आखिरी दो मैचों में 77 और 78 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेलकर टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई थी। पंत का बल्ला टेस्ट सीरीज में भी जमकर बोला था। इससे पहले आॅस्ट्रेलिया के खिलाफ पंत ने ब्रिसबेन में 89 रनों की नाबाद पारी खेलकर भारत की टीम को गाबा के मैदान पर ऐतिहासिक जीत दिलाई थी। डोप टेस्ट में फंसते ओलंपिक खिलाड़ी खेलों का महाकुंभ यानी ओलंपिक हर चार साल पर होता है, लेकिन कोरोना वायरस महामारी के कारण 2020 में इसका आयोजन नहीं हो सका था। अब साल भर की देरी से जापान के टोक्यो में इसका आयोजन होने जा रहा है। इसकी शुरुआत 23 जुलाई से होगी और आठ अगस्त को इसका समापन होगा। टोक्यो ओलंपिक में खेलने के दावेदार खिलाड़ियों के डोप में फंसने का क्रम जारी है। नाडा की सैंपलिंग में नामी एथलीट के बाद अब एक बड़ी महिला वेटलिफ्टर और अंतरराष्ट्रीय पुरुष पहलवान डोप पाॅजिटिव पाए गए हैं।

दोनों ही खिलाडियों का अब तक बी सैंपल टेस्ट नहीं हुआ है। लिफ्टर को 15 अप्रैल से शुरू हो रही ओलंपिक क्वालिफाइंग एशियाई चैंपियनशिप में खेलने सेे रोक दिया गया है, जबकि पहलवान को बीते दिनों ओलंपिक क्वालिफाइंग ट्रायल में अंतिम क्षणों में नहीं खेलने दिया गया। लिफ्टर के सैंपल में पांच तरह के स्टेरायड पाए गए हैं, जबकि पहलवान के सैंपल में मिथाइल हेक्सेन-2-अमाइन (एमएचए) पाया गया है। लिफ्टर को अस्थाई रूप से प्रतिबंधित कर दिया गया है, जबकि पहलवान पर एमएचए के वाडा की स्पेसिफाइड सब्सटेंस की सूची में होने के कारण अस्थाई प्रतिबंध नहीं लगाया गया है।

दोनों ही सैंपलों की टेस्टिंग बेल्जियम लैब में की गई है। लिफ्टर को साढ़े तीन महीने बाद आईआरएमएस के जरिए की गई जांच में पाॅजिटिव घोषित किया गया है। उसके सैंपल में एंड्रोस्टोराॅन, टेस्टोस्टोराॅन, इटियोकोलेनाॅन, 5 एल्फा एडाॅएल, 5 बीटा एडाॅएल पाए गए हैं। इस लिफ्टर ने दो वर्ष पूर्व ही सिडनी ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता करणम मल्लेश्वरी का स्नैच में राष्ट्रीय कीर्तिमान ध्वस्त किया था। टोक्यो में तीन के बजाय अब दो लिफ्टर खेलने के दावेदार बचे हैं। नाडा ने लिफ्टर का सैंपल 26 नवंबर 2020 को एनआईएस पटियाला में लिया था। लिफ्टर इससे पहले अपने घर गई थी, क्योंकि चीफ कोच विजय शर्मा और मीराबाई चानू के साथ उनका इलाज कराने के लिए अमेरिका गए थे।

वेटलिफ्टिंग फेडरेशन ने लिफ्टर के घर से लौटने पर नाडा से सैंपल करने को कहा। चीफ कोच की गैर मौजूदगी में लिफ्टर का सैंपल लिया गया, जिसमें वह पाॅजिटिव निकलीं। 2011 के डोप स्कैंडल के लिए जिम्मेदार एमएचए फिर सामने आने लगा है। पहले नामी एथलीट इसके लिए डोप में फंसी अब पहलवान फंसा है। पहलवान भारतीय टीम के साथ इटली भी खेलने गया था, लेकिन डोप रिपोर्ट के बाद आईजी स्टेडियम में ओलंपिक क्वालिफाइंग एशियाई चैंपियनशिप के लिए हुए ट्रायल में उसे नहीं खेलने दिया गया।

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