भारतीय खेल प्राधिकरण पर खराब बर्ताव का आरोप लगाते हुए पांच बार के पैरालंपियन निशानेबाज और कोच नरेश कुमार शर्मा ने कल 27 अगस्त मंगलवार को विरोधस्वरूप अर्जुन पुरस्कार लौटाने की धमकी दी है । खेलमंत्री कीरेन रीजीजू को लिखे पत्र में शर्मा ने कहा कि उन्होंने जब एक प्रशिक्षु को कहा कि साइ के नियमों के तहत रेंज पर निजी कोच नहीं आ सकता तो उनके खिलाफ उसने यौन उत्पीड़न के आरोप लगा दिये।
भारतीय पैरालंपियन शूटर नरेश शर्मा ने साई की ओर से अपने खिलाफ हो रहे अन्याय के खिलाफ प्रतिष्ठित अर्जुन अवार्ड लौटाने का फैसला किया है। नरेश शर्मा ने खेल मंत्री किरेन रिजिजू को लिखे पत्र में कहा है कि वह आज 28 अगस्त को साई ऑफिस में महानिदेशक के दफ्तर में वर्ष 1997 में मिले अर्जुन अवार्ड और 50 हजार रुपए के चेक को वापस लौटा देंगे।
नरेश ने खेल मंत्री से कहा है कि पिछले तीन माह से उनके साथ अन्याय हो रहा है। जिसके चलते वह अपने बच्चों की स्कूल फीस तक नहीं जमा कर पाए हैं, साथ ही मानसिक रूप से प्रताड़ित हो रहे हैं। नरेश ने लिखा है कि उनके खिलाफ उनकी ही ट्रेनी की ओर से यौन प्रताड़ना का आरोप लगाया गया है, जबकि उन्होंने ट्रेनी से कर्णी सिंह शूटिंग रेंज में यही कहा था कि साथ में निजी कोच को लाना अनिवार्य नहीं है। इसके बाद उनके खिलाफ यौन प्रताड़ना का आरोप लगाया गया। साई ने इस मामले में जांच बिठाई थी, लेकिन एक माह से ऊपर होने के बावजूद इसकी रिपोर्ट नहीं आई है। जिसके चलते वह टोक्यो पैरालंपिक के लिए क्वालिफाई करने से रह गए हैं। उनके पास अर्जुन अवार्ड लौटाने के अलावा कोई चारा नहीं रह गया है।