आईपीएल -2020 के शुरू होते ही विवाद भी शुरू होने लगे हैं। कल 20 सितंबर को दिल्ली कैपिटल्स और किंग्स इलेवन पंजाब के बीच खेले गए मैच में खराब अंपायरिंग का मामला अब बढ़ता ही जा रहा है।
इसको लेकर किंग्स इलेवन पंजाब की मालकिन प्रीति जिंटा ने भी खराब अंपायरिंग को लेकर अपनी भड़ास निकाली है। उन्होंने इस मुद्दे पर बीसीसीआई को घेरते हुए कहा है कि ऐसी टेक्नोलॉजी का क्या काम जो गलत फैसले को न रोक सके। साथ ही उन्होंने बीसीसीाई से नए नियम लाने की अपील भी की है। बता दें कि आईपीएल का दूसरा मैच कल रविवार 20 सितंबर को टाई हो गया था। इसके बाद सुपर ओवर में दिल्ली को जीत मिली थी। लेकिन इससे पहले अंपायर ने 19वें ओवर में पंजाब की टीम को एक रन देने से ये कहते हुए मना कर दिया कि वो शॉर्ट रन था।
प्रीति जिंटा ने सोशल मीडिया पर अपना गुस्सा निकालते हुए लिखा है, ‘मैं पूरे उत्साह के साथ कोरोना महामारी के बीच मैच देखने के लिए यूएआई पहुंची और 6 दिन क्वारंटीन में रही और 5 बार कोविड टेस्ट करवाया। लेकिन इस एक रन ने मुझे करारा झटका दिया है। ऐसी टेक्नोलॉजी का क्या काम जिसका इस्तेमाल न किया जा सके। ये हर साल नहीं हो सकता। बीसीसीाई इसे रोकने के लिए नए नियम ले कर आए।
इससे पहले पंजाब टीम के पूर्व कोच वीरेंद्र सहवाग ने भी घटिया अंपायरिंग की आलोचना की। उन्होंने अंपायर के फैसले पर तंज कसते हुए कहा, ‘मैं मैन ऑफ द मैच के फैसले से खुश नहीं हूँ। मैन ऑफ द मैच के असली हकदार अंपायर हैं। वो शॉर्ट रन नहीं था। इसी अंतर से पंजाब की टीम हार गई। इसके अलावा संजय मांजरेकर और आकाश चोपड़ा ने भी इस फैसले की आलोचना की है।
दरअसल पंजाब की टीम की ओर से 19वें ओवर में कैगिसो रबाडा की गेंद को मिड-ऑन की तरफ खेल कर मंयक अग्रावाल ने दो रन रन पूरे किए। दूसरे छोर से क्रिस जॉर्डन बैटिंग कर रहे थे। लेकिन अंपायर नितिन मेनन ने इसे शॉर्ट रन करार दिया। उन्होंने दूसरे अंपायर से बातचीत कर कहा कि जॉर्डन ने अपना पहला रन पूरा करते समय बल्ले को क्रीज के अंदर नहीं रखा। ऐसे में यहां पंजाब को सिर्फ 1 रन ही मिला। टीवी के स्लो मोशन रिप्ले में साफ-साफ देखा जा सकता है कि जॉर्डन का ये शॉर्ट रन नहीं था। उन्होंने बल्ले को सही तरीके से रखा था। लिहाजा एक रन की कमी से मैच टाई हो गया। और सुपर ओवर में पंजाब की टीम हार गई।