मौजूदा समय में कोरोना की दूसरी लहर से सबसे ज्यादा प्रभावित भारत है। ऐसे में कई देशों ने भारत में आवाजाही पर रोक लगा दी है। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में पूरे विश्व के क्रिकेट खिलाड़ियों ने हिस्सा है। लेकिन अब आईपीएल में कुछ खिलाड़ियों के कोरोना संक्रमण की चपेट में आने से आईपीएल-2021 के सीजन को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया है। इसके बाद अब विदेशी खिलाड़ियों, खासकर ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटरों को उनके देश भेजने को लेकर बातें शुरू हो गई हैं।
ऑस्ट्रेलिया की सरकार ने 15 मई तक भारत से जाने वाली उड़ान पर पाबंदी लगा दी है। बीसीसीआई ने मालदीव के रास्ते सभी को स्वदेश पहुंचाने का इंतजाम किया है। ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट एसोसिएशन ने खिलाड़ियों को आगे भविष्य में इस तरह से फैसले करने से पहले आगाह किया है। ग्रीनबर्ग ने कहा, ‘मैं इस बात को लेकर पक्का तो नहीं हूं कि भविष्य में इसको लेकर खिलाड़ी इसको लेकर मौन हो जाएंगे या नहीं, लेकिन इतना तो पक्का है कि वो सभी अब अपने किसी भी करार को साइन करने से पहले यकीनन इसको लेकर सोच-विचार जरूर करेंगे। ये पूरी दुनिया हमारी आंखों के सामने देखते ही देखते बदल गई। खासकर कोविड को लेकर और दुनिया के उस कोने में तो खासकर जहां इतने सारे केस सामने आते जा रहा है।’
ऑस्ट्रेलिया ने अपने बाॅर्डर को 15 मई तक सील करके रखा है जिसकी वजह से भारत से उनके यहां उड़ान भरने वाली फ्लाइट पर भी पाबंदी लगी हुई है। कोरोना वायरस की वजह से पैदा हुई मुश्किलों की वजह से यह फैसला लिया गया है। इसी वजह से भारत में आयोजित हो रहे इंडियन प्रीमियर लीग का 14वां सीजन भी बीच में ही स्थगित करने का फैसला लिया गया।
ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी जोस हेजलवुड, मिशेल मार्श और जोस फिलिपे ने टूर्नामेंट की शुरुआत से पहले ही अपना नाम वापस ले लिया था। वहीं एडम जंपा, एंड्यू टाई और केन रिचर्ड्सन ने टूर्नामेंट के बीच में घर वापस लौटने का फैसला लिया। बाद में नाम वापस लेने वाले खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया सरकार द्वारा बाॅर्डर सील किए जाने से पहले ही अपने देश पहुंचने में कामयाब रहे।