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भारत का विश्वकप जीतना लगभग तय!

एक ओर जहां क्रिकेट का महाकुंभ वनडे विश्वकप 2023 में अब अपने दूसरे पड़ाव में है। वहीं दूसरी तरफ मेजवान भारत का विजयी रथ लगातार आगे बढ़ता जा रहा है। भारतीय टीम के बेहतरीन प्रदर्शन को लेकर खेल विश्लेषकों का कहना है कि इस विश्वकप के समीकरण 1983 विश्वकप जैसे बन रहे हैं, जिससे लगता है कि भारत का एक बार फिर विश्वकप जीतना लगभग तय है

पुरुष क्रिकेट का महाकुंभ कहे जाने वाला वनडे विश्वकप 2023 की मेजबानी भारत कर रहा है। जो अब अपने दूसरे पड़ाव में है। इस टूर्नांमेंट में अब भारत अपने सारे मुकाबले जीतने में सफल रहा है। जिससे उसका अंतिम चार में यानी सेमीफाइनल में पहुंचना तय है वहीं दूसरी तरफ को लेकर खेल प्रेमी और विश्लेषकों का कहना है कि इस बार कुछ ऐसे संयोग नजर आ रहे हैं कि जिन्हें देखकर लगता है कि भारत चैंपियन बन सकती है। ऐसे में सवाल है कि आखिर वे क्या समीकरण हैं जो सेमीफाइनल के समीकरणों पर क्या असर डालेगी और कैसे भारतीय टीम चैंपियन बनेगी?

विश्लेषकों का कहना है कि अगर विश्वकप इतिहास के आंकड़ों पर नजर डालें तो इस बार के विश्वकप में भारत का पहला मैच ऑस्ट्रेलिया के साथ था, जिसमें भारत के दोनों बल्लेबाज शून्य पर आउट हो गए थे। हालांकि भारत ने उसके बाद के दोनों मैचों को आसानी से जीता था। ठीक ऐसा ही 1983 विश्वकप के पहले मैच में भी हुआ था। उस विश्वकप के भी पहले मैच में भारत का पहला मैच जिम्बाब्वे के खिलाफ था, और भारत के दोनों ओपनर बल्लेबाज शून्य पर आउट हो गए थे। उसके बाद भारत ने अपने अगले दोनों मैच जीते थे।

दूसरा संयोग ये है कि किसी भी विश्वकप में ऑस्ट्रेलिया को जीत का प्रबल दावेदार माना जाता आया है। ऐसे में विश्वकप में ऑस्ट्रेलिया को हराने वाली टीम को भी जीत का प्रबल दावेदार माने जाने लगता है। भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 1983 और 2011 के विश्वकप में हराया था और उन दोनों ही विश्वकप को जीता था। इस हिसाब से इस बार भी भारत ने ऑस्ट्रेलिया को पहले ही मैच में हरा दिया है और यह संयोग भी कहता है कि भारत विश्वकप जीत सकता है।

तीसरा, पिछले दो वनडे विश्वकप जीतने वाली टीम विश्वकप शुरू होने से ठीक पहले आईसीसी की नंबर-1 टीम बनी थी। 2015 में ऑस्ट्रेलिया ने विश्वकप जीता था और टूर्नामेंट शुरू होने से ठीक पहले ऑस्ट्रेलिया नंबर-1 वनडे टीम बनी थी। उसके बाद 2019 में भी कुछ ऐसा ही हुआ था। 2019 विश्वकप शुरू होने से ठीक पहले इंग्लैंड की टीम नंबर-1 टीम बनी थी, और उस विश्वकप को भी इंग्लैंड ने जीता था। इस संयोग को भी देखा जाए तो इस बार विश्वकप शुरू होने से ठीक पहले टीम इंडिया वनडे फॉर्मेट की नंबर-1 टीम बनी है।

चौथा, 2011 में भारत ऐसी पहली टीम बनी थी, जिसने अपने घरेलू मैदान पर विश्वकप जीता था। उसके बाद से हुए दो विश्वकप में क्रमशः ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड ने भी 2015 और 2019 में अपने घर पर विश्वकप जीता। अगर यह संयोग और ट्रेंड जारी रहा तो इस बार का विश्वकप भारत में हो रहा है, और घरेलू टीम भारत चैंपियन बन सकती है।

ट्राफी के साथ भारत और श्रीलंका टीम के कप्तान

पांचवा, 1983 विश्वकप में जब भारतीय टीम जिम्बॉब्वे का सामना कर रही थी तो तब भारत ने सिर्फ 17 रन पर 5 विकेट गवां दिए थे और उस वक्त कपिल देव फील्डिंग करने के बाद नहाने गए थे क्योंकि उन्हें उम्मीद नहीं थी कि उनकी बल्लेबाजी इतनी जल्दी आ जाएगी। उसके बाद वह मैदान पर गए और 175 रनों की शानदार पारी खेलकर भारत को मैच जिता दिया। ऐसा ही कुछ इस बार के विश्वकप 2023 में भी हुआ। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हुए पहले मैच में भारत ने सिर्फ 2 रनों पर 3 विकेट गवां दिए थ, और उस वक्त केएल राहुल 50 ओवर विकेटकीपिंग करने के बाद नहाने चले गए थे, लेकिन उन्हें कुछ ही मिनटों के बाद मैदान पर आना पड़ा और फिर उन्होंने टीम इंडिया को उस मैच में जीत दिलाई। इन दोनों का संयोग भी देखें तो इस बार भी भारत एक बार फिर विजेता बन सकता है।

इस बीच ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग ने भी टीम इंडिया पर बड़ा बयान दिया है। पोंटिंग ने कहा कि भारतीय युवा खिलाड़ी बड़े मौकों पर खेलने के आदी हो चुके हैं। इन युवा खिलाड़ियों पर बड़े मैच खेलने का दबाव नहीं होता है। इस बदलाव के पीछे आईपीएल ने अहम रोल निभाया है। भारतीय युवा खिलाड़ी आईपीएल में जितने मैच खेलते हैं, वह किसी विश्वकप मैच से कम नहीं होता है। रिकी पोंटिंग का मानना है कि इस बार विश्वकप में भारतीय खिलाड़ी आसानी से दबाव झेल लेंगे, क्योंकि आईपीएल खेलने के बाद खिलाड़ी काफी परिपक्व हो चुके हैं। वहीं अब तक विश्वकप में रोहित शर्मा की अगुवाई वाली भारतीय टीम का प्रदर्शन शानदार रहा है। अब तक भारतीय टीम ने अपने सभी मुकाबले जीते हैं। इस तरह भारतीय टीम अंक तालिका में टॉप पर काबिज है।

अब इन टीमों के खिलाफ खेलेगा भारत

अगले मुकाबले में भारतीय टीम साउथ अफ्रीका के खिलाफ मैदान पर उतेरगी। इसके बाद रोहित शर्मा की अगुवाई वाली भारतीय टीम, नीदरलैंड्स के खिलाफ खेलेगी। वहीं इस टूर्नामेंट का फाइनल मुकाबला 19 नवंबर को अहमदाबाद के नरेन्द्र मोदी स्टेडियम में खेला जाएगा।

कैच पकड़ने में टॉप पर है भारत

विश्वकप में भारतीय टीम का शानदार प्रदर्शन जारी है। अब तक भारतीय टीम ने मैचों में विपक्षी टीमों का आसानी से हराया है। वहीं, टीम इंडिया के फील्डर इस विश्वकप में कैच पकड़ने में टॉप पर हैं। आंकड़े बताते हैं कि भारतीय फील्डरों ने 93 फीसदी कैचों को भुनाया है। इस फेहरिस्त में भारत के बाद दूसरे नंबर पर नीदरलैंड्स है। नीदरलैंड्स के फील्डरों ने 84 फीसदी मौकों को कैच में तब्दील किया है।

इन टीमों ने मौकों को कैच में किया तब्दील

भारत और नीदरलैंड्स के बाद तीसरे नंबर पर बाबर आजम की अगुवाई वाली पाकिस्तानी टीम है। पाकिस्तान के फील्डरों ने 82 फीसदी मौकों को भुनाया है। वहीं, डिफेंडिंग चैंपियन इंग्लैंड फेहरिस्त में चौथे नंबर पर है। इंग्लैंड के फील्डरों ने 81 फीसदी कैचों को मौकों में भुनाया है। इसके बाद न्यूजीलैंड का नंबर है। कीवी फील्डरों ने 77 फीसदी मौकों को कैच में तब्दील किया है। इस तरह टॉप-5 में भारत के अलावा नीदरलैंड्स, पाकिस्तान, इंग्लैंड और न्यूजीलैंड शामिल है। बहरहाल, ऑस्ट्रेलिया की टीम टॉप-5 में शामिल नहीं है।

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