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विश्वकप से पहले खत्म हुई भारत की मुश्किलें

 

हाल ही में भारत और इंग्लैंड के बीच खेली गई तीन-तीन मैचों की टी-20 और वनडे सीरीज भारत ने अपने नाम कर ली है। वनडे सीरीज का निर्णायक मुकाबला मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड में खेला गया था। इस सीरीज में भारत ने पहला वनडे 10 विकेट से जीता था, जबकि दूसरे वनडे में इंग्लैंड की टीम ने 100 रन से जीत हासिल की थी। भारतीय टीम ने तीसरा वनडे पांच विकेट से जीतकर वनडे सीरीज 2-1 से अपने नाम करने के साथ ही काफी लंबे समय से चली आ रही टीम की पांच मुश्किलें इसी साल अक्टूबर में होने वाला टी-20 वर्ल्ड कप से पहले लगभग खत्म होती नजर आ रही हैं।


भारत ने 2007 से अब तक दो वर्ल्ड कप जीते हैं। एक वनडे और एक टी-20 वर्ल्ड कप। दोनों में ही प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट बने थे युवराज सिंह। नंबर-4 पर विस्फोटक बल्लेबाजी करना युवी की खासियत थी। अगर टॉप ऑर्डर अच्छा परफॉर्म करता तो युवी नंबर-4 पर आकर टीम को और भी अधिक ऊंचाई पर ले जाते। अगर टॉप ऑर्डर फेल होता तो युवराज पारी संभालने का काम करते थे। तब से अब तक भारतीय टीम वनडे क्रिकेट में नंबर-4 पर युवराज का रिप्लेसमेंट खोज रही थी। इस दौरान नए पुराने कुल 18 खिलाड़ियों को इस नंबर पर आजमाया गया, लेकिन कोई भी खुद को युवराज का एक चौथाई भी साबित नहीं कर पाया। अब इंग्लैंड दौरे पर यह परेशानी लगभग खत्म हो गई है।


दरअसल सूर्यकुमार यादव के रूप में टीम को नंबर-4 पर बल्लेबाजी करने के लिए एक तगड़ा खिलाड़ी मिल गया है। इग्लैंड के खिलाफ टी-20 सीरीज में तीन मुकाबलों की तीन पारियों में सूर्या ने 171 रन बनाए। इसमें एक शानदार शतक भी मौजूद था। सूर्यकुमार पेस और स्पिन दोनों गेंदबाजों को खेलने में एक समान महारत रखते हैं।


खत्म हुई ऑल राउंडर की कमी
हार्दिक की पीठ की चोट ठीक नहीं हो रही थी। वे गेंदबाजी नहीं कर पा रहे थे। भारतीय टीम ने उन्हें टी-20 वर्ल्ड कप तक मौका दिया फिर ड्रॉप कर दिया। जिस मुंबई इंडियंस को उन्होंने कई बार चैंपियन बनाया उसने तो एक सीजन भी इंतजार नहीं किया। पांड्या को रिटेन नहीं किया गया। पांड्या इससे टूटे नहीं। कड़ी मेहनत की। फिटनेस को दुरुस्त किया और ग्राउंड पर वापसी कर ली। उन्होंने आईपीएल-2022 में बतौर कप्तान नई-नवेली टीम गुजरात टाइटंस को चैंपियन बनाया और फिर उसके बाद इंग्लैंड दौरे पर कमाल की वापसी की है।

 

टी-20 सीरीज हो या वनडे सीरीज दोनों में हार्दिक ने अपने बल्ले और गेंद दोनों से कमाल दिखाया है। वनडे सीरीज में वह ऋषभ पंत के बाद सबसे ज्यादा रन बनाने वाले भारतीय बल्लेबाज थे। वहीं 3 मुकाबले में इस खिलाड़ी ने 6 विकेट भी अपने नाम किए। इग्लैंड के खिलाफ पहले टी-20 में उनका प्रदर्शन भला कौन भूल सकता है। बल्लेबाजी करते हुए हार्दिक ने महज 33 गेंदों में 51 रन जड़ दिए थे। वहीं जब गेंदबाजी की बारी आई तो 4 विकेट भी झटके और टीम इंडिया को मैच में जीत दिलाई।


हार्दिक के टीम में वापसी से मिडिल ऑर्डर में मजबूती आ गई है। हार्दिक ने इस चर्चा को भी समाप्त कर दिया है कि टी-20 वर्ल्ड कप में भारत का ऑलराउंडर कौन होगा। अगर कोई खिलाड़ी एक ही मैच में फिफ्टी भी जमाए और चार विकेट भी ले तो उससे बेहतर दावेदार कौन हो सकता है।


कोहली के बैकअप हुड्डा
विराट कोहली आयरलैंड -इंग्लैंड दौरे के पहले तीन टी-20 मैचों में भारतीय टीम का हिस्सा नहीं थे। उनकी जगह इन मुकाबलों में दीपक हुड्डा ने टॉप ऑर्डर में बल्लेबाजी की। दो बार वे नंबर-3 पर आए और एक बार ओपनिंग की। हुड्डा ने इन तीन मैचों में 92 की औसत और 179 के स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी की। हुड्डा की एक और खासियत यह है कि वे ऑफ स्पिन गेंदबाजी भी कर लेते हैं। यानी विराट अगर जल्द फॉर्म में नहीं लौटे और तेज बल्लेबाजी नहीं की तो नंबर-3 का स्पॉट बचाए रखना उनके लिए काफी मुश्किल हो सकता है।


रोहित के नेतृत्व में जारी है जीत का सिलसिला
पिछले साल टी-20 वर्ल्ड कप के बाद रोहित शर्मा को टी-20 और वनडे क्रिकेट में भारतीय टीम का कप्तान नियुक्त किया गया था। उसके कुछ दिन बाद विराट कोहली ने टेस्ट की कप्तानी भी छोड़ दी थी। जिसके बाद यह जिम्मेदारी भी रोहित शर्मा को दे दी गई। अब तक उनकी अगुआई में टीम ने सात सीरीज खेली हैं और वे सभी अपने नाम करने में कामयाब रही है। रोहित शर्मा टीम को चार टी-20, दो वनडे और एक टेस्ट सीरीज में जीत दिलाने में कामयाब रहे हैं। रोहित शर्मा को वेस्टइंडीज के खिलाफ इसी महीने खेले जाने वाली तीन मैचों की वनडे सीरीज से आराम दिया गया है। हालांकि, पांच मैचों की टी-20 सीरीज के लिए उनकी टीम में वापसी होगी। ऐसे में यह0 साफ है कि रोहित का पूरा फोकस टी-20 वर्ल्ड कप पर है।


पंत का पावर


इंग्लैंड दौरे पर टीम इंडिया के विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत ने कमाल की फॉर्म दिखाई है। वह पिछले एक साल से तीनों फॉर्मेट को मिलाकर टीम के बेस्ट बल्लेबाज साबित हुए हैं। इंग्लैंड के इस दौरे की शुरुआत उन्होंने बर्मिंघम टेस्ट में शतक बनाकर की और समापन मैनचेस्टर वनडे में तूफानी शतकीय पारी खेल कर की। पंत ने जुलाई 2021 से अब तक 36
अंतरराष्ट्रीय मैचों में 1 हजार 287 रन बनाए हैं। इनमें तीन शतक भी शामिल हैं।

गौरतलब है कि बीते हफ्ते भारत ने मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड में खेली गई तीन मैचों की वनडे सीरीज के तीसरे मुकाबले में इंग्लैंड को पांच विकेट से पटखनी दी। इस निर्णायक मुकाबले में इंग्लैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 45.5 ओवर में महज 259 रनों पर सिमट गई थी। जवाब में भारत ने एक समय 72 रन पर चार विकेट गंवा दिए थे। रोहित शर्मा, शिखर धवन, विराट कोहली और सूर्यकुमार यादव पवेलियन लौट चुके थे। इसके बाद हार्दिक पांड्या और ऋषभ पंत ने मिलकर मैच पलट दिया। इन दोनों ने पांचवें विकेट के लिए 133 रनों की शानदार शतकीय साझेदारी निभाई।


हार्दिक पांड्या ने 55 गेंदों पर 71 रन की पारी खेली तो ऋषभ पंत ने 113 गेंदों पर शानदार 125 रनों की शतकीय पारी खेल नाबाद रहे। यह उनका वनडे में पहला शतक भी रहा। इन दोनों की पारी की बदौलत भारतीय टीम ने केवल 42.1 ओवर में लक्ष्य हासिल कर लिया। रवींद्र जडेजा भी सात रन बनाकर नाबाद रहे।


इस जीत के साथ भारतीय टीम ने तीन मैचों की वनडे सीरीज भी 2-1 से अपने नाम की। भारत ने पहला वनडे 10 विकेट से जीता था, जबकि दूसरे वनडे में इंग्लैंड की टीम ने 100 रन से जीत हासिल की थी। एजबेस्टन टेस्ट हारने के बाद रोहित शर्मा की कप्तानी में टीम इंडिया ने जबरदस्त वापसी की। टीम ने टी-20 सीरीज और फिर वनडे सीरीज में भी जीत दर्ज की।


भारत ने वनडे में इंग्लैंड से अब तक 11 सीरीज जीती हैं, लेकिन इंग्लैंड की धरती पर यह टीम इंडिया की चौथी वनडे सीरीज जीत है इसमें वर्ष 1986 में 1-1 से बराबर छूटी सीरीज भी शामिल है, जिसमें भारत को विजेता घोषित किया गया था। अब आठ साल बाद इंग्लैंड में भारतीय टीम वनडे सीरीज जीतने में कामयाब हो पाई है। इससे पहले टीम इंडिया ने इंग्लैंड में 2014 में 3-1 से वनडे सीरीज जीती थी।

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