पिछले एक साल से भी ज्यादा समय से पूरी दुनिया कोरोना महामारी से जंग लड़ रही है। इस महामारी का असर खेल जगत पर भी देखने को मिला है। कोरोना के चलते बीते साल ओलंपिक सहित कई खेल रदद् किए गए और कई खेलों को स्थगित करना, पड़ा जो अब यानी इस साल खेले जाने हैं, लेकिन कोरोना संक्रमण का प्रकोप इस साल और भी ज्यादा भयानक हो गया है। इस सबके बीच पिछले कुछ महीनों पहले जैसे ही कोरोना का कहर कुछ कम हुआ उस बीच विश्व टेस्ट क्रिकेट चैम्पियनशिप के कुछ मुकाबले खेले गए थे। जिसका फाइनल मुकाबला अगले महीने 18 जून से होने वाले खिताबी मुकाबले में भारतीय कप्तान कोहली की अगुवाई न्यूजीलैंड से होना है। यह पहला मौका होगा जब दोनों टीम रोज बाउल में उतरेगी तो यह उसके करीब 89 वर्ष के टेस्ट इतिहास में पहला मौका होगा, जब वह तटस्थ स्थल पर टेस्ट मैच खेलेगी।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) से टेस्ट दर्जा हासिल करने वाले 12 देशों में से केवल दो देश ही ऐसे हैं जिन्होंने अब तक तटस्थ स्थल पर टेस्ट मैच नहीं खेला है। इनमें भारत के अलावा बांग्लादेश शामिल है। भारत अब जल्द ही इस सूची में शामिल हो जाएगा। भारत और न्यूजीलैंड के बीच 18 जून से इंग्लैंड के साउथम्पटन में डब्ल्यूटीसी का फाइनल खेला जाएगा जो दोनों देशों के लिए तटस्थ स्थल है।
पाकिस्तान में सुरक्षा खतरे को देखते हुए एक दशक से भी अधिक समय तक विदेशी टीमों ने वहां का दौरा नहीं किया। पाकिस्तान ने इस बीच अपने घरेलू मैचों का आयोजन यूएई और श्रीलंका में किया। इस तरह से इस बीच अधिकतर देशों को तटस्थ स्थल पर टेस्ट मैच खेलने का मौका मिल गया। इनमें न्यूजीलैंड भी शामिल है, जिसने 2014 से लेकर 2018 तक तटस्थ स्थलों पर छह मैच खेले हैं, जिनमें से उसे तीन में जीत और दो में हार मिली। भारत और पाकिस्तान के बीच 2007 के बाद कोई टेस्ट मैच नहीं खेला गया है।
भारत के पास इससे पहले 1999 में तटस्थ स्थल पर टेस्ट मैच खेलने का मौका था, लेकिन तब भारतीय टीम एशियाई टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में नहीं पहुंच पायी थी, जो कि ढाका में खेला गया था। पाकिस्तान और श्रीलंका उस चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचे थे और तब उन्होंने पहली बार तटस्थ स्थल पर टेस्ट मैच खेला था। वैसे तटस्थ स्थल पर पहला टेस्ट मैच आज से 109 साल पहले ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच 27-28 मई 1912 को मैनचेस्टर में खेला गया था। यह मैच त्रिकोणीय टेस्ट शृंखला का हिस्सा था जिसमें इन दोनों टीमों के अलावा मेजबान इंग्लैंड ने हिस्सा लिया था। ऑस्ट्रेलिया ने यह मैच दो दिन में पारी और 88 रन से जीता था। इसके बाद 1999 में ही मैच तटस्थ स्थल पर खेला गया।
पाकिस्तान ने पिछले 20 वर्षों में अपने अधिकतर घरेलू मैच मुख्य रूप से यूएई में खेले हैं। यही कारण है कि तटस्थ स्थल पर सर्वाधिक मैच खेलने का रिकाॅर्ड उसी के नाम पर दर्ज है। पाकिस्तान ने अब तक 39 मैच तटस्थ स्थल पर खेले हैं। इनमें से उसे 19 में जीत और 12 में हार मिली है। बाकी आठ मैच ड्रा रहे।
ऑस्ट्रेलिया ने भी 12 मैच तटस्थ स्थलों पर खेले हैं। उसके बाद श्रीलंका (नौ), दक्षिण अफ्रीका (सात) तथा न्यूजीलैंड, वेस्टइंडीज और इंग्लैंड (तीनों छह-छह) का नंबर आता है। अफगानिस्तान ने भी अपने चार मैच तटस्थ स्थलों (भारत और यूएई) में खेले हैं। जिम्बाब्वे ने अफगानिस्तान के खिलाफ अपने दोनों मैच अबुधाबी में खेले थे। आयरलैंड ने अफगानिस्तान के खिलाफ अपना एक मैच देहरादून में खेला है।
भारत 2 जून को इंग्लैंड के लिए रवाना होगा। वहीं न्यूजीलैंड की टीम इंग्लैंड पहुंच गई है। न्यूजीलैंड की टीम पहले इंग्लैंड के साथ दो मैचों की टेस्ट सीरीज खेलेगी। न्यूजीलैंड डब्ल्यूटीसी फाइनल में पहुंचने वाली पहली टीम थी, जो 18 जून से साउथेम्प्टन में खेला जाएगा। वहीं भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ चैथे टेस्ट में जीत दर्ज करके फाइनल में जगह बनाई थी।
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वाॅन ने डब्ल्यूटीसी फाइनल में अपनी पसंदीदा टीम के बारे में बताया है। उन्होंने कहा कि न्यूजीलैंड भारत को फाइनल में पछाड़ देगा। वाॅन मुताबिक ‘इंग्लिश कंडीशन, ड्यूक बाॅल और भारत के व्यस्त कार्यक्रम की वजह से न्यूजीलैंड की टीम को जीत मिलेगी। भारत बाद में इंग्लैंड पहुंचेगी, वहीं न्यूजीलैंड इंग्लैंड के साथ दो टेस्ट मैच खेल चुकी होगी। वो फाइनस से पहले इम दो टेस्ट मैचों में तैयारी कर सकते हैं।’
माइकल वाॅन ने आगे कहा कि ये मेरे लिए स्पष्ट है कि न्यूजीलैंड बेहतर होगी। न्यूजीलैंड के पास अधिक खिलाड़ियों का दल होगा, जिन्होंने लाल गेंद के साथ अधिक क्रिकेट खेला है। खासतौर पर यूके में ड्यूक बाॅल से। वाॅन ने मौजूदा न्यूजीलैंड की टीम को इतिहास की सबसे बेहतरीन टीम बताया। उन्होंने कहा कि बेशक अतीत में न्यूजीलैंड के पास बेहतरीन खिलाड़ी रहे हैं, जिन्होंने पिछले दौर में शानदार खेल दिखाया है। लेकिन वर्तमान टीम में कुछ ऐसा है जो उसे दूसरों से अलग करता है। केन विलियमसन की अगुवाई में लंबे समय से न्यूजीलैंड ने उच्च श्रेणी का टेस्ट मैच खेलना शुरू किया है। वो पहले दिन से पांचवे दिन तक बेहतरीन खेलती है। वल्र्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल 18 जून से 22 जून तक खेला जाएगा। 23 जून को रिजर्व डे के तौर पर रखा गया है।
इस खिताबी मुकाबले को लेकर न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन रोमांचित हैं। उन्होंने इस मैच को न्यूजीलैंड के लिए ‘शानदार चुनौती’ बताया है। दरअसल, विलियमसन ने आईसीसी के ट्विटर हैंडल से ट्वीट किए गए एक वीडियो पर बात करते हुए कहा, ‘भारत के खिलाफ खेलना शानदार चुनौती होता है।’
विलियमसन ने कहा है कि ‘फाइनल खेलना रोमांचक होता है और उसे जीतना सोने पे सुहागा।’ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में मुकाबले काफी रोचक रहे हैं। भारत, ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान के खिलाफ हमारी शंृखला काफी प्रतिस्पर्धी रही। फिलहाल न्यूजीलैंड के अधिकांश क्रिकेटर इंग्लैंड पहुंच गए हैं, जहां दो जून से उन्हें दो टेस्ट मैचों की शृंखला इंग्लैंड के खिलाफ खेलनी है। भारतीय टीम जून के पहले सप्ताह में यहां पहुंचेगी।
न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाज नील वैगनेर ने स्वीकार किया कि भारत के पास इंग्लैंड के हालात का बेहतर इस्तेमाल करने वाले अच्छे तेज गेंदबाज हैं, लेकिन विकेट कभी भी सपाट हो सकती है। भारत के पास उम्दा तेज गेंदबाज हैं, जो गेंद को स्विंग करा सकते हैं, लेकिन धूप होने पर विकेट सपाट भी हो सकती है, जिससे उन्हें मदद नहीं मिलेगी।
इंग्लैंड में वार्विकशर काउंटी के लिए खेलने वाले भारतीय बल्लेबाज हनुमा विहारी ने कहा है कि देश के लिए विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल खेलना शानदार अनुभव है। ‘मैं काफी रोमांचित हूं, लेकिन मैच के महत्व को देखते हुए भावनाओं में नहीं बहना चाहता। एक खिलाड़ी के तौर पर भारत के लिए खेलना हमेशा बेहतरीन अनुभव होता है।’